किशनगंज : रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ पोर्टल पर प्रविष्टियां अपलोड करने को दिया गया ऑनलाइन प्रशिक्षण, एक मई से राज्यभर में लागू किया गया है आरसीएच पोर्टल और अनमोल एप।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिलाभर में एएनएम के द्वारा दी जा रही रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ आरसीएच सर्विसेस से संबंधित आंकड़ों का संधारण केवल आरसीएच रजिस्टर से ही किया जाएगा। इसके साथ ही एएनएम के द्वारा उन्हें उपलब्ध कराए गए टैबलेट के उपयोग से अनमोल एप के माध्यम से उक्त आंकड़ों को आरसीएच पोर्टल पर अपलोड करने के साथ ही आंकड़ों को अपडेट भी किया जाएगा। इस कार्य को गति प्रदान करने के लिए सभी पीएचसी में कार्यरत सभी डाटा एंट्री ऑपरेटर एवं जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवन पदाधिकारी को एनआईसी के माध्यम से जिला एनआईसी में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवन पदाधिकारी शशि भूषण एवं जिले के सभी पीएचसी में कार्यरत सभी डाटा एंट्री उपस्थित हुए। सिविल सर्जन ने बताया कि आरसीएच पोर्टल के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की मॉनिटरिंग भी की जाएगी। ताकि लाभार्थियों को ससमय बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराकर मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम से कमतर किया जा सके। इसके लिए जिलाभर में आरसीएच पोर्टल और अनमोल एप को एएनएम द्वारा उपयोग को पूर्णतः लागू करना है। इसके लिए पहले ही सभी एएनएम को टैबलेट उपलब्ध करा दिया गया है। ताकि एएनएम के द्वारा स्वास्थ्य उपकेंद्र, क्षेत्र भ्रमण और वीएचएसएनडी सेशन के दौरान लाभार्थियों को दी जा रही आरसीएच सर्विसेस को अनमोल एप के माध्यम से आरसीएच पोर्टल पर शत प्रतिशत रजिस्ट्रेशन/सर्विस डिलीवरी/अपडेट कराया जा सके। इससे दी जा रही आरसीएच सर्विसेज की ट्रैकिंग प्रत्येक स्तर पर ससमय की जा सके और मातृ-शिशु मृत्यु को कम किया जा सके।
रैंकिंग से संबंधित इंडिकेटर्स एवं प्रक्रिया पर चर्चा :
सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिलों की राज्यस्तरीय समीक्षा बैठक में नए जिला रैंकिंग से संबंधित इंडीकेटर्स एवं प्रक्रिया पर चर्चा की गई। उक्त नई रैंकिंग में आरएमएनसीएच के इंडिकेटर्स का डाटा सोर्स आरसीएच पोर्टल पर ही उपलब्ध है। इससे आरसीएच पोर्टल में पूर्ण सही आंकड़ों की अनमोल एप से रियल टाइम मॉनिटरिंग, रजिस्ट्रेशन और अपडेटेशन एएनएम के द्वारा उनके पास टैबलेट का उपयोग करने से ससमय आसानी से हो सकता है। इसके साथ ही उक्त कार्यों की मॉनिटरिंग उपस्थित पदाधिकारी के द्वारा की जाएगी।
मातृ मृत्यु सूची, शिशु की देखभाल, के लिए काफी उपयोगी है अनमोल एप :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया कि अनमोल एप पर गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, एएनसी जांच का विवरण, प्रसव के परिणाम, सीएचसी प्रसवोत्तर देखरेख, शिशु की देखभाल, मातृ मृत्यु सूची, शिशु की देखभाल, शिशु जन्म के सीधा पंजीकरण के साथ ही शिशु स्वास्थ्य की भी ट्रैकिंग हो सकेगी। साथ ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती महिलाओं के साथ ही उनके शिशुओं की पूरी देखभाल संभव हो सके और नियमित टीकाकरण में भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए ही अनमोल एप बनाया गया है। इसमें पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन रहता है जिससे कार्यों में सही गति आएगी।