किशनगंज : बहू द्वारा की गई 15 दिनों तक निराहार रहकर कठिन तपस्या से दफ्तरी परिवार में हर्ष का माहौल..

15 दिनों तक निराहार रहकर तपस्या करने पर स्वाति दफ्तरी का तेरापंथ महिलामण्डल ने किया अभिनन्दन, इससे पूर्व भी स्वाति ने अनेक तप किए हुए हैं।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, तेरापंथ महिला मण्डल के द्वारा स्थानीय तेरापंथ भवन में स्वाति दफ्तरी, पुत्रवधू स्वर्गीय जयकरण दफ्तरी व धर्मपत्नी विनीत दफ्तरी के तप के अभिनंदन का समारोह आयोजित किया गया। तप अभिनंदन के इस कार्यक्रम की शुरूआत मंगलाचरण के द्वारा महिला मंडल की सदस्याओं ने किया। इस अवसर पर अध्यक्षा संतोष दुगड़ ने तप अभिनंदन करते हुए कहा कि “तपस्या तो अपने आप में कठिन है ही, निर्जरा करना व अपने शरीर को कंचन बनाना और छोड़ना जीव रसना का स्वाद बहुत ही कठिन है।” बताते चले कि जैन धर्म में सावन और भदवा का महीना तप व निर्जरा का महीना माना जाता है।स्वाति दफ्तरी 13 दिनों से निराहार है और 15 दिनों तक निराहार रहने का प्रण लिया है। इससे पूर्व भी स्वाति ने अनेक तप किए हुए हैं परंतु 15 दिनों की निराहार तपस्या का प्रण, स्वाति के तपस्याओं के क्रम में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। उपस्थित सदस्याओं ने अपने वक्तव्य में कहा कि स्वाति की इस तपस्या ने किशनगंज तेरापंथ समाज व दफ्तरी परिवार पर मानो सुंदर स्वर्ण कलश चढ़ाया है। आयोजित कार्यक्रम में दफ्तरी परिवार के बच्चों ने भी अपनी चाची के अभिनंदन के रूप में एक नाटक के माध्यम से खूबसूरत प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में परामर्श सारिका कोठारी, उपाध्यक्ष मंजू दफ्तरी और काफ़ी बहनों ने तपस्वी का अभिनंदन गीतिका, कविता आदि के माध्यम से अभिनंदन व शुभकामनाएं व्यक्त की।तप के अभिनंदन पत्र का वाचन उपाध्यक्ष प्रभा बैद ने किया।महिलामंडल की बहनों द्वारा तपस्विनी को अभिनंदन पत्र एवं साहित्य भेंट करते हुए उनका सम्मान बढ़ाया गया। समारोह का संचालन ममता बैद ने किया वहीं आभार ज्ञापन सहमंत्री ममता बाफना ने किया। विनीता दफ्तरी, कांता दफ्तरी, जूली दफ्तरी, सोनम बोथरा, रुचि दफ्तरी और हर्षिला छोरियां आदि ने भी तपस्वी का अभिनंदन गीतिका के माध्यम से किया।