*गन्ना किसानों के लिए राहत: ‘गन्ना यंत्रीकरण योजना’ के तहत पोर्टल लॉन्च, 10 करोड़ रुपये की अनुदान योजना शुरू*

– गन्ना खेती की लागत में कमी आएगी
– किसानों की शुद्ध आय में वृद्धि होगी
– गन्ना बीज का वैज्ञानिक ढंग से उपचार और रोपण संभव होगा
– कीट एवं खरपतवार नियंत्रण में मदद मिलेगी
त्रिलोकी नाथ प्रसाद। गन्ना उद्योग विभाग में मंगलवार को विभाग के मंत्री ने ‘गन्ना यंत्रीकरण योजना’ अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन प्राप्ति के लिए पोर्टल का शुभांरभ किया। वित्तीय वर्ष 2025-26 में ‘गन्ना यंत्रिकरण योजना’ के कार्यान्वयन के लिए कुल 10 करोड़ रुपये स्वीकृत हैं। इस योजना के माध्यम से किसानों द्वारा किए जा रहे गन्ना की खेती की लागत कम होगी और उनके शुद्ध आय में वृद्धि होने के साथ गन्ना के उत्पादन से गन्ना बीज का उपचार किया जा सकेगा। कृषि यंत्रों की मदद से वैज्ञानिकों द्वारा अनुशंसित दूरी पर गन्ना बीज को खेत में लगाया जा सकता है। कीट व्याधि और खर पतवार के नियंत्रण के लिए आधुनिक यंत्र का उपयोग आवश्यक है। इस योजना के अधीन गन्ना की खेती में आधुनिक यंत्रों को बढ़ावा देने के लिए खेत की तैयारी से लेकर गन्ना के कटाई प्रबंधन तक के यंत्र पर अनुदान दिया जाना है।
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए राज्य के इच्छुक गन्ना किसान 13 अंकों के डीबीटी संख्या का उपयोग कर ऑनलाइन आवेदन विभागीय केन केयर पोर्टल https://ccs.bihar.gov.in या https://sugarcanemech.bihar.gov.in के माध्यम से कर सकेंगे। एक किसान को अधिकतम तीन कृषि यंत्र पर अनुदान देय होगा। प्रत्येक यंत्र के लिए अलग-अलग यानि अधिकतम तीन आवेदन किया जा सकता है। व्यक्तिगत किसानों के लिए कुल 33 यंत्र सूची में शामिल किया गया है। और यंत्र बेंक की स्थापना के लिए तीन समूह का प्रावधान है। रैण्डमाईजेयान (ऑनलाईन लॉटरी) में चयनित आवेदक स्वीकृति पत्र प्रााप्ति के 14 दिनों के अंदर पोर्टल पर सूचीबद्ध यंत्र विक्रेता से अनुदान की राशि काटकर शेष राशि (कृषक अंश) का ऑनलाईन माध्यम से भुगतान कर यंत्र खरीद सकेंगे।
कार्यक्रम में विभाग के सचिव बी कार्तिकेय धनजी, ईखायुक्त अनिल कुमार झा, सुयंक्त निदेशक ईख विकास महेन्द्र प्रताप सिंह, संयुक्त ईखायुक्त जय प्रकाश नारायण सिंह के साथ संजय कुमार, वरीय तकनीकी निदेशक एनआईसी पटना एवं अन्य पदाधिकारी और वैज्ञानिक भी उपस्थित थे।