किशनगंज : स्वास्थ्य योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में सक्रिय भागीदारी निभाएं अधिकारी व कर्मी: तुषार सिंगला
शिथिलता बरतने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई: जिलाधिकारी

बेहतर रणनीति व आपसी समन्वय स्थापित कर परिवार नियोजन एवं दस्त नियंत्रण पखवाड़ा को बनायें सफल
- एमडीए राउंड के सफल क्रियान्वयन जरूरी
किशनगंज, 17 जुलाई (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं को अधिक प्रभावी व उपयोगी बनाने के उद्देश्य से विशेष समीक्षात्मक बैठक जिलाधिकारी तुषार सिंगला की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभागार में बुधवार को आयोजित की गई। समीक्षात्मक बैठक में डीएम ने कहा कि सामुदायिक स्तर पर बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंच सके, इसको लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग काफी गंभीर है। ताकि एक भी जरूरतमंद स्वास्थ्य सेवा से वंचित नहीं रहे और यह हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी भी है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग प्रयत्नशील है। गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव, नियमित टीकाकरण को लेकर किये जा रहे विभागीय प्रयासों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध सुविधाओं के साथ वहां से मरीजों को मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली एवं उनके द्वारा सभी अधिकारियों को सभी स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों को मिल रहे ओपीडी सुविधा, गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, लैब व्यवस्था, अस्पताल में उपलब्ध दवाइयों की जानकारी लेते हुए समय से सभी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करने का आवश्यक निर्देश दिया गया। इस क्रम में सबसे अधिक जोड़ नियमित टीकाकरण पर रहा वहीं टेली कंस्लटेशन, स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी सेवाओं का संचालन, एनसीडी कार्यक्रम, गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच, सुरक्षित प्रसव, टीबी मुक्त भारत अभियान सहित, परिवार नियोजन एवं दस्त नियंत्रण पखवाड़ा तथा ठाकुरगंज प्रखंड में होने वाले सर्वजन दवा वितरण कार्यक्रम की सफलता एवं संभावित बाढ़ के खतरों से निपटने के लिये जरूरी तैयारियों के साथ, सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर आवश्यक दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सहित सभी कार्यक्रमों पर प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने को लेकर संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने बताया कि किसी स्तर पर कार्य मे शिथिलता बरतने बालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में ज़िला जनसंपर्क पदाधिकारी कुंदन कुमार सिंह, डीटीओ अरुण कुमार, सिविल सर्जन, डीएस, सीडीओ, डीपीएम, सहयोगी संस्था के पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंन्धक सहित अन्य मौजूद हुए।स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी तुषार सिंगला ने योजनाओं को अधिक प्रभावी व उपयोगी बनाने के लिये संबंधित अधिकारी व कर्मियों को अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने के लिये निर्देशित किया। जिले में संभावित बाढ़ के खतरों को देखते हुए सिविल सर्जन ने बाढ़ पूर्व सभी जरूरी तैयारियों को यथाशीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि चिह्नित बाढ़ प्रभावित इलाकों में गर्भवती महिला, गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को चिह्नित करें। सुरक्षित स्थानों को चिह्नित किया जाये। ताकि बाढ़ के दौरान प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। जरूरी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए मेडिकल टीम के गठन सुनिश्चित कराने का निर्देश उन्होंने दिया। सिविल सर्जन ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराते हुए दवाओं का तीन महीने का स्टॉक रखने के लिये कहा। साथ ही सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सभी आवश्यक दवा की उपलब्धता, भाव्या एप्प, एवं कम टीकाकरण करने वाले प्रखंडों को सुधार हेतु विशेष हिदायत दी गई है।
जिले में चल रहे जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा पर चर्चा के क्रम में सिविल सर्जन ने संबंधित विभागों के बीच आपसी समन्वय को बेहतर बनाते हुए अभियान का सफल बनाने का निर्देश दिया। जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के तहत आगामी 31 जुलाई तक संचालित जनसंख्या दंपति संपर्क पखवाड़ा के तहत योग्य दंपतियों को चिह्नित कर आरसीएच पोर्टल पर अपडेट करने एवं नियोजन संबंधी विभिन्न उपायों में लाभुकों के इच्छा अनुरूप सेवा उन्हें 11 से 31 जुलाई के बीच जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के तहत प्रदान किया जाये। वहीं आगामी 23 जुलाई से होने वाले दस्त नियंत्रण कार्यक्रम पर विशेष ध्यान देते हुए शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति का निर्देश दिया गया है।जिले के सभी अस्पतालों में मरीजों को मिल रही सुविधाओं को बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि सभी सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तथा ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के दिन में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच होने में आसानी होती है और ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिलाओं द्वारा इसका लाभ भी उठाया जाता है। सभी गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान सभी चार प्रसव पूर्व जांच करवाने के लिए जागरूक करने की जरूरत है। इससे जटिल गर्भवती महिला की विशेष पहचान सुनिश्चित करते हुए उन्होंने बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान किया जा सकता है। जटिल गर्भवती महिलाओं की सभी जानकारी समय से स्वास्थ्य विभाग को अपडेट करना सुनिश्चित करना है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं के साथ नवजात शिशुओं के नियमित टीकाकरण सुविधा में भी तेजी लाना आवश्यक है। सभी स्वास्थ्य केन्द्र भी सुनिश्चित टीकाकरण लक्ष्य के अनुसार टीकाकरण सुविधा में तेजी लाना चाहिए। सभी जानकारी समय पर स्वास्थ्य विभाग को ऑनलाइन रिपोर्ट करना है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों को और अधिक मेहनत से काम करने की जरूरत है। सभी अस्पताल में होने वाले सुविधाओं की सभी डेटा एंट्री ठीक से होना चाहिए क्योंकि भारत सरकार द्वारा सभी रिपोर्ट ऑनलाइन के माध्यम से नियमित विश्लेषण किया जाता है। इसलिए इसमें कोई कमी नहीं होना चाहिए। अगर किसी अस्पताल में कोई समस्या है तो इसकी जानकारी तुरंत स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करें और समय से इसका निकरण करें। उसी अनुसार अस्पताल के कार्यों का समीक्षा होता है और अस्पताल को रैंकिंग मिलता है। ज्यादा अच्छा रिपोर्ट होने पर संबंधित अस्पताल को प्रमाणपत्र और सहयोगी राशि प्रदान किया जाता है।