पटना : कोरोना वायरस के योद्धाओं को किया गया सम्मान-CVM

चाणक्य विकास मोर्चा ने किया भगवान परशुराम सम्मान-2020″ से डीएसपी, सिविल सर्जन सहित सैकड़ों पुलिसकर्मियों को सम्मानित..पटना/त्रिलोकीनाथ प्रसाद, भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान श्री परशुराम जी की जयंती पर चाणक्य विकास मोर्चा ने 26 अप्रैल 2020 को” भगवान परशुराम सम्मान-2020″ से डीएसपी, सिविल सर्जन सहित सैकड़ों पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया।संपूर्ण विश्व में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण पिछले 40 दिन से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के अपील पर लॉक डाउन है और इस दरम्यान पुलिस और मेडिकल टीम ने बहुत ही सराहनीय काम किया है, जिसके मद्देनजर यह सम्मान इनलोगों की दिया गया।छात्र विकास मोर्चा के कार्यक्रम संयोजक ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि चाणक्य विकास मोर्चा भारत देश के महापुरुषों के ऊपर कार्य करती है तथा भारत के संस्कार, संस्कृति, सभ्यता को आगे बढ़ाने का संकल्प लेकर युवाओं को जागृत कर रही हैं।25 अप्रैल 2020 को परशुराम जी की जयंती मनाया गया और 8PM पर 5 दीप देशभर में जलाया गया और भगवान परशुराम जी की जयंती मनाई गई और 26 अप्रैल को भी 8PM पर आरती किया गया।महाराष्ट्र के पालघर में हुई साधुओं की दर्दनाक हत्या के बाद पूरे भारत मे आक्रोश का वातावरण कायम है और यूपी के एटा में परशुराम जयंती के दिन ही 5 ब्राह्मण की सामुहिक हत्या को लेकर पूरे भारत का ब्राह्मण आक्रोशित है।विश्वभर में लोकप्रिय कथावाचक पूजनीय श्री देवकी नंदन ठाकुर जी के आह्वाहन पर 26 अप्रैल को संध्या 6 बजे भी चाणक्य विकास मोर्चा की पूरी टीम ने एक दीप जलाकर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धाजंलि दी।भगवान परशुराम सम्मान समारोह के अवसर को मजबूत बनाने में कर्मकांडी ब्राह्मण बृजेश शुक्ला, जितेंद्र कुमार मिश्रा, श्रीधर पांडेय, हरि जी पांडेय, आनंद कुमार मिश्रा, त्रिलोकी नाथ प्रसाद, बंटी तिवारी, कृष्णा कुमार, अक्षय तिवारी, विष्णु दत्त पाठक ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा ट्रैफिक सेवा में तैनात पुलिसकर्मियों को भी सम्मानित किया गया।रिपब्लिक भारत चैनल ने भी इसको कवर किया।आयकर गोलंबर, अनीसाबाद मोड़, बेउर मोड़ पर भी यह कार्यक्रम किया गया तथा कई थाना में भी जाकर जिसमे कंकड़बाग थाना, पत्रकार नगर थाना, अगम कुआं थाना, राम कृष्णा नगर थाना, सचिवालय थाना और कोतवाली थाना में जाकर भगवान परशुराम सम्मान-2020 से नवाजा गया और एक मास्क, एक गमछा और एक प्रशस्ति पत्र दिया गया।