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श्रवण कुमार, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार ने बताया कि गाँव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के उद्देश्यम से ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रामीण स्तर पर कचरा प्रबंधन का कार्य बहुत ही गंभीरता से सम्पादित किया जा रहा है ।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-माननीय मंत्री ने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी की सोच की ही परिणाम है, कि आज बिहार के गाँव-गाँव में बिजली, सड़क, पेयजल एवं स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी सुविधाएं भी सहजता से सुलभ हो रही है । इसी क्रम में स्वच्छता के उद्देश्यज से ग्रामीण विकास विभाग द्वारा गांव के प्रत्येक घर से कचरा का संग्रहण कर उसका निस्तारण किया जा रहा है ।

ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत मुख्यतः घरेलू स्तर पर अपषिष्ट के पृथक्करण हेतु सामुदायिक उत्प्रेरक घर-घर से ठोस अपशिष्ट का उठाव, संग्रहण एवं निष्पादन एवं नाली की सफाई की जाती है । वित्तीय वर्ष 2021-22 में 1 हजार 671 ग्राम पंचायतों एवं वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2 हजार 593 ग्राम पंचायतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का क्रियान्वयन किया जा रहा है । वर्तमान में राज्य के सभी प्रखंडों के 39 हजार 693 वार्डो में घर-घर से ठोस अपशिष्ट का संग्रहण एवं निष्पादन किया जा रहा है । इसे प्रभावशाली बनाने हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक अपषिष्ट प्रसंस्करण ईकाई (WPU) का निर्माण किया गया है । लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज-2 के तहत तरल अपषिष्ट प्रबंधन हेतु 68 हजार 146 सामुदायिक शॉकपिट, 32 हजार 830 जंक्शान चैम्बर एवं 7 हजार 676 नाली निकासी विन्दु का निर्माण कराया गया है । आज की तिथि तक राज्य में 1 हजार 217 WPU का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है तथा 2 हजार 64 WPU निर्माण की प्रक्रिया में है ।
कचरा के संग्रहण हेतु सभी पंचायत में एक ई-रिक्शाि एवं सभी वार्डो में एक-एक पैडल रिक्षा उपलब्ध कराया गया है जो घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा करेगी तथा इस कचरा को WPU पर संग्रहित किया जाएगा । प्रत्येक घरों में ढक्कन सहित नीला डस्टविन एवं हरा डस्टविन भी उपलब्ध कराया गया है । हरा डस्टविन में गीला कचरा तथा नीला डस्टविन में सुखा कचरा रखा जाना है । WPU के निर्माण के क्रम में श्री श्रवण कुमार, माननीय मंत्री द्वारा कई निदेश दिये गये हैं । माननीय मंत्री महोदय द्वारा कहा गया है कि WPU परिसर पूर्णतः हवादार बनाया जाय। इस कार्य हेतु निर्मित छोटे कार्यालय का दरवाजा निश्चित रूप से बाहर की ओर खुला होना चाहिए । यहाँ काम करने वाले स्वच्छताग्राही का एक माह में कम से कम एक बार स्वास्थ्य जाँच अवश्यै होनी चाहिए । चापाकल की स्थापना परिसर के बाहरी क्षेत्र में की जानी चाहिए ।

माननीय मंत्री ने बताया कि स्वच्छता के प्रति हम सभी को जागरूक रहना पड़ेगा । स्वच्छ रहने से गंदगी कम होगी तथा बीमारियां हमसे दूर रहेगी ।

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