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दृष्टि का सम्मान, जीवन का सम्मान — सदर अस्पताल किशनगंज में विश्व दृष्टि दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

‘अपनी आंखों से प्यार करें’ थीम पर रहा मुख्य जोर, सैकड़ों लोगों ने कराई नि:शुल्क जांच

किशनगंज,09अक्टूबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, विश्व दृष्टि दिवस की पूर्व संध्या पर सदर अस्पताल किशनगंज में गुरुवार को एक विशेष दृष्टि जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में नेत्र स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ाना और समय पर जांच व उपचार की महत्ता को रेखांकित करना था। यह आयोजन राष्ट्रीय अंधत्व निवारण एवं दृष्टि दोष नियंत्रण कार्यक्रम (NPCBVI) के तहत किया गया।

कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी, गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. उर्मिला कुमारी, अस्पताल के चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।

आंखों की सेहत ही जीवन की ज्योति

कार्यक्रम की शुरुआत अस्पताल परिसर में जागरूकता सभा से हुई। सिविल सर्जन डॉ. चौधरी ने बताया कि “मोबाइल, कंप्यूटर व टीवी का अत्यधिक उपयोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी स्थितियां दृष्टि पर विपरीत प्रभाव डाल रही हैं। ऐसे में आंखों की नियमित जांच अनिवार्य है।” उन्होंने कहा कि आंखों की देखभाल उतनी ही आवश्यक है जितनी हृदय या रक्तचाप की।

‘अपनी आंखों से प्यार करें’ थीम बनी प्रेरणा

इस वर्ष विश्व दृष्टि दिवस की थीम “अपनी आंखों से प्यार करें” थी, जो आत्म-जागरूकता और नेत्र-स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देती है। डॉ. उर्मिला कुमारी ने कहा कि “हर व्यक्ति को चाहिए कि वह आंखों की देखभाल को अपनी दिनचर्या में शामिल करे। एनपीसीबीवीआई के तहत किशनगंज जिले में नियमित नेत्र जांच शिविर, मोतियाबिंद ऑपरेशन व नि:शुल्क चश्मा वितरण की सुविधा दी जा रही है।”

नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर में उमड़ी भीड़

कार्यक्रम के दौरान सदर अस्पताल परिसर में नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर लगाया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। जांच के दौरान दृष्टि दोष पाए गए लोगों को तुरंत दवा और चश्मे नि:शुल्क प्रदान किए गए। स्वास्थ्यकर्मियों ने नारे और पोस्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक किया कि “आंखें ईश्वर का अनमोल उपहार हैं, उनकी देखभाल हमारी जिम्मेदारी है।”

जागरूकता ही रोकथाम की कुंजी

डॉ. चौधरी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी नेत्र स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता की कमी है। प्रारंभिक जांच और उपचार से अंधत्व के अधिकतर मामलों को रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि विश्व स्तर पर लगभग 2 अरब लोग दृष्टि संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिनमें से बड़ी संख्या में मामलों को समय रहते ठीक किया जा सकता है।

लोगों ने लिया संकल्प

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों ने संकल्प लिया कि वे अपनी आंखों की नियमित जांच कराएंगे और अपने आसपास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।

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