राज्य में गिरती शिक्षा व्यवस्था के लिए दोषी कौन, श्वेत पत्र जारी कर बताएं राजभवन : आजसू
राज्य की शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है : अभिषेक शुक्ला
रांची : छात्र आजसू (AJSU) के रांची यूनिवर्सिटी अध्यक्ष अभिषेक शुक्ला ने कहा कि पूरे राज्य में शैक्षणिक व्यवस्था की स्थिति दयनीय है। छात्र आजसू राजभवन एवं राज्य सरकार से यह पूछना चाहती है कि ऐसी क्या मजबूरी है कि कुलपति नियुक्ति की प्रक्रिया बीच में ही रोक दी गई। कुलपति नियुक्ति प्रक्रिया का विज्ञापन निकालने के 9 माह बाद भी राज्य के ज्यादातर विश्वविद्यालयों में अभी तक कुलपति या प्रति कुलपति की नियुक्ति नहीं हुई है। कुलपति नियुक्ति नहीं होने के कारण आए दिन राज्य के विश्वविद्यालय में अनेक प्रकार की परेशानियों से छात्र-छात्राओं को जूझना पड़ता है। कहा कि 2007 के बाद से ही राज्य में विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में शिक्षकों की स्थाई नियुक्ति नहीं हुई है। राज्य के 90 प्रतिशत महाविद्यालय अस्थाई प्रभारी प्राचार्य के भरोसे चल रहे हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राज्य की वर्तमान शिक्षा व्यवस्था कैसी है।
आरयू में लगभग 1000 अध्यापकों के स्वीकृत पद हैं जिसमें से लगभग 700 पद अभी भी खाली पड़े हुए हैं। शिक्षकों की कमी के कारण आए दिन आरयू के छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसका सीधा असर उनकी पढ़ाई पर पड़ता है। बार-बार नियुक्ति प्रक्रिया निकाल कर उसे स्थगित करना या रद करना कहीं न कहीं राज्य सरकार की कार्यशैली को दर्शाता है। आजसू कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर जल्द ही राज्य सरकार एवं राजभवन द्वारा इस मामले में सकारात्मक पहल नहीं किया गया तो छात्र आजसू के सदस्य चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।