अस्ट्रेलिया से पधारे अस्ट्रेलियन काउंसल जनरल, कोलकता, मिस्टर हघ वॉयलन (Hugh Boylan) के साथ अपने कार्यालय कक्ष में दिनांक-12.08.2024 को श्री श्रवण कुमार, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार ने औपचारिक मुलाकात किया।…

त्रिलोकी नाथ प्रसाद /एवं उनके साथ राज्य में गरीबी उन्मूलन हेतु विभाग से संचालित विभिन्न योजनाओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया – श्रवण कुमार, मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग
अपने कार्यालय कक्ष में पधारे अस्ट्रेलियन काउंसल जनरल, कोलकता, मिस्टर हघ वॉयलन (Hugh Boylan) के साथ श्री श्रवण कुमार, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार ने प्राचीन नालन्दा विश्व0विद्यालय के मोमेंटों, चादर एवं पुष्प-गुच्छ देकर स्वागत करते हुए औपचारिक मुलाकात किया एवं अपने विभाग से संचालित विभागीय योजनाओं यथा-मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण), मुख्यमंत्री सहायता योजना, मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय योजना, जीविका, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान सहित कई योजनाओं पर विस्तृत विचार विमर्श करते हुए बिहार में गरीबी उन्मूलन हेतु सरकार के तरफ से किये जा रहे सार्थक प्रयास पर विशेष जानकारी दिया । उक्त भेंट वार्ता में ग्रामीण विकास विभाग के कई विभागीय पदाधिकारी भी शामिल रहे ।
श्री श्रवण कुमार, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार ने उक्त भेट-वार्ता में उन्हें जानकारी देते हुए कहा कि बिहार सरकार की प्राथमिकता गाँवों का विकास और गरीबों के लिए जीवन की तीन मूल भूत आवश्यकताओं- रोटी, कपड़ा और मकान की पूर्ति हेतु उन्हें सुविधा एवं संसाधन उपलब्ध कराना है। इसके लिए उन्होंने कहा कि आवास विहीन गरीब पात्र परिवारों को चरणबद्ध रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत छतदार आवास निर्माण कराना तथा वस्त्र एवं भोजन के लिए उसे रोजगार उपलब्ध कराने के अवसर प्रदान करने की जो जबाबदेही माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी ने उनके कंधे पर दिया है, उस लक्ष्य को हासिल करने में वे सदा तत्पर हैं । पूर्व से आवंटित इंदिरा आवास के अधूरे निर्माण को मुख्यमंत्री आवास सहायता योजना से पूर्ण कराया जा रहा है ।
श्री श्रवण कुमार, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, बिहार सरकार ने आगे बताया कि जीविका के माध्यम से ग्रामीण युवाओं के कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए उन्हें स्व-रोजगार के लिए तैयार कर रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है । साथ ही सतत् जीविकोपार्जन के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है ।