सोनू यादव:-यह खबर पटना जिला के अंतिम बॉर्डर एवं नालंदा जिला के शुरुआती बॉर्डर पर स्थित सिगंरयावां हाल्ट के नजदीक अवस्थित “अल्ट्राट्रेक सीमेंट फैक्ट्री” के द्वारा बगल के आसपास गांव ,कस्बा ,मुहल्ला, टोले में फैल रहा है जहर. अल्ट्राटेक फैक्ट्री का जो निर्माण किया गया है वह सिंचित जमीन पर किया गया है जो नियमावली के विरुद्ध है. फैक्ट्री में इतना भी पानी का खपत है .जिससे अगल बगल के गांव टोलो में सिंचित जमीन के लिए पानी का भारी अभाव दिख रहा है बाद में सिंचित जमीन के लिएം पानी का हाहाकार मच जाएगा. अल्ट्राटेक फैक्ट्री में अगल बगल के ग्रामीण मजदूरों को काम ना देकर दूरदराज प्रदेशों से आए लोगों को कंपनी के द्वारा काम दिया जा रहा है, जबकि लोकल एरिया के लोग काम करने के लिए दूरदराज राज्यों में काम कम दैनिक मजदूरी पर काम करने के लिए मजबूर हैं. सरकार अपनी निजी लाभ के लिए उपजाऊ जमीन को बंजर जमीन घोषित कर अल्ट्राटेक फैक्ट्री को जमीन ओने पौने दाम में दे दिया. इन्हीं सब कारणों एवं हालात को देखते हुए स्थानीय ग्रामीण का गुस्सा कभी भी बड़ा आंदोलन एवं दुर्घटना हो सकता है. स्थानीय लोगों को जहर पीने पर मजबूर कर रही है कंपनियां. कई ऐसे ग्रामीण है।
जिनका जमीन कंपनियां लेकर न उचित राशि मुहैया कराई है ना उन लोग के परिवार को कंपनी में रोजगार भी नहीं दिया है. सरकार एवं स्थानीय पदाधिकारी के दम पर गांव के सिंचित जमीन को बंजर बनाया जा रहा है. कई ऐसे गरीब परिवारों को जबरदस्ती जमीन पर कब्जा कर लिया और कुछ जमीन के मालिकों का रास्ता भी नहीं दे रही है कंपनियां. कंपनियां स्थानीय मजदूरों को इसलिए कंपनी में काम नहीं देती है कि उनका सारी सच्चाई आम लोगों को पता चल जाए. अल्ट्राटेक कंपनी के द्वारा मजदूरों को शोषन की खबर भी इसे प्रमुखता से स्थानीय अखबारों एवं राष्ट्रीय अखबारों में प्रकाशित किया जाएगा कि यहां के असली सच्चाई यों का पता चल सके.