खगडिया : बाढ पीडितों का बचाव व राहत कार्य तेज हो , सुविधा जल्द मिले:-किरण देव यादव

बाढ के पहले, बाढ के दौरान, बाढ के बाद की सरकारी तैयारी पूर्णत: फेल..
नाव पर सोशल डिस्टेंस का नही होती है पालन, तटबंध के अंदर वृक्ष व चौकी पर रतजगा करने को विवश हैं लोग,
आपदा प्रबंधन की व्यवस्था नगण्य, मांगें पूरा नहीं होने पर फरकियावासी करेंगें आंदोलन..
खगडिया/धर्मेन्द्र सिंह, अलौली फऱकिया मिशन के संस्थापक अध्यक्ष सह भाकपा माले खगडिया के जिला संयोजक किरण देव यादव ने बिहार सरकार व जिला पदाधिकारी से अलौली, खगडिया, फरकिया के बाढ पीडितों के बचाव व राहत तेज करने तथा सुविधा देने की मांग किया है।कहा कि बदला करांची तटबंध के अंदर लोगों के जीवन अस्त व्यस्त व त्राहिमाम है।कहा कि आनंदपुर माडन, चेराखेरा, शहरबन्नी, खैैरी खुटहा, रामपुर अलौली पंचायत के दर्जनों गांव परास, हन्ना, शिशवा, अमौसी, सर्वजीता आदि के लोगों के घर आंगन दरवाजे में बाढ का पानी भर गया है।जिससे चौकी व छत पर रहकर जान बचाने को विवश है।नाव कमी के कारण जमा की गई मक्का बोरा बह गया, सड गल गया, धान डूब गया।पशु पानी में खडे, शौचालय, पेयजल, नाव, राशन, तथा जरुरत की चीज हेतु परेशानी का सबब बना हुआ है।श्री यादव ने कहा कि आपदा प्रबंधन का बाढ से पूर्व, बाढ के दौरान, बाढ के बाद, योजनाएं फाईल मे सिमटा पूर्णत: फेल नकारा सिद्ध होता है, तथा सरकारी व प्रशासनिक राहत नगण्य साबित होता है।वहीं मनरेगा के तहत कहीं भी टीले का निर्माण ऩहीं हुआ, तथा नाव आभाव के कारण यत्र तत्र लोग पानी से घिरे घर में फंसे हुए हैं।बाढ पीडित लोग वृक्ष पर समय काटने व रतजगा करने को मजबूर हैं ! तथा पलायन कर बांध पर बसने को जुगाड में हैं।वहीं इस क्षेत्र में कोरोना के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस या लॉकडाउन प्रभावहीन है, जहां एक ओर सडकों पर टैंपू व बस में तथा नदियों में नाव पर भेड बकरी के तरह ठसे सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उडायी जाती है, इस क्षेत्र में अथिकाधिक नाव की परमिट देने की जरूरत है।माले नेता किरण देव यादव ने नाव, शुद्ध पेयजल, नाव पर चलंत शौचालय, सूखा राशन, चलंत मेडिकल कैंप, पशु शिविर, पशुचारा, कम्युनिटी किचन, पोलीथीन आदि की व्यस्था करने की मांग किया है।फरकिया के नेता श्री यादव ने कहा कि यदि अलौली गढ घाट पर पूल का निर्माण हो जाता तो फरकियावासी का अधिकतर समस्या का समाधान हो जाता, किंतु सरकार व प्रशासन , मंत्री नहीं चाहते कि समस्या का समूल समाधान हो, ताकि योजनाओं का बंदरबांट लूट जारी रहे, फरकिया का सर्वांगीण विकास के लिए फरकिया मिशन का ऩिरंतर आंदोलन प्रयास जारी रहेगा।कहा कि बाढ पीडितों का बचाव, राहत, सुविधा जल्द नहीं मिला तो फरकियावासी आंदोलन करेंगें।