नालन्दा : जिले का सबसे पुराना संस्कृत उच्च विद्यालय तेल्हाड़ा बदहाल…

एकंगरसराय नालन्दा जिले का सबसे पुराना बिशब बंधु संस्कृत हाई स्कूल तेल्हाड़ा अपनी बदहाली पर आँसू बहा रही।एक दशक पूर्व का दो मंजिला इमारत था।जो आज भूत बंगले में तबदिल हो गई है।सभी कमरे क्षति ग्रस्त हो गई हैं।मात्र एक कमरे सही है।कमरे की आभाव में पढ़ाई बाधित हो रही हैं।आज से एक दशक पूर्व यहां सुसज्जित कमरे व हॉस्टल थी।जहां छात्र रहकर वेद, उपनिषद, संस्कृत, भाषा विज्ञान, आदि की पढ़ाई होती थी।यहां कई बिषयों के आचार्य रहकर छात्रों को अध्यन कराया करते थे।समय ने करबट ली देखते देखते सारी ब्याबस्था बदल गई।बिशब बंधु संस्कृत हाई स्कूल तेल्हाड़ा के सभी कमरे मरम्मत के आभाव में धवस्त हो गया।दो तीन कमरे बचे हैं जो भी गिरने के कगार पर है।यही कारण है कि छात्र छात्राए कम संख्या में आते हैं।मात्र एक कमरे बने है उसमें। कार्यालय, शिक्षक कक्ष, या छात्रों को पढ़ाई सभी इसी कमरे में होता है।विद्यालय के जमीन को चारों तरफ से अतिक्रमण कर लिया है जिसे देखने बाला कोई नही है।इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रबोध कुमार प्रबीन ने बताया कि विद्यालय के भवन बनाने हेतु शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को कई बार आबेदन देकर अबगत करबाया है।साथ ही स्थानीय जन प्रतिनिधियों को भी भवन निर्माण हेतु आग्रह किया है।लेकिन कारबाई नगण्य साबित हो रही हैं।एचएम श्री प्रबीन ने बताया कि दबंगो द्वारा खेल मैदान व भवन के जमीन को अतिक्रमण कर लिया है इस संबंध में विभागीय अधिकारियो को भी अवगत कराई है लेकिन कारवाई नगण्य है।इस इलाके के ग्रामीणों बुद्धिजीविओ ने जिला प्रशासन से संस्कृत उच्च विद्यालय के भवन निर्माण कराए जाने की आग्रह भारी मांग की है।
रिपोर्ट-सोनू यादव