जमुई नगर परिषद द्वारा किऊल नदी के त्रिपुरारी सिंह घाट पर आयोजित ‘गंगा आरती’ में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए।…
मनीष कुमार कमलिया/माँ गंगा सनातन संस्कृति और आस्था की अविरल प्रतीक हैं। उनकी सहायक और शाखा नदियां भी इलाके के लिए जीवन रेखा से कम नहीं हैं।
मां गंगा की सहायक नदी किऊल गिरिडीह की तीसरी पहाड़ी श्रृंखला से शुरू होकर लखीसराय के सूर्यगढ़ा के पास गंगा जी में मिल जाती है। उलाय, बरनार, आंजन, नकटी, नागी इत्यादि नदियों की तरह ही किऊल नदी भी जमुई की जीवन रेखा है। प्राकृतिक सौंदर्य के साथ साथ धार्मिक आस्था का प्रतीक हमारी जमुई जिले की नदियां गंगा जी की कमी को पूरा करती हैं।
किऊल नदी के घाट पर आयोजित इस प्रतीकात्मक ‘गंगा आरती’ में अनुमंडल पदाधिकारी अभय तिवारी जी, उप विकास आयुक्त सुमित कुमार जी, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी प्रियंका कुमारी जी, नगर परिषद उपाध्यक्ष नीतीश साह जी, एनडीसी अमू अमला जी, जिला विधिज्ञ संघ के महासचिव अमित कुमार जी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष दुर्गा केसरी जी, जिला उपाध्यक्ष बृजनंदन सिंह जी, भाजपा नेता शंकर साह जी, वार्ड संख्या – 05 के वार्ड प्रतिनिधि पप्पू मंडल जी, वार्ड संख्या – 25 के वार्ड प्रतिनिधि मनोज पासवान जी, वार्ड संख्या – 26 के वार्ड प्रतिनिधि गरीब मियां जी, वार्ड संख्या – 29 के वार्ड प्रतिनिधि संतोष सिंह जी, वार्ड संख्या – 30 के वार्ड प्रतिनिधि अरुण सिंह जी, समाजसेवी डीडी वर्मा जी, लोजपा(आर) नेता चंदन सिंह जी सहित बड़ी संख्या में जमुई नगर वासी उपस्थित रहे।