जमशेदपुर:- पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय से मात्र 35 किलोमीटर दूर गालूडीह स्थित वैष्णो देवी मंदिर के स्थापना का 1 साल 15 अप्रैल को पूरा हुआ। 7 दिनों तक जम्मू से आए हृदयानंद गिरि महाराज जी का शिव पुराण कथा का आयोजन किया गया। जो आज महाभोग वितरण के साथ संपन्न हुआ।

तारकेश्वर गुप्ता : जमशेदपुर : इस अवसर पर हृदयानंद गिरी महाराज ने कहा कि गरीब, आदिवासी या ऐसे व्यक्ति जो माता वैष्णो देवी के मंदिर जम्मू जा नहीं सकते ,उन लोगों के लिए यहां पर वैष्णो देवी मंदिर के महंत द्वारा वैष्णो माता की स्थापना हुबहू उसी प्रकार कराई गई है, जैसा जम्मू स्थित वैष्णो मंदिर में है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में यह पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। गालूडीह में एक ऐसे स्थान पर मंदिर का निर्माण कराया गया है, जहां से बंगाल और उड़ीसा के सीमावर्ती क्षेत्र मिलते हैं और यहां झारखंड के साथ-साथ उड़ीसा और बंगाल के श्रद्धालु भी आते हैं।
पहले स्थापना दिवस समारोह में लगभग 30,000 श्रद्धालुओं ने भाग लिया। सभी लोगों को रुद्राक्ष बांटा गया। हृदयानंद गिरी महाराज ने कहा कि हमें यह विचार करना पड़ रहा है कि अगली बार इससे बड़ा पंडाल बनाना पड़ेगा।
इस अवसर पर मंदिर के संरक्षक राज किशोर साहू ने बताया कि बाहर से जो भी श्रद्धालु आते हैं, उन्हें ठहरने में दिक्कत होती है। इस कारण यहां पर अतिथि गृह निर्माण कराया गया है। जिसका नाम निहारिका रखा गया है। इसमें एसी लगाया गया है। अभी जाड़ा आने वाला है, तो गीजर की व्यवस्था करेंगे। केवल श्रद्धालुओं से मेंटेनेंस शुल्क कुछ लिया जाएगा। यह सब कुछ, विभिन्न लोगों के द्वारा दिए गए दान से व्यवस्था की जा रही है। आने वाले समय में और भी काफी कुछ निर्माण कराया जाना है।
15 अप्रैल से लेकर 21 अप्रैल तक महारुद्र यज्ञ के साथ-साथ कथा वाचन का भी आयोजन किया गया था और आज महाभोग का भी वितरण किया गया।