किशनगंज : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से संबंधित कार्यक्रम के लिए जन जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार की गतिविधियां जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री के दिशा-निर्देश में निरंतर चलाई जा रही है। इसी संदर्भ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोठिया के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में सभी आशा कार्यकर्ताओं को एक दिवसीय जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के दौरान सभी आशा कार्यकर्ता को आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से अवगत कराया गया। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया की जिले में 10 लाख 39 हजार 262 गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य है। इसमें जिले में अभी तक 1 लाख 68 हजार 635 के आसपास गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। वही 80 हजार 889 परिवारों को कार्ड निर्गत किया गया है तथा जिले में अब तक कुल 11 हजार से अधिक लाभुक ने इसका लाभ उठाया है। इस योजना के अंतर्गत सरकार गरीब परिवारों को पांच लाख रूपये तक के नि:शुल्क इलाज की गारंटी देती है। जिला आयुष्मान भारत के समन्वयक पंकज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बनने वाला आयुष्मान कार्ड लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है। खासकर वैसे लोग जो गरीबी रेखा के नीचे रह रहे हैं, उनके लिए यह कार्ड संजीवनी साबित हो रही है। आयुष्मान कार्ड के लाभार्थी पांच लाख तक के निःशुल्क इलाज का लाभ अपने जिले के अस्पतालों के साथ-साथ राज्य तथा राज्य के बाहर के अस्पतालों में पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिले में फिर से पंचायत स्तर पर आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया ने कि इस योजना के तहत सन 2011 के आर्थिक-सामाजिक जनगणना के अनुसार, अनुसूचित जाति-जनजाति परिवार, किसी परिवार के दिव्यांग सदस्य, जिसका देखभाल करने वाला कोई नहीं हो, जिसके घरों की दीवारें कच्ची हो, जो भूमिहीन परिवार हो या फिर ऐसा परिवार जिसमें कोई वयस्क पुरुष सदस्य नहीं हो, ऐसे सभी परिवार के लिए प्रतिवर्ष पांच लाख रुपये तक की इलाज की सुविधा सभी सरकारी अस्पतालों और सूचीबद्ध निजी अस्पताल में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक अस्पताल और सदर अस्पताल के साथ माता गुजरी मेडिकल कॉलेज में भी यह सुविधा उपलब्ध है।