अतिपिछड़ों का सवाल – कांग्रेस पार्टी की भूमिका”* विषयक सेमिनार सह अभिनंदन समारोह आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में संपन्न हुआ।

अविनास कुमार/बिहार के कोने-कोने से आए अतिपिछड़ा समाज के प्रतिनिधियों और चिंतकों की ऐतिहासिक भागीदारी ने इस कार्यक्रम को सामाजिक न्याय की नई ऊर्जा दी।
इस अवसर पर *अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ बिहार के नव-नियुक्त चेयरमैन श्री शशि भूषण पंडित* का भव्य अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम में सर्वसम्मति से एक *महत्वपूर्ण प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित* किया गया, जिसमें यह घोषित किया गया कि:
* कांग्रेस पार्टी आने वाले चुनावों में *अतिपिछड़ा समाज को उनकी जनसंख्या के अनुपात में राजनीतिक हिस्सेदारी* सुनिश्चित करेगी।
* कांग्रेस पार्टी *अतिपिछड़े समुदाय की सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक हिस्सेदारी* के लिए संगठित संघर्ष करेगी और उसे अपने राजनीतिक एजेंडे में प्राथमिकता देगी।
इस ऐतिहासिक प्रस्ताव ने इस आयोजन को एक महज़ अभिनंदन समारोह से आगे ले जाकर *सामाजिक न्याय और प्रतिनिधित्व की निर्णायक लड़ाई का मंच* बना दिया।
*विशिष्ट अतिथि* के रूप में उपस्थित थे:
* *श्री राजेश कुमार*, अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमिटी, बिहार
* *श्री सुशील पासी*, सह प्रभारी, प्रदेश कांग्रेस कमिटी, बिहार
*मुख्य वक्ता* के रूप में अपने विचार साझा किए:
* *प्रो. शिव जनतन ठाकुर*, पूर्व सदस्य, BPSC एवं पूर्व विभागाध्यक्ष, अंग्रेज़ी विभाग, पटना विश्वविद्यालय
* *श्री अली अनवर*, पूर्व सांसद एवं संस्थापक, पसमांदा मुस्लिम महासभा
* *डॉ. के पी सिंह*, राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय मूल अतिपिछड़ा बौद्धिजीवी मंच
* *श्री चंद्रदेव कुमार चौधरी*, बहुजन सामाजिक–राजनीतिक कार्यकर्ता
* *नीलू कुमारी*, शोधार्थी
*एक्टिविस्ट वक्ता* के रूप में शामिल रहे:
श्री अजय कानू, श्री ओमप्रकाश महतो, डॉ. राम नरेश पंडित, डॉ. के.पी. सिंह चंदवंशी, श्री उदय चंदवंशी, श्री ललन भक्त मालाकार, श्री पिंटू शर्मा, श्री उमाशंकर साहनी, श्री सुरेश मुनिअरन बिंद, प्रमोद कुमार चंदवंशी।
*संचालन* की जिम्मेदारी निभाई:
*श्री अमित कुमार सुमन एवं श्री कुणाल कुमार ठाकुर ने।*
यह आयोजन सिर्फ एक अभिनंदन नहीं, बल्कि *अतिपिछड़ा समाज की आवाज़ को राजनीति के केंद्र में लाने की एक निर्णायक पहल* साबित हुआ। यह कार्यक्रम सामाजिक न्याय, प्रतिनिधित्व और सशक्तिकरण की दिशा में कांग्रेस पार्टी की प्रतिबद्धता का नया घोषणापत्र बनकर सामने आया।