किशनगंज : जिले में मिशन परिवार विकास अभियान की सफल क्रियान्वयन के लिए समीक्षा बैठक का आयोजन।

जिले में 5 से 24 सितंबर तक चलेगा अभियान, प्रशासनिक तैयारियां पूर्ण।
- पुरुष नसबंदी और महिला बंध्याकरण की सेवा लोगों को कराई जाएगी उपलब्ध।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में परिवार नियोजन को लेकर केंद्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकार लगातार अभियान चला रहा और जनसंख्या नियंत्रण के लिए परिवार नियोजन के साधनों एवं उसके प्रयोग को लेकर जन जागरूकता अभियान चलाया जाता है। जिला स्वास्थ्य समिति के प्रांगन में आगामी 05 से 24 सितंबर तक मिशन परिवार विकास अभियान के तहत परिवार नियोजन पखवाड़ा के सफल आयोजन हेतु समीक्षा बैठक का आयोजन शनिवार को सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर की अध्यक्षता में किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की परिवार नियोजन समय की जरूरत है और इसके साधनों को अपना कर छोटा और सीमित परिवार अपनाकर ही सबके लिए प्रगति का मार्ग खुलेगा। उन्होंने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह द्वारा जारी दिशा-निर्देश के आलोक में अभियान की सफ़लता को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गयी हैं। बैठक में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंन्धक डॉ. मुनाज़िम, जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंन्धक, सामुदायिक उत्प्रेरक एवं लेखापाल आदि उपस्थित थे।सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान पखवाड़ा दो चरणों में आयोजित किया जाएगा। इसका समापन आगामी 24 सितंबर को होगा। इससे वूर्व जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर सामुदायिक स्तर पर स्थानीय लोगों को जागरूक किया जाएगा तथा योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस पखवाड़े के सफल संचालन के लिए सहयोगी संस्थाओं जैसे: केयर इंडिया, डब्ल्यूएचओ, आईसीडीएस सहित अन्य का भी सहयोग लिया जाएगा। जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने बताया कि जिले में आगामी 05 से 11 सितंबर तक पूरे जिले में योग्य दंपति संपर्क पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक और योग्य दम्पति को परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस दौरान ग्रामीण स्तर पर आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जीविका दीदी, विकास मित्र योग्य दंपतियों से मिलकर उन्हें परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधनों को अपनाने के लिए जागरूक करेंगे। जबकिं 12 से 24 सितंबर तक जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन शिविर का आयोजन होगा, जिसके माध्यम से योग्य लाभार्थियों को महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। परिवार नियोजन के लिए आने वाली महिलाओं या अभिभावकों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध अन्य सुविधाओं एवं दी जा रही सेवाओं की जानकारी विस्तृत रूप से दी जाएगी। इस दौरान जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के स्थाई साधन के रूप में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ-साथ अस्थाई साधन के रूप में कॉपर-टी लगवाने और गर्भनिरोधक गोली और इंजेक्शन के साथ-साथ कंडोम भी लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा।सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि 05 से 09 सितंबर पांच दिनों तक परिवार नियोजन के प्रति आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक प्रखंड में ई. रिक्शा (सारथी रथ) के माध्यम से राज्य स्वास्थ्य समिति के दिशा-निर्देश के अनुसार और स्थानीय स्तर पर तैयार रूट चार्ट के मुताबिक जिले के सभी प्रखंडों और शहरी क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार किया जाएगा। ई. रिक्शा पर संबंधित क्षेत्र की आशा फैसिलिटेटर को प्रतिनियुक्त करते हुए उन्हें प्रचार-प्रसार का दायित्व सौंपा गया है, ताकि उनके द्वारा स्थानीय आशा कार्यकर्ता से समन्वय स्थापित करने के साथ-साथ आम लोगों के द्वारा गर्भनिरोधक का अस्थाई उपाय जैसे गर्भनिरोधक गोली, कंडोम की मांग करने पर उन्हें उक्त स्थल पर ही उपलब्ध करायी जा सके। इसके लिए संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के द्वारा ई-रिक्शा पर कॉन्ट्रासेप्टिक डिस्प्ले ट्रे एवं कंडोम बॉक्स में सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी।