किशनगंज रेलवे स्टेशन पर बाल मजदूरी के लिए ले जाए जा रहे 7 बच्चों को आरपीएफ ने किया मुक्त
ऑपरेशन एएचटीयू के तहत राहत संस्था के सहयोग से कार्रवाई, बच्चों को सौंपा गया संरक्षण में

किशनगंज,26 जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, किशनगंज रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने मंगलवार शाम राहत संस्था के सहयोग से बड़ी कार्रवाई करते हुए 7 बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्त कराया। यह कार्रवाई ऑपरेशन AHTU (Anti Human Trafficking Unit) के तहत की गई।
आरपीएफ के सहायक अवर निरीक्षक एच.पी.एस. सिंह के नेतृत्व में प्लेटफॉर्म संख्या-2 पर चलाए गए इस विशेष अभियान के दौरान संदिग्ध अवस्था में घूम रहे बच्चों को रोका गया। पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि इन बच्चों को काम के नाम पर दूसरे शहरों में भेजा जा रहा था।
बचाए गए बच्चों की उम्र 13 से 16 वर्ष के बीच है और वे किशनगंज, अररिया तथा मधेपुरा जिलों के निवासी बताए जा रहे हैं। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वे काम के लिए बाहर जा रहे थे।
आरपीएफ ने सभी प्रारंभिक औपचारिकताओं एवं सत्यापन के उपरांत बच्चों को राहत संस्था के जिला समन्वयक के सुपुर्द कर दिया। सभी बच्चों की सेहत सामान्य बताई जा रही है।
आरपीएफ निरीक्षक एच.के. शर्मा ने बताया कि विशेष अभियान के तहत इन बच्चों को बाल मजदूरी के संभावित शिकार बनने से बचा लिया गया। यह आशंका जताई गई है कि बच्चों को किसी ट्रेन के माध्यम से दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए भेजा जा रहा था।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आरपीएफ द्वारा ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे, ताकि मानव तस्करी और बाल श्रम जैसे अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।