ज्योतिष/धर्मब्रेकिंग न्यूज़

* आज का पंचाग*

आचार्य ब्रजेश मिश्र
*दिनांक 28 अगस्त 2021*
*विक्रम संवत 2078*
*शक संवत 1943 प्लव*
*अयन – दक्षिणायन*
*गोल – सौम्यगोल:*
*ऋतु – वर्षा*
*मास- भाद्रपद*
*पक्ष – कृष्णपक्ष*
*तिथि – षष्ठी रात्रि 08:13 उपरान्त सप्तमी*
*दिन : शनिवार*
*नक्षत्र : भरणी रात्रि 04:07 उपरान्त कृतिका*
*योग : वृद्धि*
*सूर्य राशि : सिंह*
*सूर्य नक्षत्र – मघा*
*सूर्योदय – 05:30रांची*
*सूर्यास्त- 18:10*
*राहुकाल 09:00 – 10:30*
*🌹🌷शुभ समय🌷🌹*
*अभिजित मुहूर्त : 11:40 – 12:18*
*शिव वास -:*
*21 + 21 + 5 = 47 ÷ 7 = 5 शेष*
*भोजन में = पीड़ादायक*
*♨️अग्निवास : 21 + 7 + 1 = 29 ÷ 4 = 1 शेष*
*आकाश में = प्राणनाशक*
*राहुकालवास : पूर्व में*
*दिशाशूल – शनिवार को पूर्व दिशा और ईशान कोण का दिशाशूल होता है यदि यात्रा अत्यंत आवश्यक हो तो तिल का सेवनकर प्रस्थान करें।*

*🌹आज का व्रत त्योहार🌹*

*हलषष्ठी व्रत।*

*🌷 आत्मबोध🌷*

*विषादप्यमृतं ग्राह्यं बालादपि सुभाषितम्।*
*अमित्रादपि सद्वृत्तं अमेध्यादपि कांचनम्॥*

*विष से भी मिले तो अमृत को स्वीकार करना चाहिए, छोटे बच्चे से भी मिले तो सुभाषित (अच्छी सीख) को स्वीकार करना चाहिए, शत्रु से भी मिले तो अच्छे गुण को स्वीकार करना चाहिए और गंदगी से भी मिले तो सोने को स्वीकार करना चाहिए।*

🙏🍀🌷🌻🌺🌸🌹🍁🙏*पुजा_पाठ_क्यों_नही_सफल_हो_रहा ?*

*हम में हर कोई धन धान्य से पुर्ण, शांत- उन्नत जीवन चाहता है और उसके लिये जो हो सके वह करता है चाहे वह साधना पुजा हो या तंत्र टोटका।*

*पहला सबसे प्रमुख कारण -*

*किसी भी एक पुजा जप साधना को लंबे समय तक न करना। आज कल लोग जितनी जल्दी कपडे़ नही बदलते उससे जल्दी मंत्र और पुजा बदल देते हैं। एक मंत्र लिया विधि लिया , आरंभ किया अब आरंभ के दुसरे दिन से ही उनको अनुभव चाहिये। कुछ हो नही रहा का रट अगले दिन से शुरू। ले दे के मंत्र पर भरोसा ही नही। और जहाँ विश्वास नही वहाँ मंत्र के देवता का प्रभाव भी नही।अब 11 दिन का साधना था, कर भी लिये उसके बाद कुछ दिन प्रतीक्षा भी कर लिये कुछ खास बदलाव न आया, चाहिये ता एकदम चमत्कार और हो नही रहा कुछ ….. बस।तब तक कोई नया मंत्र तंत्र साधना पढ़ने मिल गया। उसकी महिमा मंडन सुन कर पहला मंत्र बंद या जप कम या जप के साथ दुसरा भी शुरू। ऐसा कर कर के अपने ऊपर बोझ बढा़ते गये मिला कुछ नही। बाद में मंत्र देने वाले को दो बात सुना कर चुप। तब तक किसी और का अनुभव पढ़ नया फिर से शुरू।*
*माताओं भाईयों एक जगह ही जमीन खोदोगे तब ही वहाँ से पानी निकलेगा। 2 – 2 फीट के गढ्ढे से पानी नही निकलते।*
*साथ ही यह भी पता होना चाहिये की उस जगह में पानी है अथवा नही। ढोंगियों और कुपात्रो तथा व्यवसायी गुरू की दीक्षा मंत्र किसी काम की नही।*

*दुसरा_प्रमुख_कारण*

*यंत्रो की भरमार – साधना कक्ष में रख कर पुजा के लिये श्रीयंत्र मँगाये किसी अच्छे साधक से। अभी उसे धुप दीप दिखाना शुरू किये तब तक धनदा लक्ष्मी यंत्र का प्रभाव चमत्कार पढ़ कर प्रभावित हो कर वह यंत्र भी मँगा लिये। उसकी भी पुजा शुरू। अब घर में कलह भी बहुत है , लगता है किसी ने तंत्र प्रयोग कर दिया है, अब बगलामुखी यंत्र भी आ गया। उसकी पुजा भी शुरू। कहने का तात्पर्य यह है की यह अल्प ज्ञान और विज्ञापन से प्रभावित होने के लक्ष्ण के सिवा कुछ नही। एक अकेले श्री यंत्र को अगर किसी श्री विद्या साधक या कोई सत्य पथ पर चलने वाला साधक पुर्ण विधि से प्राण प्रतिष्ठता कर के दे दे तो आपको उसके सिवाये किसी दुसरे यंत्र की आवश्यकता ही नही है। क्योंकि आपको यह ज्ञान नही है की श्रीयंत्र क्या है आप उसके महत्व को तुच्छ समझ कर और 10 यंत्र मँगा ले रहे हो। यह यंत्रों की भरमार से बेचने वालों का ही दुख दुर होगा बाकी आप खरीद खरीद कर भरते रहो और कहते रहो क्यूँ नही कुछ सफल हो रहा !*
*काम्य यंत्रो की बात अलग है जो आप किसी व्यक्ति के लिये मँगवाते हो पहनने के लिये। वह भी लक्ष्य पुर्ति तक ही काम करेगा ।*

*तीसरा_बडा़_कारण*

*कई सारी दीक्षायें लेना-*
*यह तो हद से ज्यादा प्रचलन में हो गया है। शिविर लगा कर दीक्षा देना। न शिष्य की योग्यता की परख की वह उस साधना के दीक्षा लायक है भी ना ही गुरू के गुरूत्व का ज्ञान कोई शिष्य ही परखे। बस दुसरों से गुरूजी का महिमामंडन सुन कर या पत्रिका में पढ़ कर पहुँच गये दीक्षा लेने।*
*विज्ञापन गुरू जी कर के अपना झोला भरेंगे और शिष्य लोग जो कभी नमः शिवाय का जप भी न किये हों सही से, सीधा रक्तचंडी, महाकाली, उन्मत्त भैरव, यक्षिणी, अप्सरा, महाविद्याओं के दीक्षा ले कर जपना शुरू। काम बनेंगे क्या दस दोष से ग्रसित होकर और बर्बाद। किसी का अंधेरा में तीर लग गया सौभाग्य से और काम बन गया तो गुरूजी का मैनेजमेंट, पत्रिका में छाप कर और हर शिविर में ऐसे बोलेगा जैसे वेलकम मुवी में उदय भाई का चमचा बोला करता – मेरी एक टांग नकली है, उदय भाई ने गुस्से में तोडी़, दिल के अच्छे हैं फिर नया लगवा दिया। बाद में वो भी झुठ निकलेगा।*

*चौथा_प्रमुख_कारण*

*सब कुछ सही हो गया। आपने एक ही दीक्षा ली। मंत्र साधना और अपने ईष्ट की सेवा भी प्रतिदिन लम्बे समय से करते हैं फिर भी परेशान हैं। न साधना में सफलता मिल रही न परेशानी मिट रही।*
*इसका सही निदान है स्वयं का अच्छे से विश्लेषण। क्या गलती हो रही और पहले क्या गलत कर्म हुआ है। जब तक पाप नही कटेगा तब तक तपोबल की ऊर्जा नही बनेगी न ही मंत्र चैतन्य होगा।*
*कभी कभी साधक तुरंत सफल हो कर फिर गिर जाता है कारण गुरू अगर सिद्ध है तो वचन से शिष्य को मंत्र प्रभाव दिखा देता है लेकिन शिष्य अगर संभाल नही सका अपने बुरे कर्मों को तो इसमे गुरू की कोई गलती नही।*

*पाँचवां_प्रमुख_कारण*

*कुल के देवी देवताओं और पितरों की उपेक्षा। हर किसी के कुलदेवी या कुलदेवता होते हैं और उनके संरक्षण में ही कुल का विकास होता है। आजकल तो बहुत से लोगों को पता ही नही की कुल के देवता या कुलदेवी कौन हैं। कुछ लोग आगे पर या बाप दादा की बैठाई हुई भुत प्रेतों को ही कुलदेवता की पुजा दे रहे हैं और वो लेकर बलवान हो रहा है जिसका निदान अब संभव नही। अब जिसके कुल में बडे़ बडे़ प्रेतों को स्थान दे दिया गया है वो अब नयी साधना करेगा तो कहाँ से सफल होगा। याद रहे भगवान कृष्ण ने कहा है जिसको पुजोगे अंत में उसी को प्राप्त हो जाओगे।*

*छटा_प्रमुख_कारण*

*प्रदर्शन – साधना शुरू हुआ नही की सबको बताना शुरू। मैं फलां साधना कर रहा। अरे कल स्वपन में मैंने शिवजी को देखा, उन्होंने यह कहा। अरे मैं तो 4 घंटा जप करता हूंँ। मैं चंडी़ पाठ करता हूँ। मैं सुंदरकांड का रोज पाठ करता हूँ। यह #मैं का प्रदर्शन सारी जप तप को सोख लेता है। कभी सफलता मिलती नही। बस जप संख्या के भ्रम में रह जाओगे।*

*सातवाँ_प्रमुख_कारण*

*दुसरे भक्तों, साधकों की उपेक्षा , उन्हें तुच्छ समझना।*
*यह अहंकार और ईर्ष्या दोनों कभी साधना सफल नही होंने देती।*

*इन सबके सिवाय किसी के द्वारा तंत्र_बंधन भी एक कारण होती है जो की तभी संभव होती है जब आप प्रदर्शन करते चलें। कोई जानकार जलन से बंधन कर दे। आजकल 95% लोगों का यही भ्रम रहता है कि साधना सफल नही हो रही, पक्का किसी ने तंत्र द्वारा बांध दिया है। अपने गलतियाँ भी देख लो प्रभु।*

*इन सभी बातों का निवारण कोई दुसरा नही बल्कि आपको स्वयं अपने आत्मचिंतन से करना होगा।*

*विशेष – इन सभी बातों का प्रति व्यक्ति के साथ भिन्न संबंध हो सकता है। सब सही होने पर भी फल ना मिलना असफलता नही बल्कि हमारे पापों के क्षय काल का भी प्रतीक है। सात्विक साधना, पुरश्चरण, अनुष्ठान से पहले पाप नाश होता है , तपोबल बढ़ता है फिर साधक चैतन्यता को प्राप्त होने लगता है। पर इस यात्रा के बीच में ही उपरोक्त कारणों से साधक लक्ष्य तक नही पहुँच पाता।*

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🌻 🙏🚩💥🌷🚩🙏
⛅ *व्रत पर्व विवरण – रांधण-हल षष्ठी*
💥 *विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *घातक रोगों से मुक्ति पाने का उपाय* 🌷
👉🏻 *29 अगस्त 2021 रविवार को (सूर्योदय से रात्रि 11:26 तक) रविवारी सप्तमी है।*
🙏🏻 *रविवार सप्तमी के दिन बिना नमक का भोजन करें। बड़ दादा के १०८ फेरे लें । सूर्य भगवान का पूजन करें, अर्घ्य दें व भोग दिखाएँ, दान करें । तिल के तेल का दिया सूर्य भगवान को दिखाएँ ये मंत्र बोलें :-*
🌷 *”जपा कुसुम संकाशं काश्य पेयम महा द्युतिम । तमो अरिम सर्व पापघ्नं प्रणतोस्मी दिवाकर ।।”*
💥 *नोट : घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी ।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि*
🙏🏻 *सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।*
🌷 *इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है।*
🙏🏻 *(शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याया (10)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *रविवार सप्तमी* 🌷
🙏🏻 *रविवार सप्तमी के दिन जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता |*
🙏🏻 *रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे , तो उसकी घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं , अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई और बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे | इस दिन सूर्यदेव का पूजन करना चाहिये |*
🌞 *सूर्य भगवान पूजन विधि* 🌞
🙏🏻 *१) सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ , आरती करें |*
🙏🏻 *२) जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुम कुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें |*
🌞 *सूर्य भगवान अर्घ्य मंत्र* 🌞
🌷 *1. ॐ मित्राय नमः।*
🌷 *2. ॐ रवये नमः।*
🌷 *3. ॐ सूर्याय नमः।*
🌷 *4. ॐ भानवे नमः।*
🌷 *5. ॐ खगाय नमः।*
🌷 *6. ॐ पूष्णे नमः।*
🌷 *7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।*
🌷 *8. ॐ मरीचये नमः।*
🌷 *9. ॐ आदित्याय नमः।*
🌷 *10. ॐ सवित्रे नमः।*
🌷 *11. ॐ अर्काय नमः।*
🌷 *12. ॐ भास्कराय नमः।*
🌷 *13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः।*
🙏🏻
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *कृष्ण नाम के उच्चारण का फल* 🌷
🙏🏻 *ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार*
*नाम्नां सहस्रं दिव्यानां त्रिरावृत्त्या चयत्फलम् ।।*
*एकावृत्त्या तु कृष्णस्य तत्फलं लभते नरः । कृष्णनाम्नः परं नाम न भूतं न भविष्यति ।।*
*सर्वेभ्यश्च परं नाम कृष्णेति वैदिका विदुः । कृष्ण कृष्णोति हे गोपि यस्तं स्मरति नित्यशः ।।*
*जलं भित्त्वा यथा पद्मं नरकादुद्धरेच्च सः । कृष्णेति मङ्गलं नाम यस्य वाचि प्रवर्तते ।।*
*भस्मीभवन्ति सद्यस्तु महापातककोटयः ।* *अश्वमेधसहस्रेभ्यः फलं कृष्णजपस्य च ।।*
*वरं तेभ्यः पुनर्जन्म नातो भक्तपुनर्भवः । सर्वेषामपि यज्ञानां लक्षाणि च व्रतानि च ।।*
*तीर्थस्नानानि सर्वाणि तपांस्यनशनानि च ।* *वेदपाठसहस्राणि प्रादक्षिण्यं भुवः शतम् ।।*
*कृष्णनामजपस्यास्य कलां नार्हन्ति षोडशीम् । (ब्रह्मवैवर्तपुराणम्, अध्यायः-१११)*
🙏🏻 *विष्णुजी के सहस्र दिव्य नामों की तीन आवृत्ति करने से जो फल प्राप्त होता है; वह फल ‘कृष्ण’ नाम की एक आवृत्ति से ही मनुष्य को सुलभ हो जाता है। वैदिकों का कथन है कि ‘कृष्ण’ नाम से बढ़कर दूसरा नाम न हुआ है, न होगा। ‘कृष्ण’ नाम सभी नामों से परे है। हे गोपी! जो मनुष्य ‘कृष्ण-कृष्ण’ यों कहते हुए नित्य उनका स्मरण करता है; उसका उसी प्रकार नरक से उद्धार हो जाता है, जैसे कमल जल का भेदन करके ऊपर निकल आता है। ‘कृष्ण’ ऐसा मंगल नाम जिसकी वाणी में वर्तमान रहता है, उसके करोड़ों महापातक तुरंत ही भस्म हो जाते हैं। ‘कृष्ण’ नाम-जप का फल सहस्रों अश्वमेघ-यज्ञों के फल से भी श्रेष्ठ है; क्योंकि उनसे पुनर्जन्म की प्राप्ति होती है; परंतु नाम-जप से भक्त आवागमन से मुक्त हो जाता है। समस्त यज्ञ, लाखों व्रत तीर्थस्नान, सभी प्रकार के तप, उपवास, सहस्रों वेदपाठ, सैकड़ों बार पृथ्वी की प्रदक्षिणा- ये सभी इस ‘कृष्णनाम’- जप की सोलहवीं कला की समानता नहीं कर सकते*
🌷 *ब्रह्माण्डपुराण, मध्यम भाग, अध्याय 36 में कहा गया है :*
*महस्रनाम्नां पुण्यानां त्रिरावृत्त्या तु यत्फलम् ।*
*एकावृत्त्या तु कृष्णस्य नामैकं तत्प्रयच्छति ॥१९॥*
🙏🏻 *विष्णु के तीन हजार पवित्र नाम (विष्णुसहस्त्रनाम) जप के द्वारा प्राप्त परिणाम ( पुण्य ), केवलएक बार कृष्ण के पवित्र नाम जप के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है ।*

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🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
पंचक

: 18 सितंबर दोपहर 4.26 बजे से 23 सितंबर प्रात: 7.05 बजे तक
एकादशी

18 अगस्त: श्रावण पुत्रदा एकादशी

सितंबर 2021: एकादशी व्रत

03 सितंबर: अजा एकादशी

17 सितंबर: परिवर्तिनी एकादशी

प्रदोष

20 अगस्त: प्रदोष व्रत

सितंबर 2021: प्रदोष व्रत

04 सितंबर: शनि प्रदोष

18 सितंबर: शनि प्रदोष व्रत

पूर्णिमा
अगस्त 2021
22 अगस्त रविवार श्रावण
सितंबर 2021
20 सितंबर सोमवार भाद्रपद

अमावस्या

07 सितंबर, मंगलवार भाद्रपद अमावस्या

🙏🍀🌷🌻🌺🌸🌹🍁🙏
Janmashtami 2021: मेष से मीन राशि तक जानें जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने का उपाय
Janmashtami 2021: जन्माष्टमी का पर्व 30 अगस्त 2021 को मनाया जाएगा. इस दिन राशि के अनुसार जानें, भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने का तरीका.

जन्माष्टमी 2021

Janmashtami 2021:पंचांग के अनुसार 30 अगस्त 2021, सोमवार को भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी की तिथि को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. जन्माष्टमी का पर्व भारत में बड़ी ही श्रद्धाभाव से मनाया जाता है.

जन्माष्टमी के पर्व पर भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा और उपासना की जाती है. मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से भी प्रकार के दुखों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. इस दिन राशि के अनुसार कैसे भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न कर सकते हैं,

मेष राशि- जन्माष्टमी के पर्व पर मेष राशि वाले जातक भगवान श्रीकृष्ण को दूध और बादाम का भोग लगाएं. इससे जीवन में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिलेगी.

वृषभ राशि- जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को मिश्री का भोग लगाने की परंपरा है. भगवान श्रीकृष्ण को मिश्री प्रिय है. इस दिन वृषभ राशि वाले मिश्री के साथ पंजीरी का भोग लगाएं.

मिथुन राशि- जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए श्रीगोपाल सहस्रनाम का पाठ करें.

कर्क राशि- सफेद रंग के पुष्प अर्पित करें और राधाष्टक का पाठ करें. ऐसा करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा बनी रहती है.

सिंह राशि- राशि चक्र के अनुसार सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं. सूर्य को सभी ग्रहों का अधिपति माना गया है. जन्माष्टमी पर आपके लिए विष्णुसहस्रनाम पाठ करना उत्तम रहेगा.

कन्या राशि- ओम देवकीनंदनाय नम:, नाम के मंत्र का एक माला जाप करें.

तुला राशि- तुलसी और दही का भोग लगाएं तथा ओम लीलाधराय नम:, इस मंत्र का जाप करें.

वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि में केतु का गोचर बना हुआ है. जीवन में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण को शहद का भोग लगाएं.

धनु राशि- ओम नमो भगवते वासुदेवाय नम:, मंत्र का जाप करने से लाभ मिलेगा.

मकर राशि- जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के 108 नामों का जाप करें और पुष्प और मिष्ठान अर्पित करें.

कुंभ राशि- भगवान को पीले पुष्प अर्पित करें और ओम नमो कृष्ण वल्लभाय नम: नाम के मंत्र का जाप करें.

मीन राशि- जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक करें और इस मंत्र का जाप करें- ओम नमो भगवते वासुदेवाय नम:.

मेष दैनिक राशिफल (Aries Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रखेगा। विद्यार्थियों को आज शिक्षा के क्षेत्र में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए परीक्षा की तैयारी में एकाग्रता बनाए रखें। नौकरी से जुड़े जातक यदि किसी पार्ट टाइम कार्य को करने की योजना बना रहे हैं, तो आज उसके लिए समय निकालने में कामयाब रहेंगे। आज आपको अपने घर व व्यापार कहीं भी क्रोध में कोई निर्णय नहीं लेना है, यदि आपने लिया, तो वह आपके लिए कोई बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है। आय और व्यय मे भी आज आपको संतुलन बना कर रखना होगा, तभी आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत रख पाएंगे।
वृष दैनिक राशिफल (Taurus Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए सामान्य रहने वाला है। आज आप की व्यवसाय की योजनाएं लागू होंगी और जो भविष्य में आपको भरपूर लाभ भी अवश्य देंगी। कार्य क्षेत्र में आज कुछ व्यवधान आने के योग बनते दिख रही हैं। यदि ऐसा हो, तो आपको अपने शत्रुओं पर कड़ी नजर रखनी होगी। आज आप अपने परिजनों के साथ छोटी दूरी की यात्रा पर जाने का प्लान बना सकते हैं, लेकिन आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहना होगा क्योंकि उसमें कुछ गिरावट आ सकती है। आज आपको अकस्मात व्यापार में धन लाभ प्राप्त हो सकता है।
मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए करियर में अच्छी तरक्की के योग बना रहा है, लेकिन किसी सहयोगी के कारण आज आपको विश्वासघात मिल सकता है, इसलिए आज आपको अपने मन में चल रहे विचारों को किसी से सांझा नहीं करना है। यदि ऐसा किया, तो आपके शत्रु उसका फायदा उठा सकते हैं। सायंकाल का समय आज आप किसी धार्मिक आयोजन में सम्मिलित हो सकते हैं। जीवनसाथी को आज कोई उपहार भेट कर सकते हैं, जिसे देखकर वह प्रसन्न होंगी। आज आपके किसी मित्र के कारण आपका कोई लंबे समय से रुका हुआ कार्य पूरा हो सकता है।

कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए उत्तम रूप से फलदायक रहेगा। परिवार में आज किसी सदस्य से आपको कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है, जिसकी आप लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे थे। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति भी आज आप आसानी से कर पाएंगे। प्रेम जीवन जी रहे लोगों को आज अपने साथी के प्रति ईमानदार रहना होगा। यदि ऐसा नहीं किया, तो वह आपसे नाराज हो सकते हैं। परिवार की किसी महिला सदस्य से आज आपको आर्थिक सहयोग भी प्राप्त होता दिख रहा है।

सिंह दैनिक राशिफल (Leo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए निश्चित रूप से फलदायक रहेगा। कार्यक्षेत्र में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए आज आपको उलझनों में पड़ने से बचना होगा। विद्यार्थियों को आज मनचाही सफलता पाने के लिए कठोर परिश्रम की आवश्यकता पड़ेगी। आज आपको अपने पिताजी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा। यदि उनको कोई रोग पहले से ही सता रहा है, तो डॉक्टरी परामर्श अवश्य लें। यदि आज आपने जोखिम उठाने की सोची, तो वह आपके लिए नुकसान का सौदा हो सकता है।

कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए भाग्य के दृष्टिकोण से उत्तम रहेगा। ससुराल पक्ष से यदि संबंध में कोई दिक्कत चल रही थी, तो उसमें भी आज सुधार होगा। शासन में सत्ता का भी आज आपको भरपूर सहयोग मिलता दिख रहा है। बिजनेस कर रहे लोगों को आज नए स्त्रोत प्राप्त होंगे। सायंकाल का समय आज आप अपने माता पिता की सेवा में व्यतीत करेंगे। ऑफिस में कार्य करने वाले लोगों को आज उनके शत्रु उनके साथी बने नजर आएंगे, लेकिन वह भी उनसे सावधान रहने की आवश्यकता है। रोजगार के क्षेत्र में आ रही समस्याओं का समाधान खोजने में आज आप सफल रहेंगे।

तुला दैनिक राशिफल (Libra Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए उन्नति दायक रहेगा। व्यापार में बढ़ती हुई प्रोग्रेस को देखकर आपका मन प्रसन्न होगा, लेकिन आपको आज अपनी शान-शौकत पर ज्यादा धन खर्च नहीं करना है क्योंकि इसे देखकर आपके शत्रु परेशान हो सकते हैं। संतान पक्ष की ओर से आपको आज कोई सुखद समाचार सुनने को मिल सकता है। यदि आपका कोई संपत्ति संबंधित विवाद कोर्ट कचहरी में चल रहा है, उसमें भी आज आपको जीत मिलेगी और विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के मार्ग प्रशस्त होंगे। सायंकाल का समय आज आप अपने किसी मित्र के घर जा सकते हैं।

वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Daily Horoscope)
आज का दिन आपको व्यवसाय की योजनाओं को लाभ मिलेगा। परिवार में किसी सदस्य के स्वास्थ्य में खराबी आने के कारण आपका रूटिंग डगमगा सकता है, लेकिन आपको ध्यान देना होगा। यदि आपके कुछ कार्य जरूरी है, तो आप पहले उन्हें ही पूरा करें। जीवनसाथी की सलाह से आज आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी, लेकिन आपको व्यर्थ के धन को व्यय करने से बचना होगा। प्रेम जीवन में मधुरता आएगी। विद्यार्थियों को सहपाठियों का सहयोग मिलेगा। नौकरी कर रहे जातकों को आज ऑफिस में अपने अधिकारियों के साथ अच्छे संबंधों से लाभ मिलेगा।

धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए कुछ कठिनाइयों भरा रहेगा। भाई-बहनों के साथ का आज आपको भरपूर लाभ मिलेगा। किसी बड़े अधिकारी की मदद से आज आपका लंबे समय से अटका हुआ कार्य संपन्न होगा। यदि आप किसी संपत्ति के क्रय विक्रय का मन बना रहे हैं, तो उसके चल व अचल पहलुओं को स्वाधीनता से जांच लें, लेकिन आज आपको अपने किसी रिश्तेदार के साथ धन के लेनदेन करने से बचना होगा, नहीं तो आपका वह धन फंस सकता है। लंबे समय से चली आ रही समस्याओं से आज आपको मुक्ति मिलेगी, जिसके कारण आपका मन प्रसन्न होगा।

मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Daily Horoscope)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। ऑफिस में आज आप किसी नए प्रोजेक्ट पर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर कार्य करेंगे। व्यापार कर रहे जातकों को आज सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। यदि आपका कोई संपत्ति संबंधित मामला चल रहा है, तो आज उसमें आपको लाभ होगा व आपको भी किसी संपत्ति की प्राप्ति हो सकती है। दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा। यदि लंबे समय से परिवार में कोई परेशानी चल रही थी, तो आज उसका समाधान मिलेगा।

कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Daily Horoscope)
आज का दिन आपके आत्मविश्वास में वृद्धि का दिन रहेगा। विद्यार्थियों को आज अपनी शिक्षा के क्षेत्र में आ रही परेशानियों को अपने सीनियर व अपने गुरुजनों से सांझा करना होगा, जिसका वह लाभ भी अवश्य उठाएंगे। आज संतान के दायित्वो की पूर्ति करने में सफल रहेंगे। जीवनसाथी के साथ से किए जा रहे कार्य में आपको सफलता अवश्य प्राप्त होगी। यदि आपके कुछ लंबे समय से अटके हुए सभी कार्य आसानी से पूरे होंगे।

मीन दैनिक राशिफल (Pisces Daily Horoscope)
आज का दिन दिन आपके लिए उत्तम संपत्ति के संकेत दे रहा है। सायंकाल के समय आज आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ छोटी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं, जिसका लाभ अवश्य मिलेगा। भाई व बहन की चिता आज आपको सता रही थी, तो आज उनका रिश्ता पक्का हो सकता है। संतान पक्ष की ओर से आज आपको कोई अप्रिय समाचार सुनने को मिल सकता है, जिसके कारण आप थोड़ा परेशान नजर आएंगे। विवाह योग्य जातकों के लिए भी उत्तम विवाह के प्रस्ताव आएंगे।

दिनांक 28 को जन्मे व्यक्ति राजसी प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। आपका मूलांक 1 होगा। 2 और 8 आपस में मिलकर 10 होते हैं। इस तरह आपका मूलांक 1 होगा। आप आपको अपने ऊपर किसी का शासन पसंद नहीं है। आप साहसी और जिज्ञासु हैं। आपका मूलांक सूर्य ग्रह के द्वारा संचालित होता है। आप अत्यंत महत्वाकांक्षी हैं। आप आशावादी होने के कारण हर स्थिति का सामना करने में सक्षम होते हैं। आप सौन्दर्यप्रेमी हैं। आपमें सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला आपका आत्मविश्वास है। इसकी वजह से आप सहज ही महफिलों में छा जाते हैं। आपकी मानसिक शक्ति प्रबल है। आपको समझ पाना बेहद मुश्किल है।

शुभ दिनांक : 1, 10, 19, 28

शुभ अंक : 1, 10, 19, 28, 37, 46, 55, 64, 73, 82

शुभ वर्ष : 2026, 2044, 2053, 2062

ईष्टदेव : सूर्य उपासना तथा मां गायत्री

शुभ रंग : लाल, केसरिया, क्रीम,

कैसा रहेगा यह वर्ष
नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम हैं। पदोन्नति के योग हैं। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद रहेगा। अधूरे कार्यों में सफलता मिलेगी। पारिवारिक मामलों में महत्वपूर्ण कार्य होंगे। अविवाहितों के लिए सुखद स्थिति बन रही है। विवाह के योग बनेंगे। बेरोजगारों के लिए भी खुशखबर है इस वर्ष आपकी मनोकामना पूरी होगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष उत्तम रहेगा
*आचार्य ब्रजेश मिश्र* *7992327070*
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🌻 *आपका दिन मंगलमय हो* 🌻

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