किशनगंज : बहादुरगंज सीएचसी का कायाकल्प योजना के तहत राज्यस्तरीय अंकेक्षण, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में प्रभावी कदम
बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने कायाकल्प योजना के तहत किए गए प्रयासों से यह साबित कर दिया है कि वह क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है: जिलाधिकारी

किशनगंज, 09 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य सेवाओं को उच्च गुणवत्ता प्रदान करने और संक्रमण नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई “कायाकल्प योजना” के अंतर्गत, बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का राज्यस्तरीय अंकेक्षण किया गया। राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा नियुक्त दो सदस्यीय टीम, जिसमें डा. विकास कुमार और राकेश कुमार शामिल थे, टीम ने सोमवार को स्वास्थ्य केंद्र का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल की सफाई व्यवस्था, प्रसव कक्ष, ओपीडी, ओटी और बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के मानकों का निरीक्षण किया गया। टीम ने कई क्षेत्रों में सुधार के लिए सुझाव दिए और अस्पताल प्रशासन की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया। उक्त अंकेक्षण के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रिजवाना तबस्सुम, डीक्यूएसी सुमन सिन्हा एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक किशोर कुमार एवं सीएचसी की पूरी टीम उपस्थित रहे। सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि कायाकल्प योजना का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को स्वच्छ, सुरक्षित और मरीजों के अनुकूल बनाना है। अंकेक्षण के दौरान, संस्थानों की स्वच्छता, चिकित्सा उपकरणों की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता और स्टाफ की तत्परता की जांच की जाती है। डा. कुमार ने कहा कि यह योजना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बनाई गई है, बल्कि इससे मरीजों को सर्वोत्तम सुविधाएं मिलें, यह भी सुनिश्चित किया जाता है। बहादुरगंज सीएचसी का अंकेक्षण इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. रिजवाना तबस्सुम ने बताया कि कायाकल्प योजना का अंकेक्षण हमारे अस्पताल के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस निरीक्षण से हमें अपनी कमियों को पहचानने और उन्हें सुधारने का मौका मिलेगा।
अस्पताल ने स्वच्छता और मरीजों को बेहतर सेवाएं देने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं। उन्होंने आगे कहा कि निरीक्षण के दौरान टीम ने मरीजों की देखभाल, स्टाफ की तत्परता और अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों की जांच की। उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से उनकी समस्याओं और अनुभवों के बारे में जानकारी भी प्राप्त की। सिविल सर्जन डा. राजेश कुमार ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कायाकल्प योजना के तहत सतत सुधार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार जिला स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता है। स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता और बेहतर मरीज देखभाल सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्यस्तरीय अंकेक्षण टीम ने अस्पताल प्रशासन को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इनमें चिकित्सा उपकरणों की नियमित जांच, इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, और मरीजों की सुविधा के लिए अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराने की सिफारिश की गई। डीपीएम डा. मुनाजिम ने कहा कि कायाकल्प योजना के तहत, स्वास्थ्य संस्थानों में स्वच्छता और संक्रमण नियंत्रण को प्राथमिकता दी जाती है। इस योजना से न केवल अस्पतालों की छवि में सुधार हो रहा है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता भी बढ़ रही है। जिलाधिकारी विशाल राज ने बताया कि बहादुरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने कायाकल्प योजना के तहत किए गए प्रयासों से यह साबित कर दिया है कि वह क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। राज्यस्तरीय अंकेक्षण के माध्यम से अस्पताल को अपनी सेवाओं में और अधिक सुधार करने का मौका मिला है। आने वाले समय में इन सुधारों के आधार पर मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा, “कायाकल्प योजना सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को सुधारने और मरीजों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने का एक प्रभावी माध्यम है। यह योजना स्वास्थ्य केंद्रों को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने में मदद करती है। जिला प्रशासन इस दिशा में हरसंभव सहयोग कर रहा है। हमें विश्वास है कि बहादुरगंज सीएचसी और अन्य संस्थान इस अंकेक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे।