पटना : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जगन मोहन रेड्डी को बहुत बहुत धन्यवाद:-डॉ० सुरेश पासवान

सभी राज्य सरकारें मदद दिलवाने का प्रयास करें तो कोई भी मजदूर या बाहर फंसे लोग इस लॉक डाउन में घर आने को परेशान नहीं होगा:-डॉ० सुरेश पासवान
डॉ० सुरेश पासवान ने आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जगन मोहन रेड्डी से चार सौ लोगों की संख्या में बिहार के बाहर अप्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं की समस्या के बारे में चर्चा किए।पटना/रणजीत कुमार सिन्हा, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉo सुरेश पासवान ने कहा है कोरोना का कहर पुरे विश्व में जारी है इसका एकमात्र बचाव लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसींग है।पुरे देश में एक महीना से ज्यादा सख्ती पूर्वक लोक डाउन लगे हुए हो गया।लाखों की संख्या में बिहार के बाहर अप्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं जिनके सामने खाना पीने की भारी समस्या उत्पन्न हो गई है।इसी कड़ी में औरंगाबाद जिला सहित प्रदेश भर के लोग अपनी-अपनी समस्या से अवगत करा रहे हैं।चार दिन पहले कुटुंबा प्रखंड के रामपुर नौघडा के सिटु कुमार पासवान ने फोन कर बताया कि हमलोग भिन्न भिन्न जगह के लगभग चार सौ लोग आंध्र प्रदेश के नेल्लूर जिला में फंसे हुए हैं हमलोगों के पास खाने को कुछ भी नहीं है कोई उपाय किया जाए।मैंने कहा कि अप्रवासी मजदूरों को बिहार सरकार के द्वारा एक हजार रुपए का मदद भेजा जा रहा है वो मिला कि नहीं, सभी लोगों ने कहा कि हमलोग बहुत प्रयास किया लेकिन आवेदन रिजेक्ट कर दिया जा रहा है।किसी को भी सहायता नहीं मिल सका।तब मैंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जगन मोहन रेड्डी से इनके समस्या के बारे में चर्चा किया और इनसबों को हर संभव मदद दिलवाने का आग्रह किया।दुसरे दिन नेल्लूर जिला के जिलाधिकारी का मेरे पास फोन आया और वे बोले कि मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार आपके सभी चार सौ लोगों के बीच पर्याप्त मात्रा में चावल, आटा, दाल, तेल, मसाला, नमक इत्यादि भेजवा दिया गया है उन लोगों से बात कर लिया जाए। मैंने जब फ़ोन से बात किया तो सभी लोगों ने कहा कि सारा सामान हमलोगों को खाने पिने का मिल गया है अब कोई दिक्कत नहीं है।बितरण किए गए सामग्री का फोटो भी भेजा गया है।सभी लोगों ने वहां की सरकार को और मुझे भी बहुत धन्यवाद किया।डॉo पासवान ने कहा है कि अगर इसी तरह से फंसे हुए अप्रवासी मजदूरों को सभी राज्य सरकारें मदद दिलवाने का प्रयास करें तो कोई भी मजदूर या बाहर फंसे लोग इस लॉक डाउन में घर आने को परेशान नहीं होगा।