ब्रेकिंग न्यूज़राज्य

आज है पृथ्वी दिवस

कई जिलों में लक्ष्य से अधिक पौधे लगे हैं।रोहतास में लक्ष्य के विरुद्ध 136 फीसदी, कैमूर में 120 फीसदी, सहरसा में 108 फीसदी, शेखपुरा में 107 फीसदी, अरवल और भागलपुर में 105 फीसदी, अररिया में 104 फीसदी, नवादा और किशनगंज में 101 फीसदी, सीवान, वैशाली तथा गया में 100 % पौधारोपण किया जा चुका है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी के सर्वश्रेष्ठ प्राणी मनुष्य के जन्म के करोड़ों वर्ष पहले इस ब्रह्मांड में सिर्फ सूर्यनारायण थे। सूर्य का एक टुकड़ा पृथ्वी बना जो धधकता आग का गोला था। लाखों वर्षों में पृथ्वी ठंडी हुई।आज से लगभग 5700 लाख वर्ष पूर्व पृथ्वी पर पानी उत्पन्न हुआ।पानी के बाद पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत हुई।पृथ्वी का सत्तर प्रतिशत भाग पानी से ढंका है, तब कुछ ज्यादा रहा होगा।धीरे-धीरे जीव-जंतुओं और पेड़-पौधों की संख्या बढ़ती गई।मनुष्य के जन्म के पहले वायुमंडल, जल मंडल (समुद्र, नदी, नाले, तालाब, झीलें) पहाड़-घाटियां, बर्फीले और रेतीले मैदान, लंबे-चौड़े सपाट मैदान, घने जंगल, हजारों तरह के अरबों-खरबों पेड़-पौधे और जीव-जंतु थे। इसका सीधा-सच्चा अर्थ है कि मनुष्य के बिना पेड़-पौधों, जीव-जंतुओं, वायुमंडल का जीवन संभव है, परंतु मनुष्य का जीवन इनके बिना असंभव है।क्यों, क्योंकि सामान्यतः तीन मिनट तक वायु न मिले, तो मनुष्य मर जाता है।हमारी धरती माता हमें एक बीज के बदले लाखों अन्न के दाने या फल देती है।ऐसी अन्नपूर्णा माता के पेट में रासायनिक कूड़ा-करकट, नष्ट न होने वाला कचरा, पॉलिथीन व प्लास्टिक के पाउच ठूंसकर हम अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं।हमें इस विषय में पूरी तरह सावधान रहना चाहिए। पटना/त्रिलोकीनाथ प्रसाद, आज पृथ्वी दिवस है।पृथ्वी दिवस पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बिहारवासी अपील किया है कि पृथ्वी दिवस पर पर्यावरण बचाने का संकल्प लें और एक-एक पौधा जरूर लगाएं।सूत्रों के अनुसार, आज मुख्यमंत्री राजधानी के आर ब्लाक-दीघा 6 लेन के किनारे पौधारोपण करेंगे और ‘मिशन 2.51 करोड़ पौधारोपण’ अभियान का समापन भी करेंगे।सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2011 से 2019 के बीच चलाई जा रही अभियान के तहत राज्य में 22 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके हैं।सूत्रों ने जानकारी दी कि उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि ‘मिशन 2.51 करोड़ पौधारोपण’ के तहत बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर पूर्व से खोदे गए गढ्डे में ढाई करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य तय किया गया था, मगर कोरोना संकट और अच्छी माॅनसून की बारिश के मद्देनजर 01 जुलाई से ही यह अभियान आरंभ कर दिया गया था।उम्मीद है कि कल तक तय लक्ष्य पूरा हो जाएगा।सूत्रों ने बताया कि पृथ्वी दिवस के अवसर पर कृषि विभाग द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से उद्यान निदेशालय एवं भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा कार्यान्वित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों के बीच सामाजिक, कृषि वानिकी, कृषि विभाग के मुख्यालय से लेकर पंचायत स्तर तक के सभी कृषि कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया जायेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button