गड़हनी(भोजपुर)जल संरक्षण को लेकर सरकार द्वारा देश भर मे जहाँ टीवी रेडियो प्रिन्ट मीडिया से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

गुड्डू कुमार सिंह –वहीं सरकारी कार्यालयों मे इस अभियान को चुना लगाया जा रहा है,यही हकीकत है।आज इस अफसर शाही राज मे आम जनता पीस रही है और ऑफिसर मजे उडा रहे है।कुछ ऐसी ही घटना गडहनी स्थित प्रखण्ड कार्यालय का भी है।यहाँ ऑफिसर से लेकर कर्मचारी तक अपनी मनमानी करने से पीछे नही हटते।योजनाओं का बंदरबाट कर अपनी बहादुरी अपने ही लुटना,यहाँ की दिनचर्या बन कर रह गई है।जल संरक्षण के नाम पर धब्बा लगाता प्रखण्ड कार्यालय का यह तस्वीर ब्यां करती है
पदाधिकारियों की करतूत जिसमे नल का जल खुलेयाम बेवजह बहाया जा रहा है।बतादें कि सालों से लगा इस नल से बेवजह गिर रहे पानी को बन्द करने का जतन नही किया गया।या यूँ कह सकते है कि प्रतिदिन कार्यालय आने जाने वाले पदाधिकारी एवं कर्मियों का ध्यान ही इस ओर नही जा पाता, जिससे इसका क्रिया कर्म किया जा सके।ऐसे कई उदाहरण है जिसमे सरकारी कर्मचारियों का क्रिया कलापो पर प्रश्न चिन्ह खडा करता है। प्रखण्ड कार्यालय परिसर के अंदर प्रवेश करने पर बाये साइड में जल के लिए नल लगाया गया है।लेकिन उस नल में पानी जब जब सप्लाई शुरू होता है तब लगातार नल से पानी बहते रहता है।जहाँ सरकार पानी को लेकर तरह तरह के स्लोगन लोगो के बीच रखती है कि बेवजह पानी की बर्बादी नही करे।वही सरकारी कार्यालय में इस नियम और स्लोगन की धज्जियां उड़ाई जा रही है।बेवजह पानी की बर्बादी जमकर की जा रही है।जबकि जहाँ नल लगा है वहाँ से प्रखण्ड के अधिकारी से लेकर पदाधिकारी व कर्मी प्रतिदिन आते और जाते है,लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इस पर किसी की नजर आज तक नही पड़ी।पानी की हो रही बर्बादी से वहां पर फिसलन की स्थिति बन गई है।जिससे कभी कभार तो कई लोग गिरे भी है।अब देखने वाली बात होगी की प्रखण्ड कार्यालय में हो रही पानी की बर्बादी पड़ कब स्थानीय साहब लोगो की नजर पड़ती है।और कब इसमे सुधार होता है।