*सरदार पटेल के भारत की अवधारणा से छेड़खानी कर रही है मौजूदा सरकार : अनिल कुमार*
त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-पटना। जनतांत्रिक विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार ने आज पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर देश की सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का सपना देश को एक एकता, अखंडता और संप्रभुता वाला बनाने का था। लेकिन मौजूदा सरकार उनके भारत की अवधारणा से छेड़खानी कर रही है।
अनिल कुमार ने उक्त बातें आज सरदार पटेल की 147 वीं जयंती मनाते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की सोच को गांव – गांव, घर – घर ले जाने की जरूरत है। उनका स्पष्ट रूप से कहना है कि लोग जबतक समृद्ध नही बनेंगे। गांव की जनता जबतक समृद्ध नही होगी और भारत का भला नही हो सकता।
उनका कहना था कि भारत उत्पादक राष्ट्र बने। उनका सपना था की भारत में अन्न के लिए कोई भूखा न रहे, अन्न के लिए कोई भरता में आंसू न बहाए। उनका कहना था की आपका दुश्मन कितना भी गरम हो आप उसके साथ नरमी के साथ पेश आएं। उनका उदाहरण था की लोहा कितना भी गरम रहता है हथौड़ा ठंडा रहता है तभी काम करता है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के साथ मिलकर सरदार पटेल ने नई भारत की कल्पना की थी। सरदार पटेल ने समृद्ध भारत की कल्पना की थी। एक नया भारत, एक संगठित भारत को उन्होंने बनाया था, संगठित किया था। लगभग 562 रियासतों को मिलाकर जब नया भारत को बनाया और आज इस भारत में हमलोग बंटे हुए है। आज उस भारत में हमलोग अलग अलग खेमों में बंट रहे है। सरकारें बांटने का काम कर रही है और गरीब के आलम के मारे भारत की जनता त्राहिमाम कर रही है।
उन्होंने कहा कि ईडब्ल्यूएस में लोगो को 10% आरक्षण दिया जा रहा रहा है। क्या सरदार पटेल चाहते थे की भारत के अंदर इस तरह आरक्षण का खेल हो?उन्होंने पूछा कि एक तरफ आरक्षण दी गई तो फिर ये नई आरक्षण की परिभाषा कहा से आई?इन्ही सब बातों को लेकर आज हमलोग सरदार पटेल को याद कर रहे है उनको नमन करते है। उनकी चट्टानी एकता को याद करते हुए जनतांत्रिक विकास पार्टी के कार्यकर्ता उसी चट्टानी एकता के साथ भारत को मजबूत करने के लिए एक संकल्प लेकर आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा की सरदार पटेल की सोच बिहार ही नही भारत को आगे लेकर जायेगी। और जब कोई सरदार पटेल की मजबूत सोच नही रखेगा, जो आज हमारे बिहार में हो रहा है, सरदार पटेल की सोच पर बिहार में अमल नही हो रहा है। अगर बिहार में मजबूत सोच होगा तो संकल्पित बिहार होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकमल पटेल एवं मंच संचालन प्रेम प्रकाश ने किया। कार्यक्रम को डॉ रंजन पटेल, संजय कुमार मंडल, दीपक पटेल, निशी कुमारी, कंचन कुमारी, प्रशांत प्रियदर्शी, रविन्द्र पटेल, जगनारायण पटेल, मुकेश पटेल, सुखदेव यादव, आनंद कुमार मंडल, मनीष पटेल, शिव कुमार कुशवाहा, जर्नादन राम, महेश प्रसाद, मुकेश पटेल, कामेश्वर कुमार, जय प्रकाश, सुरेश वाडेकर, गुप्तेश्वर पटेल, जयचन्द जी, राजेश गौड़, मुन्ना ठाकुर, उद्धो यादव, कृष्ण यादव, मोहन तुरी, अनीता देवी, त्रिवेणी मंडल, सुमन कुमार, शिवशंकर पटेल, उप्रदेश कुमार ने संबोधित किया।