किशनगंज में पीएफआई से जुड़ा संदिग्ध गिरफ्तार
निजी स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत था, एनआईए की पूछताछ दूसरे दिन भी जारी

किशनगंज,12सितम्बर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े एक संदिग्ध को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की पूछताछ शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रही। यह पूछताछ पूरी तरह गोपनीय तरीके से हो रही है और कक्ष के आसपास किसी को भी भटकने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हिरासत में लिया गया संदिग्ध महबूब आलम नदवी (39 वर्ष), कटिहार जिले के हसनगंज प्रखंड अंतर्गत बंशीबाड़ी, रामपुर पंचायत का रहने वाला है। बताया गया कि वह अप्रैल माह से किशनगंज के हलीम चौक स्थित एक निजी स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत था। उसकी मासिक वेतन ₹9,000 थी। वह स्कूल में सामान्य व्यवहार करता था लेकिन ज्यादा बातचीत नहीं करता था। स्कूल प्रशासन द्वारा जब उससे दस्तावेज मांगे गए तो उसने बाद में देने की बात कही थी।
जानकारी के अनुसार, एक माह की छुट्टी के बाद वह स्कूल लौटा ही था कि इसी बीच गुरुवार को उसे हलीम चौक से हिरासत में लिया गया। इसके बाद NIA की टीम ने उससे पूछताछ शुरू की जो शुक्रवार को भी जारी रही। इस कार्रवाई को पूरी तरह गोपनीय रखा गया है। दूसरे जांच एजेंसियां, जिनमें एटीएस (ATS) भी शामिल है, अपने स्तर पर जांच में जुटी हुई हैं। हालांकि, एटीएस की मौजूदगी को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
इस घटना के बाद जिले के अन्य निजी स्कूलों के संचालक भी हैरान हैं। अचानक हुई इस कार्रवाई ने सभी को चौंका दिया है। कई स्कूल संचालकों का कहना है कि अब वे शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया में सख्त नियम और दस्तावेज जांच की व्यवस्था करेंगे ताकि भविष्य में ऐसी किसी स्थिति से बचा जा सके।
गौरतलब है कि PFI पर पहले से ही केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है और इससे जुड़े किसी भी प्रकार की गतिविधि पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। किशनगंज में हुई इस कार्रवाई के बाद जिले की सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं और संदिग्ध की गतिविधियों को लेकर गहन जांच जारी है।