ताजा खबरप्रमुख खबरेंब्रेकिंग न्यूज़राज्य

मुजफ्फरपुर : एसकेएमसीएच अवस्थित 100 बेड के शिशु गहन चिकित्सा इकाई-सह-अनुसंधान केंद्र (PICU) के साथ 60 बेड का इंसेफेलाइटिस वार्ड और सदर अस्पताल स्थित 100 बेड का मातृ-शिशु अस्पताल का उद्घाटन सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया..

मुजफ्फरपुर/अविनाश कुमार, माननीय मुख्यमंत्री बिहार श्री नीतीश कुमार के द्वारा एसकेएमसीएच अवस्थित 100 बेड के शिशु गहन चिकित्सा इकाई-सह-अनुसंधान केंद्र (PICU) के साथ 60 बेड का इंसेफेलाइटिस वार्ड और सदर अस्पताल स्थित 100 बेड का मातृ-शिशु अस्पताल का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया।पीकू अस्पताल का निर्माण लागत 72 करोड़ रुपये है।वही इंसेफेलाइटिस वार्ड पर 2 करोड़ 96 लाख तथा मातृ-शिशु अस्पताल (सदर अस्पताल परिसर) का लागत 13. 42 करोड़ है।नवनिर्मित पीकू भवन पूर्णत वातानुकूलित है।सभी बेडों पर मेडिकल गैस पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है।इसमें खास बात यह है कि रोगियों के साथ आने वाले परिजन हेतु 50 बेड के धर्मशाला का भी निर्माण लॉकर के साथ किया गया है।साथ ही रोगियों के परिजन अपने मरीज को धर्मशाला से देख सके इस हेतु पीकू के सभी बेडों पर कैमरा तथा धर्मशाला में टीवी मॉनिटर का प्रावधान किया गया है।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन कार्यक्रम सदर अस्पताल एवं एसकेएमसीएच पीकू भवन स्थल पर आयोजित किया गया।एसकेएमसीएच में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में माननीय मंत्री श्री सुरेश शर्मा, सांसद अजय निषाद, विधायक बोचहां, जिलाधिकारी डॉo चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक जयंतकांत, उप विकास आयुक्त उज्जवल कुमार सिंह, सहायक समाहर्ता खुशबू गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, एसकेएमसीएच के अधीक्षक एवं प्राचार्य साथ ही सभी वरीय चिकित्सक एवं मेडिकल स्टाफ उपस्थित थे।वहीं सदर अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में अपर समाहर्ता राजेश कुमार, सिविल सर्जन एवं सदर अस्पताल के सभी वरीय चिकित्सक उपस्थित थे।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी को संबोधित करते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्धारित समय सीमा के अंदर पीकू भवन का निर्माण सरकार के दृढ़ इच्छाशक्ति और संकल्प को जाहिर करता है।उन्होंने कहा कि लोगों ने काम का अवसर दिया तो लोगों की सेवा करना हमारा धर्म है।उन्होंने इसके लिए जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों, चिकित्सक गणों, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को धन्यवाद दिया।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!