किशनगंज : नगर परिषद कार्यालय में बोर्ड की बैठक आहूत,बैठक में पार्षदों ने उठाया छोटी योजना की अनुशंसा का अधिकार देने का मुद्दा..

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, नगर परिषद कार्यालय परिसर में शुक्रवार को बैठक का आयोजन किया गया। उक्त बैठक को इस कार्यकाल की अंतिम बैठक मानी जा रही है। बैठक में पहले आकस्मिक निधन होने वाले पार्षदों को याद कर मौन रखा गया। बैठक में 36 योजनाओं को शुरू करने के साथ लंबित संविदाओं को पूरा करने के लिए 15 मई तक की समय सीमा का निर्धारण की गई। बैठक का आयोजन मानसून से पहले साफ-सफाई व अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ नई योजनाओं के शुरू करने की बात रखी। लेकिन चुनाव पूर्व पार्षदों को निकाय चुनाव में जनता से पूछे जाने वाले सवालों का डर सताता नजर आया। कई पार्षदों ने पांच वर्षों के कार्यकाल में विकास योजनाओं को लेकर सवाल खड़े किए।जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के मामले में छोटी योजनाओं की अनुशंसा का अधिकार पार्षदों को देने का भी मुद्दा उठाया गया। नगर निकाय चुनाव पूर्व नगर परिषद के सभागार में पार्षदों की बैठक का आयोजन किया गया। उक्त बैठक में मानसून से पहले नालियों की साफ-सफाई, लंबित संविदा को 15 मई तक पूर्ण करने के साथ-साथ 36 योजनाओं को धरातल पर उतारने पर सहमति बनी। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के दौरान बस स्टैंड में स्वरोजगार के लिए दुकानों का निर्माण कराने की मांग की गई। इसके अलावा गांधी चौक पर महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित करने का फैसला लिया गया। बैठक के दौरान कई तरह के आरोप प्रत्यारोप भी चले। कुछ पार्षदों ने आरोप लगाया कि पांच वर्षों के दौरान शहर के सौंदर्यीकरण को लेकर कोई कार्य ऐसा नहीं हुआ जिसे गिनाया जा सके। इसके अलावा नल-जल योजना की शिथिलता के साथ बस स्टैंड से होने वाले लाखों की कमाई के बावजूद नागरिक सुविधा के नाम पर यात्रीशेड का बंद रहना व साफ-सफाई को लेकर सवाल खड़े किए गए। पार्षदों ने मांग की कि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष कार्यालय को छोड़ क्षेत्र का भ्रमण करना चाहिए। ताकि मूलभूत समस्याओं से अवगत हो सकें। वार्ड पार्षदो ने कहा कि जिन संवेदको ने सरकारी दर से 15 से 20 प्रतिशत कम रेट पर काम लिया है उनके कार्यों की जांच की मांग की गई है।