जिला सांख्यिकी कार्यालय पटना में पी. सी. महालनोबिस के जन्मदिवस के अवसर पर सांख्यिकी दिवस मनाया गया।

इस अवसर पर जिला सांख्यिकी पदाधिकारी महेश प्रसाद ने पी. सी. महालनोबिस के फोटो पर माल्यार्पण किया।
त्रिलोकी नाथ प्रसाद :-उन्होंने उनके कार्यों और उपलब्धियों का संक्षिप्त परिचय देते हुए कहा कि प्रशांत चन्द्र महालनोबिस का जन्म 29 जून 1893 में बंगाल के कोलकाता शहर में हुआ था। उन्होंने अपनी पढाई प्रेसीडेंसी कॉलेज कोलकाता और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी, लंदन से गणित और सांख्यिकी के क्षेत्र में की।
देश की आर्थिक योजना और सांख्यिकी विकास के क्षेत्र में प्रशांत चंद्र महालनोविस के उल्लेखनीय योगदान के मद्देनजर उनका जन्मदिन 29 जून हर वर्ष भारत में सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
महालनोबिस की प्रसिद्धि “महालनोबिस दूरी” के कारण है जो उनके द्वारा सुझाया गया एक सांख्यिकी माप है। उन्होंने भारतीय सांख्यिकी संस्थान की स्थापना की। महालनोबिस का सबसे बड़ा योगदान उनके द्वारा शुरू की गई सैंपल सर्वे की संकल्पना है, जिसके आधार पर आज के युग में बड़ी बड़ी नीतियां और योजनाएं बनाई जा रही है।
भारत में सांख्यिकी के पितामह पीसी महालनोबिस द्वारा दूसरी पंचवर्षीय योजना का मसौदा तैयार किया जो उस समय दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज माना गया था।
महालनोबिस को वेलडन मेडल, देवी प्रसाद सर्वाधिकार स्वर्ण पदक, पद्मभूषण और श्रीनिवास रामानुजम स्वर्ण पदक से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया।
इस वर्ष सांख्यिकी एवम कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सांख्यिकी दिवस 2021 का
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“End Hunger achieve food security and improve nutrition and promote sustainable Agriculture” रखा है।
इस अवसर पर सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी म. परवेज आलम, श्री अंजनी कुमार लाल, अवर सांख्यिकी पदाधिकारी श्री गोपाल प्रसाद चौहान श्री विजय कुमार, श्री मनिंदर कुमार, श्रीमति प्रतिमा कुमारी, , उच्च वर्गीय लिपिक मधु देवी, कुमारी सविता सिंह,कंप्यूटर ऑपरेटर प्रभात रंजन, कार्यालय परिचारी श्री दीनानाथ महतो,श्री कवीन्द्र कुमार उपस्थित थे।