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NEP 2020 : प्राचार्य सम्मेलन में पटना रीजन के 200 सीबीएसई स्कूलों के प्राचार्यों ने लिया हिस्सा

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा दिल्ली पब्लिक स्कूल रांची (DPS Ranchi) में एनईपी 2020 विषय पर प्राचार्य सम्मलेन का हुआ आयोजन 



रांची : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नई दिल्ली (CBSE) द्वारा प्राचार्यों को सशक्त बनाने और उन्हें एनईपी 2020 (NEP 2020) पर स्पष्ट एवं महत्वपूर्ण सूचनाओं को साझा करने के उद्देश्य से दिल्ली पब्लिक स्कूल रांची में रिजनल लेवल प्राचार्य सम्मलेन का आयोजन किया गया। सम्मलेन में मुख्य वक्ताओं के रूप में प्राचार्यों से एनईपी 2020 इनीशिएटिव एंड रिफार्म्स विषय पर विचार विमर्श किया। मुख्य अतिथि के रूप में के. रवि कुमार, सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड सरकार एवं किरण कुमारी पासी, राज्य परियोजना निदेशक, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् उपस्थित रहे। सम्मेलन में जयंत कुमार मिश्रा, एडमिनिस्ट्रेटिव अफसर जेईपीसी भी उपस्थित रहे। सत्र में पटना रीजन (झारखंड एवं बिहार) के विभिन्न सीबीएसई स्कूलों के 200 से अधिक प्राचार्यों ने भाग लिया। सम्मलेन में झारखंड राज्य के सीएम स्कूल आफ एक्सीलेंस के प्राचार्य भी शामिल हुए एवं एनईपी में अपनाए जा रहे महत्वपूर्ण रुझानों से अवगत हुए।


सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य एनईपी 2020 (NEP 2020) के प्रमुख उद्देश्यों और सिद्धांतों में व्यापक अंतर्दृष्टि प्रदान करना, शिक्षकों, स्कूलों और छात्रों के लिए एनईपी 2020 के निहितार्थों पर चर्चा की सुविधा प्रदान करना एवं शिक्षकों के लिए शिक्षण प्रथाओं को संरेखित करने पर विचार साझा किया गया। प्रतिभागियों को उनकी शिक्षण पद्धतियों में एनईपी 2020 (NEP 2020) सिद्धांतों को एकीकृत करने और इस नीति के बारे में प्रतिभागियों को पूर्ण जानकारी भी दी गई। 


ये रहे मुख्य वक्ता :
प्रमुख वक्ताओं में डा. प्रज्ञा एम सिंह, डायरेक्टर (एकडेमिक अससेमेंट) सीबीएसई, अंजली छाबड़ा, ज्वाइंट सेक्रेटरी, (एकडेमिक अससेमेंट) सीबीएसई, अल हिलाल अहमद, डा. संदीप जैन, आरपी सिंह, अरविंद कुमार मिश्रा, डा. अविनव कुमार शामिल रहे। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गान के साथ हुई। जिसके बाद गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया। छात्र छात्राओं के द्वारा समूह नृत्य प्रस्तुत किए गए। जिसने सभा में उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया।

इन्होंने ये कहा :
– डीपीएस रांची (DPS Ranchi) के प्राचार्य डा. राम सिंह ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते आशा व्यक्त कि यह सम्मेलन सह कार्यशाला स्कूलों में एनईपी के उचित कार्यान्वयन में प्राचार्यों का मार्गदर्शन करेगी। सम्मेलन से देश के शिक्षा क्षेत्र में चल रही परिवर्तनकारी जानकारियां प्राप्त होंगी। सम्मलेन के दौरान आयोजित चर्चाएं शिक्षकों और छात्रों के लिए भविष्य का रास्ता तय करेंगी। 

– मुख्य अतिथि किरण कुमारी पासी ने कहा सीबीएसई (CBSE) द्वारा आयोजित प्राचार्य सम्मेलन, शिक्षकों के लिए देश की राष्ट्रीय शिक्षा नीति की प्रमुख पहलों को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। सम्मलेन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के समग्र विकास को बढ़ावा देना, मूल्यांकन विधियों को बढ़ाना और छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए प्रौद्योगिकी को अपनाकर शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव लाना है।

– मुख्य अतिथि के. रवि कुमार ने सभी प्राचार्यों से निवेदन किया कि वे एक-दूसरे का हमेशा मार्गदर्शन करें ताकि झारखंड राज्य की शिक्षा प्रणाली को सकारात्मक तरीके से बदला जा सके। कहा कि एनईपी 2020 (NEP 2020) देश की शिक्षा में सकारात्मक बदलाव ला सकती है एवं विद्यार्थियों की उज्जवल भविष्य की परिकल्पना भी इस नीति से पूरी हो सकती है। यह विद्यालयों के प्राचार्यों की जिम्मेदारी है कि देश के भविष्य को उज्जवल बनाने में अपना योगदान दें। 
– ज्वाइंट सेक्रेटरी (एकेडेमिक्स) सीबीएसई अल हिलाल अहमद ने कहा एक से अधिक भाषा सीखने से मस्तिष्क के कार्यों, जैसे स्मृति, ध्यान, समस्या समाधान और रचनात्मकता को बढ़ावा मिल सकता है। यह मेटालिंग्विस्टिक अवेयरनेस में भी सुधार करता है, जो भाषा संरचनाओं एवं नियमों पर गंभीरता से मनन करने और कुशलतापूर्वक उनका उपयोग कर सकने की क्षमता है। विभिन्न भाषाओं को सीखने की प्रक्रिया में छात्र विभिन्न संस्कृतियों, दृष्टिकोणों और मूल्यों से परिचित हो सकते हैं। 
– स्टेट प्रोजेक्ट अफसर, डिपार्टमेंट आफ स्टेट एजुकेशन एंड लिटरेसी, झारखंड डा. अविनव कुमार ने कहा राज्य के माडल स्कूलों के लिए एक प्रभावी पारिस्थितिकी तंत्र बनाने और बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कार्यशालाओं की एक श्रृंखला का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानाध्यापकों व्यापक प्रशिक्षण की रूपरेखा के तहत स्कूल के लिए बेहतर विजन विकसित किया जा रहा है एवं स्कूल में शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार भी किया जा रहा है।
– ज्वाइंट सेक्रेटरी (ट्रेनिंग) सीबीएसई डा. संदीप जैन ने कहा कि सीबीएसई के द्वारा स्कूलों के प्राचार्यों को ट्रेनिंग दी जा रही है। जिसमें उन्हें अपने अपने स्कूलों के बच्चों को जागरूक करने के बारे में बताया जाएगा। प्राचार्यों को प्रशिक्षण देने के बाद वे सभी अपने-अपने स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग दे सकेंगे कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्या चरण हैं और उसे पूर्ण रूप से विद्यार्थियों के लिए लाभदायक कैसा बनाया जा सके।

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