श्री अशोक चौधरी, माननीय मंत्री, भवन निर्माण विभाग, बिहार, पटना ने कहा है कि बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने इस राज्य में बाबा साहब और महात्मा गाँधी के अभिवंचित वर्ग को मुख्य धारा के जोड़ने के सपने को मूर्त रूप दिया है, उसे साकार किया है। बाबा साहब ने कहा है कि- शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद –माननीय मुख्यमंत्री महोदय बिहार में उनके आदर्शों को मूर्त रूप देने हेतु अनेक योजनाओं का सूत्रपात किया। वर्ष 2005 में जब इनके नेतृत्व में सरकार बनी तो ‘‘सुशासन के कार्यक्रम’’ तय किए गए एवं सभी दिशाओं में अभूतपूर्व कार्य के मानक तय किए गए। हमें गर्व होना चाहिए उस महापुरूष के सपनों को हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री ने अपना शासन सूत्र बना रखा है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में जब से माननीय मुख्यमंत्री ने बिहार की बागडोर संभाली है, तब से लेकर आज तक उन्होंने अपने 17 वर्ष के कार्यकाल में सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक रूप से कैसे वंचित एवं दलित समाज सबल हो, सशक्त हो इसके लिए योजनाओं का निर्माण एवं बजट का प्रावधान किया और योजनाओं को धरातल पर उतारा है। बिहार के भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चौधरी, पार्टी द्वारा लखीसराय एवं जमुई ज़िलों में आयोजित “भीम चौपाल सह संवाद कार्यक्रम” में शामिल होने पहुंचे थे जिस दौरान उन्होंने लखीसराय के टाउन हॉल में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा लखीसराय एवं जमुई में कार्यक्रम को संबोधित किया।
श्री चौधरी ने कहा कि हम अपने आप को गौरवशाली मानते हैं कि हमें ऐसे सशक्त और मज़बूत नेता के नेतृत्व में काम करने का मौका मिला है जिसने राज्य के एक बड़े तबके, अभिवंचितों, महादलितों, अति पिछड़ों एवं महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं का निर्माण ही नहीं किया बल्कि वो धरातल पर इस बड़े तबके को लाभान्वित कर सकें, ऐसा सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि माननीय नेता ने राज्य के एक बड़े अभिवंचित तबके को शिक्षित, आर्थिक रूप से सबल और राजनैतिक रूप से प्रबुद्ध करने का काम किया है।
उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 2005 तक सभी के लिए एक कल्याण विभाग काम करता था लेकिन माननीय नेता के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2007 में पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का नोडल विभाग के रूप में गठन किया तथा इसी वर्ष अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग का गठन भी किया गया। वर्ष 2005-06 में पूरे समाज कल्याण विभाग का कुल बजट प्रावधान- 40.48 करोड़ था वहीँ माननीय नेता की दूरदर्शिता के परिणामस्वरुप वर्ष 2022-23 में केवल अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण का कुल बजट 2215.30 करोड़ है तथा इसके अलावा अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का बजट वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1878.53 करोड़ हो गया।
श्री चौधरी ने कहा कि बिहार में प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक आधारभूत संरचनाओं का अभूतपूर्व विकास हुआ है सरकार सभी जिलों में पॉलिटेकनीक, इंजीनियरिंग कॉलेज, आई.टी.आई. पारा मेडिकल संस्थान खोल रही है साथ ही प्रत्येक पंचायत में हाई स्कूल तथा प्रत्येक 1-3 किमी॰ के दायरे में प्राथमिकी/मध्य विद्यालय खोले गए है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब यह मानते थे कि नेतृत्व का उद्देश्य मात्र हुकूमत करना नहीं है बल्कि लोगों को सही रास्ता दिखलाना है। आदरणीय नीतीश जी के नेतृत्व में सरकार सामाजिक सरोकारों में अपनी प्रतिबद्धता को लेकर पूरे देश हेतु एक मिसाल कायम कर रही है। देश में पहला ऐसा राज्य बिहार है जिसमें माननीय नेता के नेतृत्व में मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना जैसी अनुकरणीय योजना लागू की गयी जिसमें योजना के अन्तर्गत बिहार लोक सेवा आयोग, पटना द्वारा आयोजित संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा की प्रारम्भिक परीक्षा (PT) में उत्तीर्ण होने वाले अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों को अग्रेतर तैयारी हेतु एकमुश्त राशि 50000/- (पचास हजार रूपये) तथा संघ लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली द्वारा आयोजित सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षा की प्रारम्भिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को एक मुश्त 100000/- (एक लाख रूपये) दिए जाते हैं ताकि आर्थिक रूप से कमज़ोर अनुसूचित जाति/ जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के मेधावी छात्र – छात्राओं को निश्चिंत होकर आगे बढ़ने का अवसर मिल सके।
श्री चौधरी ने कहा कि इसके अलावा राज्य के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के युवा एवं युवतियों को सूक्ष्म एवं लघु उद्योग स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना के साथ कई ऐसी लाभकारी योजनाएं हैं जिनका कर्यान्वयन इस समाज के अंतिम व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने में एक मज़बूत कड़ी का काम करती हैं।
श्री चौधरी ने वहां मौजूद कार्यकर्ता साथियों एवं आमजन से आग्रह किया कि जो नेता हमारे आने वाली पीढ़ी को आत्मनिर्भर, सशक्त और मज़बूत करने के लिए योजनाओं का निर्माण कर रहा है, जो चाहता है कि एक बड़ी आबादी – महिलाओं, अति पिछड़ों और महादलितों की है, उसको साथ लेकर आगे बढ़ें, उसे मुख्य धारा से जोड़कर रखें और आने वाले इक्कीसवीं सदी के बिहार के नवनिर्माण में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका हो, ऐसे नेता, बिहार के विकास के महानायक, श्री नीतीश कुमार के साथ मज़बूती से खड़े रहे। साथ ही मंत्री ने वहां मौजूद लोगों, खासकर, युवा साथियों से अपील की कि जिन बाबा साहब ने दलित एवं अभिवंचित को आवाज़ दी, स्वाभिमान से जीने का अधिकार दिया, उनकी जयंती को पूर्ण उत्साह के साथ पूरे देश में एक त्यौहार की तरह मनाएं।
इस कार्यक्रम में विज्ञानं एवं प्रावैद्यिकी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह, विधायक श्री दामोदर रावत, श्री कौशल किशोर, पूर्व विधायक श्री अजय पासवान, श्री श्याम बिहारी राम, प्रदेश महासचिव श्री विजय कुमार मंडल, मुंगेर प्रमंडलीय प्रभारी श्री मुकेश विद्यार्थी, जद(यू) जमुई जिलाध्यक्ष श्री रामचरित्र मंडल, जद(यू) लखीसराय जिलाध्यक्ष श्री रामानंद मंडल तथा विभिन्न प्रखंड एवं पंचायतों के अध्यक्ष सहित अनेक गणमान्यजनों की उपस्थिति रही।