पूर्णिया : साइबर ठगी करने वाले दक्षिण भारत के बड़े गिरोह का पर्दाफाश, 2 महिला समेत 7 शातिर गिरफ्तार
बरामदगी: लैपटॉप-03, टैब-01, मोबाइल-05, इंक बॉटल-01, फिंगरप्रिंट-01, फिंगरप्रिंट ग्लास-01, मोटरसाइकिल-01

पूर्णिया, 23 अक्टूबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, कर्नाटक पुलिस ने पूर्णिया पुलिस की मदद से साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पूर्णिया शहर के ततमा टोली में किराए के मकान में रहकर साइबर अपराध को अंजाम दे रहे इस गिरोह के पांच पुरुष और दो महिला सदस्य को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के अधिकांश सदस्य दक्षिण भारत के ही हैं। साइबर ठगों का यह गिरोह नकली फिंगर प्रिंट और आधार कार्ड के जरिए लोगों के खातों से अबतक लाखों की ठगी कर चुका है। कर्नाटक में बैंक खाताधारकों के रुपये उड़ाए जाने की शिकायत के बाद कर्नाटक पुलिस भागलपुर पहुंची थी। पुलिस ने गिरफ्तार बदमाशों के पास से तकरीबन डेढ़ सौ से ज्यादा आधार कार्ड, पांच सौ से ज्यादा नकली फ्रिंगर प्रिंट और काफी संख्या में जमीन के केवाला भी बरामद किया है। पुलिस अधीक्षक आमिर जावेद ने बदमाशों की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि फिलहाल पुलिस टीम गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ कर रही है। एसपी ने बताया कि जमीन के केवाला से फर्जी फिंगर प्रिंट व आधार के सहारे खातों से रुपये उड़ाने में इस गिरोह को महारत हासिल है। गौर करे कि इस गिरोह की सक्रियता के बारे में पुलिस ने पहले ही उद्भेदन कर लिया था, लेकिन छापेमारी में उक्त गिरोह के स्थानीय बदमाश ही धराए थे। उन बदमाशों के पास से दक्षिण भारत के लोगों का केवाला आदि भी बरामद किया था। पहली बार गिरोह के दक्षिण भारत के सदस्यों द्वारा यहां कैंप कर वारदात को अंजाम देने की बात सामने आयी है। पुलिस ने बाद में देर शाम में लाइन बाजार से सुपौल निवासी दीपक हेम्ब्रम को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दीपक इस गिरोह को यहां शरण दिलाने में अहम भूमिका रही है। फिलहाल एक साथ गिरोह के आधा दर्जन से अधिक सदस्यों की गिरफ्तारी से कई सनसनीखेज खुलासे होने की उम्मीद है।