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छठ व्रतियों के बीच प्रसाद वितरण।…

अमित कुमार:/छठ महापर्व सूर्य उपासना का सबसे बड़ा त्योहार होता है। इस पर्व में भगवान सूर्य के साथ छठी माई की पूजा-उपासना विधि-विधान के साथ की जाती है।17 नवंबर से शुरू हुआ लोक आस्था का महापर्व छठ का समापन 20 नवंबर को होगा। चार दिनों तक चलने वाले छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन संध्या अर्घ्य और चौथे दिन उषा अर्घ्य देते हुए समापन होता है।

इस पर्व में आस्था रखने वाले लोग सालभर इसका इंतजार करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि छठ का व्रत संतान प्राप्ति की कामना, संतान की कुशलता, सुख-समृद्धि और उसकी दीर्घायु के लिए किया जाता है। वैसे तो इस पर्व को अब देश के कई राज्यो में किया जाने लगा है लेकिन उत्तर प्रदेश और खासकर बिहार में छठ का विशेष महत्व है। छठ सिर्फ एक पर्व नहीं है,

बल्कि महापर्व है। ये पर्व साल में दो बार मनाया जाता है। पहली बार चैत्र में और दूसरी बार कार्तिक में। चैत्र शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले छठ पर्व को ‘चैती छठ’ और कार्तिक शुक्ल पक्ष षष्ठी पर मनाए जाने वाले पर्व को ‘कार्तिकी छठ’ कहा जाता है। पारिवारिक सुख-समृद्धि और मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए ये पर्व मनाया जाता है। इसका एक अलग ऐतिहासिक महत्व भी है।


बहरहाल छठ पर्व में सभी श्रद्धालु बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। बताते चले की राजधानी पटना के रामकृष्णा नगर के युवा समाजसेवी भी प्रत्येक वर्ष अपनी श्रद्धा का परिचय देते आए हैं। रामकृष्ण नगर सोरंगपुर न्यू बाईपास पर अवस्थित मन्दिर प्रांगण में छठ व्रतियों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम संयोजक विक्की यादव और उनके सहयोगियों ने बताया की हम सभी हर वह कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं जो समाज के हित में हो। हम सभी की छठ मैया के लिए जो श्रद्धा है उसी का परिणाम है की आज प्रसाद वितरण का आयोजन के 14 साल हो गए है और आगे भी हमारा प्रयास रहेगा की यह निरंतर जारी रहे। दूसरी तरफ रामकृष्ण नगर स्थित भगत सिंह चौक के पास भी बैंक प्रबंधक सह समाजसेवी रवि यादव एवम रिंटू सिंह सहित उनके मित्रों ने छठ व्रतियों के बीच प्रसाद वितरण का आयोजन किया।

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