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किशनगंज : जिले के आखिरी व्यक्ति के टीकाकृत होने तक हमें जारी रखना होगा अपना प्रयास:-DM

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, कोरोना महामारी से बचाव के लिए एकमात्र उपाय कोविड टीकाकरण ही है। वो भी प्रथम डोज के बाद दूसरा डोज़ लिए बिना पूर्ण सुरक्षा संभव नहीं है। कोविड की दूसरी डोज़ के बाद ही शरीर में एंटीबॉडी का निर्माण होता है। तब शरीर कोरोना से लड़ने के लिए तैयार होता है। कोरोना का टीका जिले के सभी व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। DM डॉ अदित्य प्रकाश ने अभियान की सफलता पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिये टीकाकरण की मुहिम में जुटे तमाम विभागीय अधिकारी व कर्मी बधाई के पात्र हैं। सामूहिक प्रयास से ही बेहतर नतीजे हासिल किये जा सकते हैं। अभी संक्रमण के फैलाव का खतरा बरकरार है। खासकर छठ महापर्व को देखते हुए विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। जिन्होंने किसी कारण अब तक कोरोना का टीका नहीं लिया है। प्राथमिकता के आधार पर टीका लगायें। इस वैश्विक महामारी से आम जनमानस को निजात दिलाने का यही एक उपाय है। संबंधित विभागीय अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि जिले के आखिरी व्यक्ति के टीकाकृत होने तक हमें अपना प्रयास जारी रखना होगा। ताकि इस महामारी को करारी शिकस्त दी जा सके। वहीं 07 नवंबर को हुए विशेष अभियान में टीकाकरण से वंचित 12 हजार से अधिक लोगों ने अपने निकटतम टीकाकरण केंद्र जाकर लोक आस्था के महापर्व छठ से पहले टीकाकरण करवा कर सुरक्षित किया है। टीकाकरण के लिए कुल लक्षित 11 लाख 18 हजार 29 आबादी में से अब तक कुल 7 लाख 67 हजार 248 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। जिसमें 2 लाख 19 हजार 995 लोग अपना दूसरा डोज़ ले चुके हैं। सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कि सर्वे के दौरान कुछ ऐसे भी लोग मिले, जिन्होंने टीका लेने से इनकार कर दिया। अब उनके घर घर मोटरसाइकिल से जाकर समझाकर कोरोना का टीका दिलवाया जा रहा है। इसी सिलसिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और केयर इंडिया, यूनिसेफ एवं अन्य सहयोगी संस्था ने आगे बढ़कर ऐसे लोगों को टीका के महत्व समझाने का काम किया। कुछ बुजुर्ग महिलाएं टीका लेने से डर रही थीं। उन्हें जब अधिकारियों ने समझाया तो आखिरकार वे लोग तैयार हो गईं। सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया कि जिले में छठ पर्व की शुरुआत हो गयी है। इसे लेकर बाजार में रौनक देखी जा रही है। परिवारों में भी पर्व मनाने को लेकर खरीदारी शुरू हो गई है। चारों तरफ हर्ष का माहौल व्याप्त है। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कई परिवारों ने खुद व दूसरों की सुरक्षा के लिए कोरोना की संपूर्ण डोज ले ली है। टीका का सुरक्षा कवच होने के बावजूद लोगों को मास्क पहनने की आदत हो गई है। जिले में टीकाकरण के साथ साथ कोविड टेस्टिंग के प्रति भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ज़िले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जिले से बाहर रहने वाले छठ महापर्व के दौरान अपने घर परिवार के पास वापस आते हैं, उस दौरान जिले के सभी बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर कोविड-19 जांच अतिआवश्यक है। साथ ही जिन्होंने टीका नहीं लिया है, उन्हें वैक्सीनेशन की सुविधा प्रदान की जाए। इस दौरान किसी व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि होने पर विभागीय प्रोटोकॉल का अनुपालन किया जाए। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाल का पालन करना बहुत आवश्यक है। वह भी तब तक जब तक यह संक्रमण पूरी तरह खत्म ना हो जाए। इसलिए आवश्यक होने पर ही घर से बाहर मास्क लगाकर निकलें। घर से बाहर निकलने के दौरान संयम बरतें व भीड़-भाड़ से बचें। सिविल सर्जन डॉ श्रीनंदन ने बताया की जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के निर्देशानुसार डीआईओ सहित ज़िले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को सख़्त निर्देश दिया है कि जिले से बाहर रहने वाले जिलेवासी दीपावली और छठ महापर्व के दौरान अपने घर परिवार के पास वापस आते हैं। उस दौरान जिले के सभी बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर कोविड-19 जांच अति आवश्यक है। इसके साथ ही जिले के सीमावर्ती इलाकों पर भी टीम बनाकर अभियान चलाया जाए। ताकि कोरोना को जड़ से मिटाने में जिलेवासियों की सहभागिता निश्चित हो। हालांकि प्रतिदिन जिले में कोविड-19 टीकाकरण के साथ ही कोविड-19 जांच की जा रही है लेकिन इसके बावजूद तेजी लाने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य विभाग को जिले में प्रतिदिन लगभग 5500 व्यक्तियों की कोविड-19 जांच करने का लक्ष्य दिया गया है।

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