न्यु प्राथमिक विद्यालय तिनघरवा मे लटका रहता है ताला

सूचना के बाद भी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी नही करते कारवाई
गुड्डु कुमार सिंह :-गडहनी (भोजपुर)। नगर पंचायत गडहनी के तिनघरवा टोला स्थित न्यु प्राथमिक विद्यालय चर्चा का विषय बना हुआ है।बतादें कि कोरोना काल मे सालो से बन्द विद्यालय शिक्षक के अभाव मे आज भी विद्यालय मे ताला लटका हुआ है।ऐसा नही है कि इस विद्यालय मे शिक्षकों का पदस्थापना नही हुआ है बल्कि शिक्षक अपनी मनमर्जी से विद्यालय खोलते और आते जाते है।विद्यालयके प्रधानाचार्य नागेन्द्र कुमार की मनमानी से तंग आकर बुधवार को जब ग्रामीणो की सूचना पर पत्रकार दिन के 1 बजकर 20 मिनट पर
तीनघरवा टोला स्थित प्राथमिक विद्यालय पहुंचे तो पाया कि विद्यालय बन्द है।वहीं से विद्यालय बन्द की सूचना प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी गडहनी शम्भु नाथ सिंह को दी गई।लेकिन बीईओ द्वारा विद्यालय खुला होने का हवाला दिया गया जबकि 1 सितम्बर 2021 को दिन के 1 बजकर 24 मिनट 10 सेकण्ड पर लिया गया टाइम डेट अंकित के साथ विद्यालय बन्द का फोटो बिडियो बीईओ को भेजा गया था फिर भी बीईओ द्वारा शिक्षक पर कारवाई नही करते हुए शिक्षक को बचाया जा रहा।शिक्षा जगत को गर्त मे पहुंचाने वाले इन पदाधिकारियों की मिलीभगत से ही बच्चों का भविष्य अन्धकारमय बना हुआ है।शिक्षक अपने कर्तब्यों का निर्वहन करने से पीछे भाग रहे हैं।गडहनी प्रखण्ड के ऐसे बहुत से विद्यालय हैं जो रजिस्टर पर ही संचालित होते आ रहे है शिक्षकों का महीनो महीनो दिन तक अता-पता नही रहता।ऐसे ही शिक्षक बीआरसी सीआरसी बीईओ को पाॅकिट मे लेकर घुमते है।बेचारे ए भी करे तो क्या करें कारवाई करने से पहले ही रोड छाप नेताओं से लेकर मंत्री विधायक तक का पैरवी व धमकी आ जाती है।तीनघरवा विद्यालय बन्द की सूचना बीईओ तक पहुंचते ही नेताजी का फोन आना शुरू हो गया।बाबु खबर प्रकाशित नही करना मिला जुलाकर चलना चाहिए एक ही जगह रहना है आदि आदि बातें कर खबर को रोकने का प्रयास किया जाना शुरू हो जाता है साथ ही पत्रकार को इन रोडछाप नेताओं द्वारा धमकी भी दिया जाता है कि ठीक नही होगा। गजब बिडम्बना है इस सुशासन की सरकार मे सरकारी तंत्र मजाक बन कर रह गई है।कुछ नही हो सकता इस सरकार मे।खासकर शिक्षा ब्यवस्था बिल्कुल नही सुधर सकती जहाँ ऐसे ऐसे पदाधिकारी शिक्षक गेडुरी मारकर बैठे हों।एक कहावत यहाँ चरितार्थ हो रही है अंधेर नगरी चौपट राजा।