लंबे समय से चुनौती बना उत्तर बिहार का आतंक 50 हजार का इनामी सरगना नीतीश सिंह आखिरकार लखनऊ में एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया।वह नक्सली संगठन ‘आजाद हिंद फौज’ का स्वयंभू कमांडर इन चीफ था।खासकर चार जिलों मुजफ्फरपुर,सीतामढ़ी, मोतिहारी शिवहर में उसके आतंक की तूती बोलती थी।पुलिसिया दबिश के बीच नीतीश ने लखनऊ में ठिकाना बनाया था।वहीं से मुजफ्फरपुर से शिवहर तक अपराध की सल्तनत संचालित कर रहा था।कुख्यात नीतीश सिंह को लखनऊ की एक अदालत में पेश करके ट्रांजिट रिमांड पर शिवहर लाया जाएगा।नीतीश सिंह शिवहर जिला के तरियानी थानाक्षेत्र के छपरा गांव का रहने वाला है।उसके खिलाफ उत्तर बिहार के थानों में हत्या, डकैती, फिरौती के लिए अपहरण, लूट, लेवी वसूली और रंगदारी के 31 आपराधिक मामले दर्ज हैं,अंडरग्राउंड सरगना की भनक मिलते ही आईजी (ऑपरेशन) कुंदन कृष्णन के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने यूपी एटीएस के सहयोग से बुधवार देर रात लखनऊ के राजापुरम इलाके में घेराबंदी करके नीतीश को गिरफ्तार किया।उसके खिलाफ हत्या, अपहरण, डकैती के 31 मामले दर्ज हैं। आप को मालुम हो की कुंदन कृष्णन, आईजी (ऑपरेशन) ने कहा की सरगना नीतीश से पूछताछ में अहम जानकारी मिली है।उसके नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है।गिरोह के अन्य गुर्गों की तलाश में दबिश बढ़ा दी गई है।