राजनीति

नीतीश कुमार के द्वारा कुशासन पथ पर अग्रसर है बिहार : श्री विनोद तावड़े

त्रिलोकी नाथ प्रसाद –भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं बिहार भाजपा प्रभारी श्री विनोद तावड़े जी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए नीतीश कुमार की सरकार पर जोरदार हमला बोला है । उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष आज ही के दिन यानि 9 अगस्त 2022 को बिहार के जनादेश के साथ छल करते हुए नीतीश कुमार ने गुंडा राज के मसीहा से हाथ मिला लिया था । 2020 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन में बड़ी पार्टी होते हुए भी अपने किए वादे को निभाया और तीसरे बड़े दल के रूप में उभरे जनता दल यू के नेता नीतीश कुमार को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलवाई । लेकिन अपने आदत से लाचार नीतीश कुमार ने गठबंधन धर्म और बिहार की जनता के साथ धोखा करते हुए बिहार का भविष्य एक ऐसे दल के हाथ में दे दिया, जिसने बिहार की कई वर्षों तक दुर्गति की और स्वयं अपराधिक तत्वों के समक्ष नतमस्तक हो गए ।

बढ़ता अपराध – बिहार जी रहा भय के साथ
श्री तावड़े ने कहा कि बिहार में एक वर्ष में अपराध की घटनाओं में उत्तरोतर वृद्धि हुई है । रोज हत्या, लूट और बलात्कार की घटनाएं सामने आ रही हैं । महिलाओं पर अत्याचार और जघन्य अपराध में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई है । महिलाओं के साथ कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जो रूह कंपा देने वाली हैं । उन्होंने कहा कि बिहार में पुलिस प्रशासन का इक़बाल कम हुआ है और अपराधियों का मनोबल में तेजी से वृद्धि हुई है । गुंडा राज की इस वापसी के साथ बिहार के आम जन मानस में भय का माहौल है ।

बढ़ते बेरोजगार और लाठी प्रहार

उन्होंने बिहार में बढ़ रही बेरोजगारी पर नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले एक सालों में बिहार के नौजवान रोजगार के लिए भटक रहे हैं । अपनी पहली कैबिनेट में ही 10 लाख सरकारी नौकरियों का वादा करने वाले लोग अब उन युवाओं पर लाठी से प्रहार कर रहे हैं । किसानों और महिलाओं पर हुए लाठी चार्ज की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा किसानों और महिलाओं को भी नहीं बख्शा जा रहा है और उनकी मांगों पर ध्यान ना देकर सरकार उन पर लाठियों से प्रहार कर रही है । उन्होंने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए लाठी चार्ज और उसके विरोध में भाजपा द्वारा किए गए शांतिपूर्ण प्रदर्शन में जिस तरीके की निर्दयता सरकार और प्रशासन के द्वारा दिखाई गई, उससे साबित हो गया कि नीतीश कुमार लालू जी के ‘तेल पिलावन -लाठी चलावन’ नारे से अच्छे खासे प्रभावित हो गए हैं ।

शैक्षणिक स्तर में गिरावट

श्री तावड़े ने बिहार के शैक्षणिक व्यवस्था पर नीतीश सरकार की नाकामी का उल्लेख करते हुए कहा कि बिहार के शैक्षणिक स्तर में लगातार हो रही गिरावट ने यहां के शिक्षा व्यवस्था को पंगु बना दिया है । शिक्षा मंत्री द्वारा शैक्षणिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने की जगह पौराणिक महत्त्व के चीजों पर अनर्गल बयानबाजी और शिक्षकों की बहाली में बिहार के लोगों के हितों को दरकिनार करने की कोशिश इस सरकार की मंशा को जगजाहिर करने के लिए काफी है । विद्यालयों में अच्छे शिक्षकों की कमी ने शैक्षणिक वातावरण को और कमजोर कर दिया है ।

सरकारी कार्यों में बढ़ता भ्रष्टाचार – कमजोर हो रहा बिहार

भाजपा के बिहार प्रभारी ने बढ़ रहे भ्रष्टाचार के कारण बिहार में विकास कार्यों में आई गिरावट पर नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार में तेजी से वृद्धि हुई है, और हो क्यों ना ? जब सरकार ने मुखिया ने माननीय न्यायालय द्वारा सजा पाए भ्रष्ट व्यक्ति से ही हाथ मिला लिया है तो भ्रष्टाचार बढेगा ही पर इसका परिणाम आम बिहारी जन मानस को भुगतना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि नए नवेले बने पुलों का ध्वस्त हो जाना व्यापक तौर पर फैले भ्रष्टाचार का एक उदहारण भर है, बिहार में तो आज आम नागरिकों को सरकारी सेवाओं का लाभ लेने से लेकर हर क्षेत्र में कुछ ना कुछ चढ़ावा देना पड़ रहा है, जो कि पिछले एक वर्षों में भ्रष्टाचार में हुई वृद्धिका ही परिणाम है ।

घमंडियों की संगत में फंस गए नीतीश कुमार

श्री तावड़े ने कहा कि एनडीए गठबंधन का साथ छोड़कर घमंडी गठबंधन के साथ हाथ मिलाने वाले नीतीश कुमार फंस से गए हैं । वे प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने लगे, इसके लिए बिहार को बीच मझदार में छोड़कर वे देश का दौरा करने में मशगूल हो गए । उन्होंने कहा कि एक तरफ बिहार और यहाँ के लोग बाढ़ और सुखाड़ में त्रस्त रहे और दूसरी तरफ नीतीश पटना में सभी विपक्षी दलों को भोज देने में जुटे रहे, हालांकि परिणाम निकला वही ढाक के तीन पात वाला, क्योंकि घमंडी दलों के गठबंधन के लोग नीतीश कुमार की असलियत से भली भांति वाकिफ हैं, इसीलिए उन्हें वहां इतनी कोशिश के बाद भी ज्यादा भाव नहीं मिला।

उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर भाजपा के साथ रहते हुए डबल इंजन की सरकार में जहां बिहार प्रगति पथ पर आगे बढ़ रहा था, वहीँ अब बिहार कुशासन की चोट सह रहा है । श्री तावड़े ने कहा कि पिछले एक वर्षों में जहां बिहार में अपराध में दिन दोगुनी रात चौगुनी वृद्धि हुई है वहीं बिहार का विकास थम सा गया है। भ्रष्टाचार में अभूतपूर्व वृद्धि और नागरिकों के दमन की घटनाएं बढ़ी हैं । लोगों में भय का माहौल है और सत्ता के नशे में डूबे मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री बनने के सपने संजोये घूम रहे हैं, कहने का मतलब है कि रोम जल रहा है और नीरो बंसी बजा रहा है।

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