जिलाधिकारी, पटना श्री चंद्रशेखर सिंह के निदेश पर जिला बाल संरक्षण इकाई, पटना के माध्यम से एक संयुक्त टीम का गठन कर नशे की लत में परे हुए बच्चों के रेस्क्यू का कार्य किया गया।…
त्रिलोकी नाथ प्रसाद / इस टीम में जिला बाल संरक्षण इकाई ,पटना के कर्मियों के साथ साथ चाइल्ड हेल्पलाइन और विशेष किशोर पुलिस इकाई, पटना के सदस्य शामिल थे। इस टीमने बोरिंग रोड इलाके में एक विशेष रेस्क्यू अभियान चलाया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नशीले पदार्थ का सेवन करने वाले बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना और उनके पुनर्वास के लिए आवश्यक कदम उठाना था।
इस अभियान के दौरान कुल तीन बच्चों को नशीले पदार्थ का सेवन करते हुए पाया गया और उन्हें तत्काल रेस्क्यू किया गया। इस अभियान के तहत तीन बच्चों को सुरक्षित कर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया तथा और बच्चे एवं बच्चे के परिवार को नशीला पदार्थ एवं नशा से होने वाली खतरनाक बिमारी के बारे में सामझाया गया l
वहीं इस अभियान को बोरिंग रोड चौराहा से बिकानेर स्वीट्स एवं 99 मॉल होते हुए एसकेपुरी पार्क के आस-पास भी चलाया गया l इस अभियान को चाइल्ड हेल्पलाइन एवं मानव व्यापार निरोध पुलिस इकाई द्वारा चलाया गया l
जिलाधिकारी पटना का कहना है कि इस प्रकार के अभियानों का मुख्य लक्ष्य बच्चों को नशे की लत से दूर करके उन्हें एक बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करना है।
जिला पदाधिकारी, पटना ने आम जनता से अपील की है कि यदि आपको कोई बच्चा मादक द्रव्यों के सेवन में लिप्त दिखाई दे, तो कृपया तत्काल चाइल्डलाइन को 1098 पर कॉल करें या निकटतम चाइल्ड हेल्पडेस्क पर रिपोर्ट करें। आपका सहयोग बच्चों के पुनर्वास और सुरक्षित भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। जिला प्रशासन इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है पूर्व में निरंतर इस प्रकार का रेस्क्यू महावीर मंदिर तथा स्टेशन परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में किया जाता रहा है और जिला प्रशासन भविष्य में भी इस प्रकार के रेस्क्यू अभियानों को जारी रखेगा।