किशनगंज : मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में जल जीवन हरियाली दिवस का पटना में आयोजन।

कार्यक्रम का लाइव वेबकास्ट किया गया, मुख्यमंत्री के संबोधन को डीएम सहित सभी संबंधित पदाधिकारियों ने सुना एवं लाभान्वित हुए।
- किशनगंज में जल जीवन हरियाली अभियान पर परिचर्चा आयोजित,डीएम ने लोगो को दिया संदेश।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, मुख्यमंत्री, बिहार नीतीश कुमार की अध्यक्षता में वर्ष के पहले जल जीवन हरियाली दिवस का आयोजन ज्ञान भवन सभागार, पटना में किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के संबोधन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किशनगंज सहित सभी जिला मुख्यालयों में लाइव वेबकास्टिंग के माध्यम से किया गया एवं सभी पदाधिकारी उनके विचारों से लाभान्वित हुए। जिला परिषद सभागार में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री सहित उप विकास आयुक्त श्री मनन राम, अपर समाहर्त्ता (लोक शिकायत निवारण), जिला पंचायत राज पदाधिकारी श्वेतांक लाल एवं सभी संबंधित विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारीगण, जन प्रतिनिधि उपस्थित रहकर माननीय मुख्यमंत्री के विचारों से अवगत हुए। इस अवसर पर डीएम श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में जल जीवन हरियाली अभियान विषय पर परिचर्चा भी आयोजित की गई। डीएम के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। उन्होंने लोगों को संदेश दिया कि जल जीवन हरियाली है, तभी हमारा जीवन है। सभी जीवो का जीवन इसी जल, जीवन और हरियाली से संयुक्त है।कार्यक्रम में वेबकास्टिंग के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार का अभिभाषण का लाइव टेलीकास्ट किया गया। डीडीसी मनन राम ने किशनगंज में आयोजित परिचर्चा में जल जीवन हरियाली के महत्व पर विस्तृत प्रकाश डालें और जन-जन से जोड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि जल जीवन हरियाली दिवस हर हर माह के प्रथम मंगलवार को आयोजित की जाती है, इसी क्रम में दिनांक 3 जनवरी 2023 को ग्रामीण विकास विभाग (मनरेगा) को परिचर्चा में प्रस्तुति करने का अवसर प्राप्त हुआ। इस परिचर्चा में ज्ञान भवन पटना से वेबकास्टिंग के माध्यम से सभी जिलों में इसका लाइव टेलीकास्ट किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि सीएम नीतीश कुमार के द्वारा जल जीवन हरियाली के महत्व को बतलाया गया। जल जीवन हरियाली दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के संबोधन को सभी जिलों में लाइव वेबकास्टिंग किया गया, जिसे सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों ने उपस्थित होकर सुना और ग्रहण किया। इस अवसर पर जल जीवन हरियाली विषय पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इसी विषय पर आयोजित एक प्रदर्शनी का अवलोकन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। सीएम द्वारा पौधों को जल अर्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। सीएम ने जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के महत्व के बारे में बताते हुए जानकारी दिए जल जीवन हरियाली मिशन को 2 साल के लिए बढ़ा दिया गया है और इसे पूरे तौर पर क्रियान्वित करने की जरूरत है। जल जीवन हरियाली अभियान के तहत सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं, वर्षा जल संचयन संरचनाओं, सोख्ता इत्यादि के मरम्मति का भी प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने सभी सार्वजनिक जल संरचनाओं को अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश देते हुए कहा कि सोखता बनाने के लिए लोगों को भी प्रेरित किया जाना चाहिए। वर्षा जल संचयन से संबंधित संरचनाएं सभी सरकारी भवनों में बना दी गई हैं। निजी भवनों में भी वर्षा जल संचयन अर्थात रेन वाटर हार्वेस्टिंग की आवश्यकता है। इससे भूमिगत जल स्तर में सुधार होगा। हरित आवरण को बढ़ाने में भी इससे मदद मिलेगी। शुरूआत में वर्ष 2012 में हरियाली मिशन की शुरुआत की गई थी। 2 अक्टूबर, 2019 को महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर जल जीवन हरियाली मिशन की शुरुआत की गई थी और हरियाली मिशन को इसका भाग बना दिया गया। गंगाजल को दक्षिण बिहार के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल के रूप में पहुंचाने का भी काम किया गया है। नए जल स्रोतों के निर्माण की आवश्यकता पर भी माननीय मुख्यमंत्री ने बल दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में 22 करोड़ से ज्यादा पौधारोपण कराया जा चुका है और हमें 17% से अधिक हरित आवरण सुनिश्चित कराना है। उन्होंने वृक्षारोपण का काम तेजी से कराने का निर्देश दिया। उन्होंने मौसम अनुकूल कृषि फसल अवशेष प्रबंधन के संबंध में भी लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। सौर ऊर्जा के प्रचार प्रसार के लिए जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्देश दिया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के मंत्री सहित मुख्य सचिव बिहार एवं संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव भी सम्मिलित हुए और उन्होंने भी जल जीवन हरियाली विषय पर अपने विचार प्रकट किए। इसके अलावा जिले के सभी 7 प्रखंडों के कार्यालय में भी जल जीवन हरियाली अभियान पर कार्यक्रम आयोजित की गई। सभी ने मुख्यमंत्री के संबोधन को सुना और लाभान्वित हुए।