किशनगंज : ओवरलोड वाहनों का तांडव जारी, प्रशासनिक उदासीनता से जनता में आक्रोश
दिन और रात उड़ रही है नियमों की धज्जियां

किशनगंज,27जून(के.स.)। धर्मेंद्र सिंह/फरीद अहमद, ठाकुरगंज–बहादुरगंज मुख्य मार्ग ओवरलोडेड ट्रकों और भारी वाहनों की धमक से कांप रहा है। नियमों को ताक पर रखकर दिन-रात बेधड़क दौड़ रहे ये वाहन न केवल सड़कों की हालत बद से बदतर कर रहे हैं, बल्कि आमजन की सुरक्षा पर भी सीधा खतरा बन चुके हैं। खासकर स्कूली बच्चों, साइकिल सवारों और दोपहिया चालकों के लिए यह मार्ग अब जानलेवा बनता जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरलोडिंग के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई नाकाफी है। नाम न छापने की शर्त पर एक ग्रामीण ने बताया कि “परिवहन विभाग की नजर सिर्फ ट्रैक्टरों पर है, जबकि एनएच-327 और एनएच-27 पर बड़े ट्रक और कंटेनर धड़ल्ले से दौड़ते हैं, जिन्हें कोई रोकने वाला नहीं है।”
इंट्री माफियाओं का सक्रिय नेटवर्क
सूत्रों की मानें तो इस पूरे अवैध परिचालन के पीछे एक संगठित इंट्री माफिया सक्रिय है, जो मोटी रकम लेकर ओवरलोड ट्रकों को बेधड़क पास करवा रहा है। इन ट्रकों की कोई नियमित जांच नहीं होती, जिससे न केवल नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं, बल्कि सरकार को भी करोड़ों का राजस्व घाटा हो रहा है।
परिवहन विभाग बना मूकदर्शक
स्थिति यह है कि परिवहन विभाग की कार्रवाई “ऊंट के मुंह में जीरा” साबित हो रही है। स्थानीय जनता विभाग की भूमिका पर गंभीर सवाल उठा रही है। लोगों का कहना है कि जब तक विभाग की आंखों से “काली पट्टी” नहीं हटेगी, तब तक सड़क सुरक्षा और सरकारी राजस्व दोनों ही खतरे में बने रहेंगे।
जनहित और विकास पर भारी अव्यवस्था
ठाकुरगंज–बहादुरगंज मार्ग क्षेत्रीय विकास की रीढ़ माना जाता है, लेकिन ओवरलोड वाहनों ने इस मार्ग को अव्यवस्था और भय का प्रतीक बना दिया है। अब देखना यह है कि प्रशासन कब जागता है और आमजन की सुरक्षा तथा सड़क नियमों की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाता है।