ठाकुरगंज : छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने किया हमला
मो० जब्बार उसकी सभी पत्नी एवं बेटा-बेटी तथा अन्य अज्ञात ने उक्त अभियुक्त को पुलिस के कब्जे से छुड़ाने के क्रम में सिपाही संजय कुमार के द्वारा विरोध करने पर सभी लोगो मिल अभियुक्त को छुड़ाते हुए जवान संजय कुमार को कीचड़ में गिरा दिया। इसके उपरांत उक्त सभी लोगों एवं उक्त अभियुक्त ने मिलकर जवान को लात घूसा मारने लगे जिसे काफी अनरूदनी चोटे आई

किशनगंज, 06 अक्तूबर (के.स.)। फरीद अहमद, जिला के सुखानी थाना क्षेत्र अंतर्गत छापेमारी करने गई पुलिस पर ग्रामीणों हमला कर दिया। इस संबंध में मामला दर्ज कराते हुए पुलिस अवर निरीक्षक भुवनेश्वर प्रसाद पंडित ने कहा कि कांड सं०-29/23 दि०-30.09.23 का अनुसंधानकर्ता हूं। उन्होंने कहा कि 30 सितंबर को कांड के अनुसंधान में पुलिस अवर निरीक्षक प्रेम नारायण सिंह एवं सशस्त्र बल के हवलदार अखलेश कुमार यादव, सिपाही संजय कुमार, नीतीश कुमार, अमरदीप कुमार के साथ थाना से प्रस्थान किये। अनुसंधान उपरांत घटनास्थल से लौटने के क्रम में गुप्त सूचना मिला कि कांड के प्राथमिकी अभियुक्त सुकरू उर्फ अलीम पिता-बेंगु सा०-सालगुड़ी थाना सुखानी जिला किशनगंज सालगुड़ी चौक स्थित अपने ससुर मो० जब्बार के दरवाजे पर खड़ा है। तुरंत छापामारी किये जाने पर गिरफ्तारी हो सकती है। छापामारी के कम में मो० जब्बार के घर के पास समय पहुचा तो स्थानीय द्वारा बताया गया सुकरू सीएसपी के पास खड़ा है। उक्त अभियुक्त को अपने कब्जे में लेते हुए गिरफ्तारी ज्ञाप तैयार करने लगा। इसी दौरान मो० जब्बार अपने परिवार के सभी सदस्यों एवं अन्य स्थानीय लोगों को जमा कर नाजायज मजमा बनाकर पुलिस के साथ कहासुनी करने लगे। इस दौरान वहा सैकड़ो महिला एवं पुरुष जमा हो गये। इस बीच मो० जब्बार उसकी सभी पत्नी एवं बेटा-बेटी तथा अन्य अज्ञात ने उक्त अभियुक्त को पुलिस के कब्जे से छुड़ाने के क्रम में सिपाही संजय कुमार के द्वारा विरोध करने पर सभी लोगो मिल अभियुक्त को छुड़ाते हुए जवान संजय कुमार को कीचड़ में गिरा दिया। इसके उपरांत उक्त सभी लोगों एवं उक्त अभियुक्त ने मिलकर जवान को लात घूसा मारने लगे जिसे काफी अनरूदनी चोटे आई। इसके उपरांत मो० जब्बार का बेटा ने गाड़ी का चाभी निकाल लिए और कहने कि गाड़ी को पेट्रोल डालकर आग लगा दो। इसके उपरांत मो० जब्बार एवं उसका बेटा पेट्रोल लेकर गाड़ी पर छिड़कने लगे। इसकी जानकारी मैने थानाध्यक्ष को दिया। इस दौरान वहां से एसएसबी के गाड़ी के गुजरने के कारण सभी अभियुक्त वहा से भाग गये। फिर वहां थाना से अन्य बल भी आ गये थे तब पूरा मामला शांत हुआ। इसके उपरांत नाम पता सत्यापन हेतु कुछ स्थानीय ग्रामीण एवं चौकीदार से पूछे जाने पर इस घटना में मो० जब्बार, सलेमा खातुन, टेनु उर्फ वंशी, डालू, सैफिया बेगम, मुस्ताक, बेंगु का दामाद रियाज, सुकरू उर्फ अलीम एवं अन्य 100 महिला एवं पुरुष शामिल थे। पुलिस अवर निरीक्षक भुवनेश्वर प्रसाद पंडित ने कांड सं०-29/23 के प्राथमिकी अभियुक्त को बल पूर्वक छुड़ाने एवं सरकारी कार्य में बाधा डालना संज्ञेय अपराध है। इसके लिए उपरोक्त नामित व्यक्तियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में उचित कानूनी कार्यवाई करने की मांग की है। सुखानी थाना कांड संख्या 30/23 धारा 147, 148, 149, 341, 323, 307, 353, 224, 225 दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।