किशनगंज : जिले में सुरक्षित मातृत्व अभियान एवं परिवार नियोजन दिवस का सफल आयोजन
गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, जनसंख्या स्थिरीकरण व मातृ-शिशु स्वास्थ्य पर रहा फोकस

किशनगंज,21सितम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में रविवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान और परिवार नियोजन दिवस का संयुक्त आयोजन किया गया। इस अवसर पर गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच की गई तथा उन्हें सुरक्षित मातृत्व, प्रसव पूर्व देखभाल और परिवार नियोजन के महत्व के प्रति जागरूक किया गया।
साथ ही स्वस्थ नारी, स्वस्थ परिवार अभियान के तहत महिलाओं और योग्य दंपतियों को स्थायी एवं अस्थायी परिवार नियोजन उपायों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का निरीक्षण सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी, डीडीए सुमन सिन्हा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार और सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
स्वस्थ मां ही दे सकती है स्वस्थ संतान
निरीक्षण के दौरान जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार ने कहा कि “एक स्वस्थ मां ही स्वस्थ और सेहतमंद बच्चे को जन्म दे सकती है। गर्भावस्था के दौरान कम से कम चार एएनसी जांच आवश्यक हैं, ताकि संभावित जटिलताओं का समय रहते समाधान किया जा सके।” उन्होंने दो बच्चों के बीच उचित अंतराल रखने के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि इससे मां-बच्चे दोनों का पोषण और देखभाल बेहतर हो पाती है।
सुरक्षित मातृत्व और स्थिर जनसंख्या की दिशा में प्रयास
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि सुरक्षित मातृत्व और जनसंख्या स्थिरीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग निरंतर सामुदायिक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क जांच, दवाएं और परामर्श की सुविधा दी जाती है, जबकि परिवार नियोजन दिवस पर योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
डॉ. चौधरी ने कहा, “यह प्रयास केवल मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में सुखद जीवन, स्वास्थ्य सुरक्षा और जनसंख्या संतुलन को भी बढ़ावा देने वाला है।”
सामुदायिक स्वास्थ्य की दिशा में मजबूत कदम
महिला चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शबनम यास्मीन ने कहा कि समुदाय स्तर पर जागरूकता और सेवाओं की स्वीकार्यता बढ़ाना इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य रहा। उन्होंने बताया कि छोटा और सीमित परिवार न केवल आर्थिक रूप से उपयोगी है, बल्कि इससे मां और बच्चों की सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. मुनजिम ने कहा कि इस तरह के संयुक्त आयोजनों से यह स्पष्ट संदेश जाता है कि स्वास्थ्य विभाग मातृ-शिशु स्वास्थ्य के प्रति गंभीर और प्रतिबद्ध है।
कार्यक्रम का व्यापक संदेश
इस संयुक्त आयोजन ने जिले में गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व की ओर प्रेरित किया और दंपतियों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया। आयोजन के जरिए जनमानस में यह संदेश दिया गया कि स्वस्थ नारी ही स्वस्थ परिवार और मजबूत समाज की नींव है।