किशनगंज : बाल विवाह रोकथाम के लिए धर्मगुरुओं के माध्यम से राहत संस्था व ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन’ ने शुरू किया जागरूकता अभियान

किशनगंज,13सितंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, राहत संस्था और जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन के संयुक्त तत्वावधान में किशनगंज जिले में बाल विवाह के खिलाफ एक विशेष जनजागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न मस्जिदों, मदरसों, मंदिरों, गुरुद्वारों और चर्चों में धर्मगुरुओं के माध्यम से लोगों से अपील की जा रही है कि वे बाल विवाह न करें और समाज में इसकी रोकथाम में सक्रिय भूमिका निभाएं।संस्था का मानना है कि धर्मगुरुओं की बात समाज में अधिक प्रभावी होती है, इसलिए उनके माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि लड़कियों की शादी 18 वर्ष से पहले और लड़कों की शादी 21 वर्ष से पहले न की जाए। इसके साथ ही बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़े रखने और उन्हें पूर्ण शिक्षा दिलाने पर विशेष बल दिया जा रहा है।
राहत संस्था की सचिव डॉ. फरजाना बेगम ने बताया कि “हमारा मकसद है कि हर बच्चा सुरक्षित रहे, अपने शिक्षा के अधिकार को समझे और एक बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हो। बाल विवाह बच्चों के अधिकारों का हनन है और इसे हर हाल में रोका जाना चाहिए।”
अभियान के दौरान धर्मगुरुओं को बाल विवाह निषेध कानून की जानकारी दी जा रही है ताकि यदि उनके पास विवाह के लिए कोई नाबालिग बालक या बालिका लाया जाए तो वे उसे रोक सकें और परामर्श दे सकें।इस अभियान में राहत संस्था की टीम के सदस्य – बिपिन बिहारी, अभिषेक कश्यप, दानिश एसर, शाह विपिन, विनय कुमार, भवानी, संकीता, हसन बानो, कपिल साहब, बाबू सहित कई कार्यकर्ता जुटे हुए हैं। ये सभी गांव-गांव जाकर, धार्मिक स्थलों के माध्यम से समाज में बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं।
समाज के विभिन्न तबकों से इस पहल को सराहना मिल रही है और लोग अपने-अपने स्तर से इसे सफल बनाने का संकल्प ले रहे हैं।