जहानाबाद :-जिले में मनाया गया राष्ट्रीय प्रेस दिवस, जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने की कार्यक्रम की संयुक्त अध्यक्षता, पत्रकार गणों को आश्वस्त किया गया कि प्रशासन सार्थक आलोचनाओं के लिए हमेशा है तैयार, पत्रकारिता प्रशासनिक तंत्र के द्वारा त्वरित संज्ञान एवं समाज सुधार के लिए है आवश्यक
वेंकटेश कुमार/ जिला पदाधिकारी, श्रीमती अलंकृता पांडे एवं पुलिस अधीक्षक, श्री अरविंद प्रताप सिंह के संयुक्त अध्यक्षता मे समाहरणालय परिसर के ग्राम प्लेक्स सभागार में राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
आज के कार्यक्रम की शुरुआत जिला पदाधिकारी पुलिस अधीक्षक एवं पत्रकारगणों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
जिला पदाधिकारी ,श्रीमती अलंकृता पांडे के द्वारा आज के प्रेस दिवस पर पत्रकारगणों को शुभकामनाएं दी गई साथ ही अपनी बात रखते हुए कहा गया कि, प्रेस एवं प्रशासन के बीच संबंध एवं समन्वय के कारण ही धरातल पर घटित हो रही घटनाओं, समस्याओं से हम अवगत हो पाते हैं और पत्रकारों के तरफ से किया जा रहा यह कार्य नोबेल अर्थात उत्कृष्ट है। पत्रकारिता हमेशा से ही समाज की कुरीतियों को दूर करने एवं समाज सुधार में अपनी भूमिका निभाती आई है। कलम की ताकत से इनकार नहीं किया जा सकता है ,तथापि जो भी खबरें प्रकाशित हो या प्रसारित हो उसकी गुणवत्ता एवं प्रामाणिकता में कमी नहीं हो इसका ध्यान रखा जाना चाहिए । आज की सभा में शामिल पत्रकार गणों का समाज में सुधार के लिए पत्रकारिता जैसी सेवा में उनके योगदान को सराहा गया एवं कहा गया कि यह जिम्मेदारी का कार्य है साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रिंट मीडिया का उपयोग कम हुआ है तथापि उसकी प्रासंगिकता कम नहीं हुई है।
प्रशासन सार्थक आलोचना के लिए तैयार भी है एवं यदि कहीं समस्याओं को इंगित कराया जाता है एवं कार्यान्वन की आवश्यकता है तो उसके लिए भी प्रशासन पूर्णतः तैयार है एवं उसके उपलक्ष्य में कार्य भी किया जा रहा है।
इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ,श्री अरविंद प्रताप सिंह के द्वारा सर्वप्रथम सभी को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की बधाई दी गई।उनके द्वारा कहा गया कि “समाज की प्रकृति में बदलाव के साथ साथ प्रेस की प्रकृति में भी बदलाव होता रहता है।अभिव्यक्ति के साधन, सूचना संचरण के माध्यम बदल रहे हैं तथापि सत्य को सामने रखने का पत्रकारिता का जो नजरिया है ,उसमें मूलभूत बदलाव नहीं हुआ है।देश की पत्रकारिता आजादी के आंदोलन से जुड़ी हुई है एवं शुरुआत से ही कोलोनियल राज के विरुद्ध मुखर आवाज बनी है। पत्रकारगण व्यक्तिगत राग द्वेष से इतर सबसे पहले सबसे तेज खबर प्रेषण के पीछे नहीं भागे, खबरों की सत्यतता,मौलिकता उसके प्रभाव को भी प्रसारित ,प्रकाशित करना जरूरी है। स्थानीय पत्रकारिता पर यह भी जिम्मेवारी है कि राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय खबरों से भी जिले के वासियों को अवगत कराएं। उन्होंने द्वारा भी पत्रकारगणों को आश्वस्त किया कि प्रशासन सार्थक आलोचना के लिए हमेशा तैयार हैं।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर इस बार की थीम “प्रेस की बदलती प्रकृति“ रखी गई थी जिस पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया एवं पत्रकारगणों ने इस विषय पर परिचर्चा में हिस्सा लिया एवं सधे, स्पष्ट शब्दों में अपनी बात रखी। इस अवसर पर श्री संतोष कुमार श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार राष्ट्रीय सहारा, श्री मृत्युंजय कुमार, जिला प्रभारी दैनिक भास्कर, श्री राहुल समीरा, संवाददाता, राष्ट्रीय सागर, श्री अजीत कुमार, संवाददाता, सन्मार्ग, श्री राकेश कुमार, संवाददाता दैनिक जागरण, मुकेश कुमार, संवाददाता, जी. न्यूज, पंकज कुमार, संवाददाता, सहारा समय, श्री राजीव कुमार विमल, संवाददाता, न्यूज़ 18, मो0 मुसर्फ पालवी, संवाददाता, आज-तक, श्री पंकज कुमार, संवाददाता, प्रभात खबर, हसनैन दीवाना ,कौमी तंजीम /फारूकी तंजीम एवं अन्य पत्रकारों के द्वारा भी सभा के पटल पर खबरों के प्रशासन में पेश आने वाली समस्याओं एवं आज के कार्यक्रम की थीम“ प्रेस की बदलती प्रकृति “विषय पर अपनी बात रखी। समेकित तौर पर बात करें तो सभी पत्रकारगण भी इस बात पर सहमत दिखे की सबसे पहले सबसे तेज खबर के प्रकाशन के कारण खबरों की प्रमाणिकता में कमी नहीं होने चाहिए। साथ ही पत्रकारिता के मूल मंत्रों को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है। साथ ही सोशल मीडिया पर प्रसारित खबरे एवं प्रसारण के एक अति महत्वपूर्ण माध्यम बन चुके, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को कमतर नहीं आंका जा सकता।
जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा पत्रकार गणों को इस अवसर पर साहित्यिक पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया।