पटना-आयुक्त की अध्यक्षता में राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल के रोगी कल्याण समिति की बैठक हुई

अस्पताल में 129 तरह की दवाइयाँ उपलब्ध, आउटडोर में 93,597 एवं इनडोर में 1,913 रोगियों का उपचार किया गया, 536 रोगियों को इमर्जेन्सी सेवा सुलभ करायी गयी
रोगियों के कल्याण के प्रति सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहें; जरूरतमंदों को उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने के लिए विशेष प्रयास करेंः आयुक्त
त्रिलोकी नाथ प्रसाद –पटना, मंगलवार, दिनांक 18.10.2022ः आयुक्त, पटना प्रमंडल श्री कुमार रवि ने कहा है कि राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल उत्कृष्ट शिक्षा, अनुसंधान तथा आयुर्वेद के क्षेत्र में उत्तम स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के अपने उद्देश्य के प्रति निरंतर प्रयत्नशील रहे। उन्होंने कहा कि अस्पताल गरीबों एवं वंचित समूहों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। उन्होंने अधीक्षक को अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जागरूकता अभियान चलाने का निदेश दिया। वे आज राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल के रोगी कल्याण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। आयुक्त श्री रवि ने कहा कि रोगियों की अधिकतम संतुष्टि सुनिश्चित करना एवं मरीज- केंद्रित सेवा सुलभ कराना सभी का दायित्व है।
आज के इस बैठक में आयुक्त ने राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल द्वारा मरीजों के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया। दिनांक 19.04.2022 को आयोजित रोगी कल्याण समिति की बैठक की कार्यवाही के अनुपालन की समीक्षा की गई तथा अद्यतन प्रगति का जायजा लिया गया। रोगी कल्याण समिति द्वारा प्रस्तावित एजेंडा पर सदस्यों ने एक-एक कर चर्चा की। अस्पताल के प्रबंधन एवं संचालन पर विस्तृत विमर्श किया गया। मरीजों के हित में दवाओं, यंत्रों एवं एम्बुलेंस की उपलब्धता, ओपीडी तथा आईपीडी का संचालन, पंचकर्म यूनिट का जीर्णाेद्धार, रजिस्ट्रेशन काउंटर की समुचित व्यवस्था, भवन का अनुरक्षण एवं मरम्मती, छात्रावास, चिकित्सकों एवं कर्मियों की उपस्थिति, पदसृजन एवं आउटसोर्सिंग, संस्थान में जलापूर्ति, नियमित एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति, शौचालय, स्वच्छता सहित विभिन्न बिन्दुओं पर आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक द्वारा उपस्थापित प्रस्तावों पर समिति के सदस्यों ने चर्चा की।
अधीक्षक द्वारा आयुक्त महोदय के संज्ञान में अस्पताल से संबंधित विभिन्न तथ्यों को लाया गया। उन्होंने बताया कि राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में अस्पताल में 50 चिकित्सक कार्यरत हैं। इस वर्ष जनवरी से सितम्बर तक बहिरंग (आउटडोर) विभाग में 93,597 एवं अंतरंग(इनडोर) विभाग में 1,913 रोगियों का उपचार किया गया। 536 रोगियों को इमर्जेन्सी सेवा उपलब्ध करायी गयी। अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे, अल्ट्रासाउण्ड एवं पैथोलॉजी की सुविधा है। लगभग 35 तरह के जाँच की सुविधा उपलब्ध है। इस वर्ष अभी तक 2,262 एक्स-रे, 746 अल्ट्राउसण्ड तथा 26,031 पैथेलॉजिकल सेवा उपलब्ध करायी गयी। इस वर्ष अभी तक कुल 141 ऑपरेशन किया गया है। अस्पताल के बहिरंग एवं अंतरंग विभाग में रोगियों के वितरण हेतु 129 तरह की दवाइयाँ उपलब्ध है। अंतरंग विभाग में भर्ती रोगियों को सरकारी मानक दर के आलोक में ससमय नास्ता एवं भोजन उपलब्ध कराया जाता है। पुरूष एवं महिला मरीजों हेतु कुल 28 शौचालय क्रियाशील है। स्वच्छ पेयजल हेतु 12 आरओ की व्यवस्था है। अस्पताल की सुरक्षा हेतु 10 सुरक्षा गार्ड तैनात है। रोगियों एवं परिजनों की सुविधा के लिए एक महीना के अंदर बेड लिफ्ट बीएमएसआईसीएल द्वारा क्रियाशील कर दिया जाएगा। अध्ययनरत छात्रों के प्रशिक्षण के लिए सारी सुविधा उपलब्ध है। चिकित्सक एवं चिकित्साकर्मियों द्वारा बायोमेट्रिक (थम्ब एवं फेस) व्यवस्था के तहत आगमन एवं प्रस्थान दर्ज किया जाता है। अस्पताल में सुपरस्पेशलिटि पंचकर्म यूनिट के निर्माण हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
अधीक्षक द्वारा बताया गया कि वर्ष 2021 की तुलना में इस वर्ष अधिक मरीज इनडोर, आउटडोर, इमर्जेन्सी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउण्ड, पैथोलॉजी इत्यादि की सुविधा प्राप्त कर रहे हैं। आयुक्त द्वारा इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा गया कि अस्पताल की व्यवस्था रोगियों के लिए अनुकूल रखें। प्रत्येक दवा महत्वपूर्ण होती है, हरएक की उपलब्धता सुनिश्चित करें। स्वच्छता के मानकों का अनुपालन करें।
आयुक्त श्री रवि ने अस्पताल भवन के ऊपरी तल पर लाईट वेट फ्लोर के निर्माण हेतु प्राक्कलन तैयार करने का निर्देश बीएमएसआईसीएल को दिया। पंचकर्म चिकित्सा की व्यापक व्यवस्था के लिए पंचकर्म यूनिट की वृहद मरम्मति एवं जीर्णोद्धार तथा सुपरस्पेशलिटि पंचकर्म यूनिट के निर्माण हेतु सभी आवश्यक कार्रवाई तेजी से करने का निदेश दिया गया। उन्होंने एक्स-रे जाँच की निःशुल्क सुविधा निर्बाध रूप से जारी रखने का निदेश दिया।
आयुक्त श्री रवि ने राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में पद सृजन हेतु गहन मूल्यांकन कर सारगर्भित प्रस्ताव समर्पित करने को कहा । उन्होंने अधीक्षक को आवश्यकतानुसार विभाग से मार्गदर्शन मांगने का निर्देश दिया। आयुक्त ने कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
आयुक्त श्री रवि ने कहा कि दक्ष चिकित्सकों, सक्षम पेशेवरों एवं समर्पित कर्मचारियों के द्वारा मरीजों के प्रति मित्रवत वातावरण का निर्माण किया जा सकता है एवं समाज के हर वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है। उन्होंने अधीक्षक को इस दिशा में तत्परता के साथ कार्य करने का निर्देश दिया।
आयुक्त ने राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने मूल्य-आधारित स्वास्थ्य एवं मेडिकल अभ्यासों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता पर बल दिया।
आयुक्त श्री रवि ने अधीक्षक को रोगियों के कल्याण के लिए सुदृढ़, विश्वसनीय एवं गुणवत्तापूर्ण सेवा सदैव सुनिश्चित करने का निदेश दिया है।
आज के इस बैठक में आयुक्त, पटना प्रमंडल-सह-अध्यक्ष, रोगी कल्याण समिति के साथ जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, सिविल सर्जन, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य सेवाएं, अधीक्षक, राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल, प्राचार्य, राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल, निदेशक, आयुष निदेशालय उपमहाप्रबंधक, बीएमएसआईसीएल एवं अन्य भी उपस्थित थे।