राजनीति

डाटा किंग प्रशांत किशोर को दूसरे दलों के डाटा की नहीं है जरुरत – जन सुराज

डाटा लीक प्रकरण राजद का राजनीतिक शिगूफा

उप चुनाव में हार की संभावना से घबराहट में है राजद

श्रुति मिश्रा /पटना। जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने कहा है कि डाटा किंग प्रशांत किशोर को किसी दूसरे दलों के डाटा की कोई जरूरत नहीं है। राजद के सदस्यों के डाटा लीक मामले से जन सुराज का कोई लेना-देना नहीं है। जन सुराज पर राजद का संदेह उनके नेतृत्व का मानसिक दीवालियापन ही कहा जा सकता है।ऐन उप चुनाव के वक्त इस तरह की अफवाहन खबर उड़ाना इस बात का प्रमाण है कि राजद गठबंधन सभी चारों सीटों पर उप चुनाव हार रही है जिससे उनकी बौखलाहट बढ़ी हुई है। यह राजद का महज़ एक राजनीतिक शिगूफा है।आज़ यहां जारी एक बयान में श्री ठाकुर ने कहा है कि पहले दैनिक भास्कर के डिजिटल न्यूज पोर्टल पर राजद के सिस्टम से उनके करीब साढ़े चार लाख सदस्यों का डाटा लीक होने की खबर चलवाई गई जिसमें यह कहा गया है कि उन सदस्यों को जन सुराज फोन कर राजद कार्यकर्ताओं को अपने पक्ष में लाने का प्रयास किया जा रहा है। बाद में आज़ न्यूज 18 टीवी चैनल पर राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने दबी जुबान से इशारों-इशारों में बगैर जन सुराज का नाम लिए टिप्पणी की है। वैसे राजद ने उनके कार्यकर्ताओं को फोन कर अथवा संपर्क कर जन सुराज द्वारा अपने पाले में लाने के प्रयास का आरोप लगाया‌ है। इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष जगता नन्द सिंह द्वारा विधिवत चिट्ठी लिखकर अपने कार्यकर्ताओं को पहले ही आगाह किया जा चुका हैं। श्री ठाकुर ने कहा है कि पिछले बत्तीस वर्षों से मुस्लिम समाज राजद नेतृत्व की उपेक्षा से त्रस्त रहें हैं। राजनीतिक विकल्प के अभाव में मुस्लिम समाज भाजपा को रोकने के लिए राजद का वोट बैंक बने हुए थे। अब जन सुराज के संस्थापक और गांधी वादी विचारधारा के संपोषक तथा सेकुलरिज्म के मजबूत अलंबरदार प्रशांत किशोर जी का नेतृत्व मुस्लिम भाइयों को भा गया है जिससे वे बड़ी संख्या में जन सुराज में लगातार शामिल हो रहे हैं। अर्थात राजद के लालटेन में तेल बनकर अबतक जल रहे हमारे मुस्लिम भाइयों को प्रशांत किशोर जी के नेतृत्व वाली जन सुराज पार्टी पर भरोसा बढ़ने लगा है और वे राजद छोड़ रहे हैं। चार जगहों पर हो रहे उप चुनाव में भी मुस्लिम समाज जन सुराज के पक्ष में लामबंद हो गए हैं। इससे भयभीत होकर राजद एक नया शिगूफा कि उनके कार्यकर्ताओं का डाटा चोरी हो गई है की चर्चा मीडिया में करवा रहे हैं। श्री ठाकुर ने बताया कि जन सुराज के कार्यकर्ता पदयात्रा अभियान शुरू होने ( दो अक्टूबर 2022 ) के पहले से ही बिहार में सदस्य बनाने में जुटे हुए हैं। सही लोग, सही सोच और सामूहिक प्रयास हमारा स्लोगन है और जिनमें बिहार को बदलने का जज्बा है और जो लोग बिहार की शिक्षा व्यवस्था, बेरोज़गारी, पलायन की समस्या से निजात चाहते हैं वे सभी बिहारी जात – पात और धर्म – मजहब से ऊपर उठकर प्रशांत किशोर जी के नेतृत्व में जन सुराज के संस्थापक सदस्य बनते गए हैं तथा यह क्रम निरंतर जारी है। ऐसे में डाटा लीक होने की खबर ही भ्रामक और मिथ्या पूर्ण है।‌ जन सुराज की सशक्त सर्वे टीम द्वारा हर गांव के प्रभावशाली और सही सोच रखने वाले नेताओं, कार्यकर्ताओं, पूर्व व वर्तमान जन प्रतिनिधियों, समाज के अच्छे लोगों जिनमें बिहार की चरमराई व्यवस्था को बदलने का जज्बा है का डाटा उपलब्ध है जिसके सहारे कौल कर लोगों को संस्थापक सदस्य बनाया जाता है।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!