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एमडीए अभियान के लिए राज्य स्तरीय टीओटी का आयोजन, 10 फरवरी से शुरू होगा राउंड

पटना,16दिसम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, राज्य में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर आगामी 10 फरवरी से एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) राउंड संचालित किया जाएगा। इसे लेकर मंगलवार को एक स्थानीय होटल में राज्य स्तरीय टीओटी (ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन राज्य फाइलेरिया कार्यालय एवं पिरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।

कार्यक्रम का उद्घाटन एवं अध्यक्षता करते हुए अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (फाइलेरिया) डॉ. श्यामा राय ने स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में दवा केवल बांटी नहीं जाएगी, बल्कि अपने सामने खिलाना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर रिविजिट कर यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी योग्य व्यक्ति दवा का सेवन करें।

टीओटी में अरवल, औरंगाबाद, गया, बेगूसराय, जमुई, मुजफ्फरपुर, सारण, शिवहर, शेखपुरा, सहरसा, वैशाली, दरभंगा, लखीसराय, रोहतास, पूर्णिया एवं समस्तीपुर सहित 16 जिलों के जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, वीडीसीओ, डीसीएम, वीडीसी कंसलटेंट, पिरामल टीम के जिला प्रतिनिधि, डब्ल्यूएचओ, लेप्रा, सीफार, जीएचएस एवं अन्य सहयोगी संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल हुए। जानकारी दी गई कि अररिया को छोड़कर राज्य के शेष 37 जिलों में योग्य व्यक्तियों को फाइलेरिया की दवा खिलाई जाएगी।

90 प्रतिशत कवरेज का लक्ष्य

इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पटना के वरीय क्षेत्रीय निदेशक डॉ. रविशंकर सिंह ने कहा कि दवा खिलाने वाली टीमों को रिविजिट कर अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सुनिश्चित करनी होगी।

डब्ल्यूएचओ के स्टेट एनटीडी कोऑर्डिनेटर डॉ. राजेश पांडेय ने बताया कि नई गाइडलाइन के अनुसार अभियान के दौरान कम से कम 90 प्रतिशत लोगों को दवा खिलाना अनिवार्य है।

पिरामल फाउंडेशन के अंशु कुमार ने एमडीए के दौरान आईएचआईपी पोर्टल पर प्रतिदिन रिपोर्टिंग की प्रक्रिया की जानकारी दी। वहीं बासब रुज ने अभियान की सफलता के लिए अंतर्विभागीय समन्वय पर जोर दिया। सीफार के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक रणविजय कुमार ने अभियान में सीएचओ की भूमिका को रेखांकित किया। लेप्रा एवं जीएचएस के प्रतिनिधियों ने भी एमडीए राउंड में अपनी-अपनी जिम्मेदारियों पर चर्चा की।

कार्यशाला में राज्य सलाहकार (फाइलेरिया) डॉ. अनुज सिंह रावत ने सभी डीसीएम से कहा कि आशा एवं आशा सुपरवाइजरों की बैठकों में 10 फरवरी 2026 से प्रस्तावित एमडीए कार्यक्रम की जानकारी तथा दवा सेवन के लाभों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। कार्यक्रम का संचालन पिरामल टीम की ओर से आनंद कश्यप ने किया।

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