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खगरिया : पसरहा के तत्कालीन थानाध्यक्ष आशीष सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी दिनेश मुनि को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया..

बिहार पुलिस के एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।खगड़िया जिले के पसरहा के तत्कालीन थानाध्यक्ष आशीष सिंह हत्याकांड का मुख्य आरोपी दिनेश मुनि को एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया है।दरअसल एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात अपराधी दिनेश मुनि अपने गिरोह के साथ नवगछिया जिले के नारायणपुर दियारा में छिपा हुआ है।

एसटीएफ ने तुरंत कारवाई करते हुए इलाके की घेराबंदी कर दी।जब सर्च आपरेशन शुरू किया तो दिनेश मुनि ने एसटीएफ पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद एसटीएफ द्वारा की गई जबाबी कार्रवाई में वह मारा गया।खगरिया/धर्मेन्द्र सिंह, बिहार के खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशिष सिंह के हत्यारे कुख्यात दिनेश मुनि को मार गिराने में एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है।पुलिस ने मौके से दो कार्बन भी बरामद किया है।जबकि दिनेश मुनि के गिरोह के तीन सदस्य मौके से भागने में कामयाब होने की बात बतायी जा रही।आपको बताते चलें कि खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष सिंह के शहिद होने बाद दियारा के इलाके में उसकी तूती बोलती थी।अपने थानाध्यक्ष के मौत का बदला लेने के लिए पुलिस की टीम बेचैन थी।इस सिलसिले में कई दफा पुलिस की टीम दिनेश मुनि के इलाकों में वेश बदलकर डेरा डाल चुकी थी लेकिन सफलता हाथ नहीं लगती थी।लेकिन इस दफा पुलिस ने अपने दिलेर साथी के हत्या का बदला ले लिया है।सूत्रों की मानें तो पिछले एक सप्ताह से लगातार वेश बदलकर एसटीएफ की टीम दियारा के इलाके में कुख्यात दिनेश मुनि के फिराक में डेरा डाले हुई थी।सूत्रों के अनुसार कुख्यात दिनेश मुनि इलाके में मक्के के खेत में छिपा रहता था।लेकिन कल रात वह शराब पीने के लिए अपनी मांद से बाहर आया।फिर क्या था एक सप्ताह  से उसकी ताक में बैठी एसटीएफ की टीम ने उसे ललकारा।आदतन पुलिस टीम पर फायर झोंकने का आदि कुख्यात दिनेश मुनि ने पहले ही की तरह पुलिस टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी।लेकिन इस दफा चाल उल्टा पड़ गया।जवाबी फायरिंग में एसटीएफ की कई गोलियां दिनेश के शरीर में जाकर धंस गई।कुख्यात दिनेश मौके पर ही मारा गया।जबकि उसके 3 साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे।कुख्यात दिनेश मुनि के मारे जाने पर भी पुलिस तकरीबन 2 घंटे तक इंतजार करते रही।सुबह उसकी पहचान की गई तो पता चला कि यह पुलिस के दिलेर अफसर आशीष सिंह का हत्यारा कुख्यात दिनेश मुनि के रूप में की गई।

थानेदार गोपाल सिंह के बेटे थे आशीष

मूल रूप से सहरसा के रहने वाले शहीद सब इंस्पेक्टर आशीष कुमार सिंह 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर थे।वह सहरसा जिले के सरोजा निवासी थानेदार गोपाल सिंह के बेटे थे।आशीष कुमार सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे।उनका ननिहाल खगड़िया जिले के चौथम थाना क्षेत्र के लालपुर में है।खगड़िया के पसराहा थानाध्यक्ष के रूप में आशीष कुमार सिंह ने 4 सितंबर, 2017 को योगदान दिया था।तत्कालीन थानाध्यक्ष संजीव कुमार के तबादले के बाद उन्हें पसराहा थाने में पदस्थापित किया गया था।

2009 बैच के सब इंस्पेक्टर थे आशीष कुमार सिंहज्ञात हो कि 12 अक्टूबर की देर रात पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार कुख्यात अपराधी दिनेश मुनी की गिरफ्तारी के लिए बिहपुर के दुधेला दियारा पहुंच थे।वहां दिनेश मुनी के छुपे होने की सूचना मिली थी।इस कार्रवाई में दिनेश मुनी और गिरोह के सदस्यों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी।इस दौरान पुलिस एवं अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ में पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह को सीने एवं पेट में गोली लग गई थी।इससे वे शहीद हो गए थे।इस मुठभेड़ में सिपाही दुर्गेश यादव को भी गोली लगी थी।पुलिस ने भी मुठभेड़ के दौरान एक अपराधी श्रवण यादव को मार गिराया था।घटना के संबंध में बिहपुर थाना में कांड संख्या 402/18 दर्ज किया गया था।कांड दर्ज होने के बाद खगड़िया व नवगछिया पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर पसराहा से दिनेश मुनी गिरोह के सक्रिय सदस्य मिथुन कुमार दास को गिरफ्तार किया था।वही सुजीत कुमार, डीआईजी भागलपुर ने बताया कि पसराहा के शहीद दारोगा आशीष कुमार सिंह की हत्या में शामिल मुख्य आरोपित दिनेश मुनि नवगछिया दियारा में हुए एनकाउंटर में मारा गया है।एसटीएफ ने उसकी गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की थी।लेकिन वह टीम पर फायरिंग करने लगा।जवाबी कार्रवाई में वह दियारा में ढेर हो गया।

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