वन नेशन, वन इलेक्शन, भारत की मूल भावना पर प्रहार।….

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-04 सितम्बर 2023,पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन, भारत की मूल भावना पर प्रहार है। भारत की संविधान की आत्मा से खिलवाड़ है। यह मोदी सरकार द्वारा देश के लोकतंत्र को बर्बाद करने का एक और प्रयास है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पहले हीं देश में लोकसभा और विधानसभाओं का चुनाव एक साथ कराने के केंद्रीय विधि आयोग के प्रस्ताव को खारिज कर चुकी है। इस संबंध में भाकपा केंद्रीय विधि आयोग को भी पत्र भेजी है। इसमें उन्होंने एक साथ चुनाव कराने पर व्यावहारिक कठिनाइयों को दर्शाया है।
भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि अगर केंद्र में किसी भी एक पार्टी को बहुमत नहीं मिलती है और सरकार नहीं बन पाती है, और संसद भंग हो जाती है तो ऐसी स्थित में संसद के साथ-साथ सभी राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव भी कराने पड़ेंगे जबकि राज्य सरकार के पास बहुमत होगा। बहुमत होने के बावजूद विधानसभा को भंग कर उप चुनाव कराने पर संवैधानिक संकट भी खड़ा हो जायेगा। इसलिए एक साथ लोकसभा और विधानसभा का चुनाव कराया जाना ठीक नहीं है। लोकसभा के साथ कई राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव भी कराये जाते हैं। वाबजूद इसके चुनाव खर्चे में कोई कमी नहीं आती है।
भाकपा राज्य सचिव ने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर गठित कमेटी में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को शामिल किए जाने पर भी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पूर्व राष्ट्रपति को भी राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करने लगी है। उन्होंने कहा कि भाजपा महगांई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, दलितों, आदिवासियों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार से ध्यान हटाने के लिए एक देश एक चुनाव का मुद्दा उछाला है, जो अत्यन्त ही आपत्ति जनक है।