ठाकुरगंज : अवैध खनन से सरकारी राजस्व को लाखों करोड़ों का हो रहा नुकसान
मिली जानकारी के अनुसार जमुना नदी से अवैध खनन कर निकाले गए बालू का रंग आयरन जैसा है। सूत्र से प्राप्त जानकारी यह भी है कि जमुना नदी से निकाले गए लाल बालू को सूखानी क्षेत्र के रेलवे प्लांट में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो मौका देखकर भारी मात्रा में जमुना नदी से अवैध खनन कर बालू निकाला जाता है और फिर उसे रेलवे प्लांट में दिया जाता है रेलवे प्लांट की प्राप्त तस्वीर से पता चला है कि दो तरह के बालू रेलवे प्लांट पर स्टॉक किए गए हैं जहां लाल बालू का भी स्टॉक है यह बालू जमुना नदी से ही प्लांट के कुछ ही मीटर की दूरी से निकाला गया है
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किशनगंज, 06 अक्टूबर (के.स.)। फरीद अहमद, जिला के सुखानी थाना क्षेत्र अंतर्गत अवैध खनन चरम सीमा पर है। अवैध खनन के कारण सरकारी राजस्व को लाखों करोड़ों रुपया का नुकसान हो रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जमुना नदी से अवैध खनन कर स्टॉक किया जाता है फिर बारी-बारी से कई जगह पर इसका परिवहन भी किया जाता है। मिली जानकारी के अनुसार जमुना नदी से अवैध खनन कर निकाले गए बालू का रंग आयरन जैसा है। सूत्र से प्राप्त जानकारी यह भी है कि जमुना नदी से निकाले गए लाल बालू को सूखानी क्षेत्र के रेलवे प्लांट में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो मौका देखकर भारी मात्रा में जमुना नदी से अवैध खनन कर बालू निकाला जाता है और फिर उसे रेलवे प्लांट में दिया जाता है रेलवे प्लांट की प्राप्त तस्वीर से पता चला है कि दो तरह के बालू रेलवे प्लांट पर स्टॉक किए गए हैं जहां लाल बालू का भी स्टॉक है यह बालू जमुना नदी से ही प्लांट के कुछ ही मीटर की दूरी से निकाला गया है। नाम ना बताने की शर्त पर लोगों का कहना है कि यकीन न हो तो बालू कि लैब टेस्ट कराले विभाग का सब सच सामने आ जाएगा। खनन विभाग द्वारा स्थलीय जांच कर अवैध खनन करने वाले बालू माफियाओं पर ठोस कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि सरकारी राजस्व में हो रहे लाखों करोड़ों की क्षति को रोका जा सके।