5 KV का UPS और 05 KV का स्टेबलाइजर दे रही है।बड़ी दुर्घटना को खुला आमंत्रण।….
वरीय पदाधिकारीयो के संज्ञान में आने के बाबजूद नही हो रही कोई भी उचित कार्यवाही।....
क्या अभी तक बड़ी दुर्घटना होने की प्रतीक्षा में है, वरीय पदाधिकारी?
आर के पांडे / झारखंड ICT @School Project Jharkhand के अंतर्गत SOE ( SCHOOL OF EXCELLENCE) मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय योजना अंतर्गत स्थापित आईसीटी लैब में लगे 05 KV का UPS और 05 KV का ही स्टेबलाइजर दे रहे बड़ी दुर्घटना को खुला आमंत्रण।
पिछले एक वर्ष से संबंधित विभाग JEPC रांची और संबंधित कंपनी स्कूल नेट इडिया लिमिटेड के द्वारा इस मामले की लिपा-पोती जारी है।
आज एक बर्ष उपरांत भी सम्बंधित विभाग के जिला स्तर से ले कर राज्य स्तर के पदाधिकारी इस मामले से बने बैठे है, अंजान।
संबंधित कंपनी स्कूल नेट इडिया लिमिटेड के सीनियर परियोजना प्रबंधक सूरोजित दास का इस मामले स्पष्ट कहना है, की इस मानवीय भूल के लिए सारी जवाबदेही संबंधित विभाग JEPC रांची की है।
झारखंड राज्य के सभी 24सो जिला में ICT @ School Project Jharkhand के अंतर्गत SOE ( SCHOOL OF EXCELLENCE) मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय योजना, जो भूतपूर्व मुख्यमंत्री माननीय हेमंत सोरेन की महात्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य झारखंड के आम गरीब मध्यवर्गीय विधार्थियों के तकनीकी (कंप्यूटर) शिक्षा को केंद्र में रखकर राज्य के सभी जिलों में 03 से 04 उच्च कोटि के सरकारी विद्यालयों जिसमे कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय भी समाहित है, में चलाया जा रहा है। जिसका की उद्घाटन स्वयं माननीय मुख्यमंत्री झारखंड सरकार हेमंत सोरेन के द्वारा पिछले वर्ष 02 मई 2023 को किया गया था। साकारात्मक विचार के साथ झारखंड राज्य के 24सो जिला में कुल 80 विद्यालयों में कंप्यूटर लैब एवं स्मार्ट क्लास राज्य सरकार द्वारा अनुबंधित कंपनी स्कूल नेट इंडिया लिमिटेड के माध्यम से स्थापित करवाया गया है।
परंतु आज एक वर्ष से भी ज्यादा समय गुजर जाने पर भी स्कुल नेट इंडिया लिमिटेड कंपनि के द्वारा ICT lab एवं स्मार्ट क्लास का अधिष्ठापन (installation) पूर्ण रूप से नही किया जा सका है।
जिले के सभी मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय योजना अन्तर्गत SCHOOL OF EXCELLENCE,विद्यालय में ICT lab एवं Smart class के अधिष्ठापन में घोर अनियमितता बरती गई है, मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय SOE के अंतर्गत यहां 20 nodes का एक ICT LAB दिया गया है, जिसमें 5 KV का UPS एवं 5 KV का ही स्टेबलाइजर दिया गया है, जो की विद्यालय के लिए अत्यंत ही घातक है, क्योंकि अगर उसे कनेक्ट कर दिया जाता है तो विद्यालय में शॉर्ट सर्किट कर आग लगने करने का 100% संभावना है।(नाम नहीं छापने की शर्त पर यह कथन संबंधित कंपनी के इंजीनियर का ही है।) जो कि विद्यालय परिवार सहित वहां अध्यनरत छात्र-छात्राओं के लिए भी लगभग प्राण-घातक है।
आइसीटी लैब के स्थापना के प्रारंभ में ही कुछ विद्यालय प्रभारी एवं वार्डन के द्वारा संबंधित विभाग को शिकायत पत्र भी दिया गया की जब से हमारे विधालय परिसर में आईसीटी लैब की स्थापना हुई है, प्रति दिन विधालय में Electric shot circuit हो रहा है। उनकी शिकायत को संबंधित विभाग और संबंधित कंपनी स्कूल नेट इंडिया लिमिटेड के प्रतिनिधि के माध्यम से यह कह कर दबा दिया गया की आपके विधालय के वायरिंग में ही कुछ गड़बड़ी है, जिस कारण ऐसा हो रहा है।
जब इस प्रकार की शिकायत लिखित और मौखिक रूप से ज्यादातर SOE विधालायो से आनी प्रारंभ हो गई तो संबंधित कंपनी स्कूल नेट इडिया लिमिटेड के द्वारा अपने इंजिनीयरो को खासा निर्देश के साथ सभी SOE विधालय में भेज कर स्टेबलाइजर का कनेक्शन UPS से हटा कर बाईपास मोड़ में कर के छोड़ दिया गया है, विधालय प्रभारी एवं वार्डन को विस्वास में लिए बिना। जो की और भी घातक है, क्यू की किसी भी विद्यालय प्रभारी एवं वार्डन के द्वारा UPS को सुचारू रूप से पावर सप्लाई के उद्देश्य से स्टेबलाइजर से जोड़ दिया जाता है, तो एक बड़ी दुर्घटना होना तय है।
झारखंड राज्य के सभी 24सो जिलों में कुल 80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय के आईसीटी लैब का यही सुरते-ए-हाल है।
इसके बावजूद आईसीटी लैब एवं स्मार्ट क्लास का अधिष्ठापन प्रतिवेदन (installation report) एवं तीन से चार बार का तिमाही प्रगति प्रतिवेदन QPR (Quarterly Performance Report) All Working Okay Done कर जिला कार्यालय से लेकर राज्य कर्यालय द्वारा संबंधित कंपनी स्कूल नेट इंडिया लिमिटेड को काम के पहले संबंधित विभाग JEPC रांची के द्वारा मोटी राशि का भुगतान कर दिया जाना इनके द्वारा बरती जा रही घोर अनियमितता को दर्शाता है।
जो नि:संदेह व्यापक स्तर से जांच का विषय है।